चंडीगढ़: साल 2020 बीतने में अब बस कुछ वक्त बचा है. दुनिया 2021 के स्वागत के लिए तैयार है. लेकिन 2020 का ये साल कई मायनों में याद रखा जाएगा. साल 2020 में हरियाणा कई बड़े फैसलों का गवाह बना और कई नई योजनाएं इस साल शुरू हुई. तो चलिए जल्दी-जल्दी जान लेते हैं कि आखिर इस साल हरियाणा में कौन-कौन सी बड़ी खबरें रहीं..जो सुर्खियां बनीं.
1. हरियाणा पर कोरोना का साया
साल 2020 में जहां सारी दुनिया पर कोरोना का असर पड़ा तो हरियाणा भी इससे अछूता नहीं रह पाया. कोरोना के चलते हरियाणा में जहां उद्योग धंधे बंद हुए तो वहीं सैकड़ों लोगों की नौकरी भी चली गई. कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश के करीब ढाई लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए. जिसमें करीब 2858 लोगों की मौत हुई तो प्रदेश का रिकवरी रेट 97 फीसदी के पार चला गया.
2. कार्यक्रमों पर कोरोना का असर
साल 2020 में कोरोना के चलते जहां सैकड़ों लोगों की जान चली गई. तो इस दौरान कई बड़े कार्यक्रमों पर भी कोरोना का असर पड़ा. कोरोना के चलते सभी बड़े त्योहार इस साल फीके ही रहे. अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला जहां टाल दिया गया. तो वहीं अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का भी वर्चुअल आयोजन किया गया.
3. जनप्रतिनिधियों को भी हुआ कोरोना
साल 2020 में हरियाणा के जनप्रतिनिधि भी कोरोना से संक्रमित रहे. मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री, कृषि एवं शिक्षा, परिवहन समेत कई मंत्रियों को कोरोना संक्रमण हुआ. हालांकि नेता कोरोना को मात देकर वापस आए.
4. हरियाणा सरकार ने लिया कर्ज
कोरोना दुनिया व देश के लिए चुनौती बना तो हरियाणा में भी इसका बड़ा असर देखने को मिला. लॉकडाउन के कारण बंद हुए उद्योगों से राज्य की आर्थिक हालत बिगड़ी. जिस वजह से 14000 करोड़ का कर्ज हरियाणा सरकार को लेना पड़ा.
5. प्राइवेट कंपनियों में हरियाणा के युवाओं को 75 फीसदी आरक्षण
साल 2020 में सरकार ने एक अहम कानून भी बनाया. जिसके तहत हरियाणा में प्राइवेट नौकरियों में स्थानीय युवाओं को 75 फीसदी आरक्षण मिलेगा. आरक्षण का लाभ प्रदेश के मूल निवासियों को ही मिलेगा. प्रदेश सरकार में गठबंधन सहयोगी जेजेपी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में यह वादा किया था.
6. राइट-टू-रिकॉल का फैसला
साल 2020 में बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार ने राइट-टू-रिकॉल का बड़ा फैसला लिया. इस फैसले के मुताबिक अब ग्रामीणों के पास ये अधिकार आ गया है कि अगर सरपंच गांव में विकास कार्य नहीं करवा रहा तो उसे बीच कार्यकाल में ही पद से हटाया जा सकता है.
7. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में पिछड़ा हरियाणा
साल 2020 में हरियाणा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में पिछड़ गया. साल 2019 में हरियाणा इस रैंकिंग में तीसरे पायदान पर था. लेकिन 2020 में हरियाणा तीसरी रैंकिंग से पिछड़कर 16वें स्थान पर पहुंच गया.
8. कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन
साल 2020 के जाते-जाते हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के किसानों ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. विभिन्न राज्यों के किसानों ने दिल्ली के बॉर्डर पर इकट्ठा होकर धरना देना शुरू किया. किसानों का आंदोलन एक महीने से भी ज्यादा दिन तक चला.
9. 1983 पीटीआई टीचर्स की नौकरी गई
साल 2020 टीचर्स के लिए काफी दुख लेकर आया. इस साल 1983 पीटीआई टीचर्स की नौकरी चली गई. इन टीचर्स की नियुक्ति भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में हुई थी. सुप्रीम कोर्ट में इन भर्तियों को चैलेंज किया गया. सर्वोच्च अदालत ने इन भर्तियों में अनियमितता पाई. जिसके बाद मनोहर सरकार ने इन टीचर्स को एडजस्ट भी किया.
10. निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने सरकार से समर्थन वापस लिया
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने समर्थन करने का ऐलान कर दिया है. सोमबीर सांगवान ने पहले पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया. फिर मनोहर सरकार से समर्थन भी वापस ले लिया. सांगवान अब किसानों के साथ दिल्ली के बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं.
11. निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने समर्थन वापस लिया
रोहतक के महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने पहले मनोहर सरकार को समर्थन दिया. लेकिन बाद में भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया है. साल के आखिर में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए बलराज कुंडू ने मनोहर सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया.
12. सीएम और अनिल विज में CID को लेकर विवाद
साल 2020 में सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के बीच सीआईडी को लेकर खींचतान नजर आई. सीआईडी विभाग के प्रमुख की तरफ से रिपोर्ट को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद मामला दिल्ली तक पहुंचा. अंत में आदेश जारी हुए जिसके बाद सीएम के पास सीआईडी विभाग आया तो मामला शांत हुआ.
13. सोनीपत शराब घोटाला
हरियाणा में कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन में शराब की अवैध बिक्री का मुद्दा खूब उछला. शराब डिस्टलरी से अवैध तौर पर शराब बेचने के आरोपों के बीच आबकारी मंत्री दुष्यंत चौटाला अपने विभाग के ईटीसी को क्लीन चिट देते नजर आए. जिस पर अनिल विज और दुष्यंत चौटाला आमने-सामने नजर आए. जिस पर बाद में एसआईटी भी गठित हुई.
14. ज़हरीली शराब से 40 से ज्यादा लोगों की मौत
साल 2020 में पानीपत और सोनीपत में 40 से ज्यादा लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई. जिसके बाद काफी हंगामा मचा. इसे लेकर विपक्ष से सरकार पर सवाल भी उठाए.
15. कांग्रेस और भाजपा ने बदले प्रभारी
साल 2020 में कांग्रेस ने विवेक बंसल को हरियाणा का नया प्रभारी नियुक्त किया. तो बीजेपी ने भी हरियाणा के नए प्रभारियों की नियुक्तियां की. विनोद तावड़े को प्रभारी जबकि अन्नापूर्णा देवी को सहप्रभारी बनाया गया.
16. हरियाणा बीजेपी के नए अध्यक्ष की नियुक्ति
साल 2020 में हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष भी बदले गए. सुभाष बराला की जगह प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष ओपी धनखड़ को नियुक्त किया गया.
17. बरोदा उपचुनाव में जीती कांग्रेस
सोनीपत की बरोदा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक कृष्ण हुड्डा का निधन होने से बरोदा सीट खाली हो गई. इस सीट पर हुए उपचुनाव में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जादू जमकर चला. यहां कांग्रेस के एक युवा कैंडिडेट ने बीजेपी-जेजेपी के धुरंधर योगेश्वर दत्त को हरा दिया.
18. दुष्यंत से नाराज़ हुए जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम
हरियाणा में सरकार बनते ही जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम की पार्टी से नाराजगी जगजाहिर हो गई. इस दौरान विधायक गौतम ने कई बार खुले मंच से दुष्यंत चौटाला की आलोचना की.
19. राज्यसभा में बीजेपी का डंका
हरियाणा में राज्यसभा की खाली हुई 3 सीटों में से बीजेपी ने 2 सीटों के लिए नामांकन किया. जबकि कांग्रेस ने 1 सीट के लिए नामांकन किया. बिना चुनाव के ही तीनों सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए. बीजेपी से दुष्यंत गौतम और रामचंद्र जांगड़ा राज्यसभा गए जबकि कांग्रेस से दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा सांसद बने.
20. निकिता तोमर मर्डर केस
बल्लभगढ़ में छात्रा नितिका तोमर की गोली मारकर हत्या करने के मामले में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने सत्ता पक्ष को जमकर घेरा. इसके बाद लव जिहाद को लेकर कानून बनाने के लिए कमेटी गठित की गई.