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शराब बिकवाने पर सरकार का ध्यान, किसान गेहूं खरीद ना होने से परेशान- अभय - अभय चौटाला पीसी चंडीगढ़

चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अभय चौटाला ने सरसों और गेंहू की खरीद पर सवाल खड़े किए हैं. अभय ने कहा कि मंडी में जाने के बाद भी सरसों नहीं बिकी जिसकी वजह से किसानों को घर सरसों वापस लेकर जानी पड़ी. ऐसा ही कुछ गेहूं खरीद में भी हो रहा है.

abhay chautala
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Published : Apr 23, 2020, 5:59 PM IST

चंडीगढ़: इनेलो विधायक अभय चौटाला ने फसल खरीद को लेकर सरकार को जमकर कोसा. अभय चौटाला ने कहा कि हमनें कहा था कि सरसों की खरीद गांव में ही आढ़ती करें या सरकारी एजेंसी करें लेकिन खरीद शुरू होते ही ये मज़ाक बन गया. अभय ने आरोप लगाया कि सरकार का दिवालिया पिट चुका है.

अभय चौटाला ने कहा कि सरपंच के माध्यम से गेहूं खरीदने का सरकार ने जो फरमान जारी किया वो आपस में लड़ाने का काम किया है. अभय ने कहा कि सरपंच विपक्षी होता है उसको आढ़ती बना लोगों को आपस में लड़वाएंगे. सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में मंडियों में जो उठान में टेंडर दिए वो चहेतों को दिए गए. अभय ने मुख्यमंत्री के ट्वीट पर निशाना साधते हुए कहा कि हम मंडियों में इसलिए गए चूंकि लोग मर रहें है और लुट रहें हैं, सीएम की तरह ख़ुद को कमरे में बंद नहीं कर सकते.

चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अभय चौटाला ने सरसों और गेंहू की खरीद पर सवाल खड़े किए हैं.

अभय ने कहा कि सरकार को सिर्फ शराब की चिंता है, शराब कैसे बिके सरकार को ये चिंता है. रणदीप सुरजेवाला की तरफ से भीड़ जुटाने पर अभय चौटाला ने कहा कि लोगों में गुस्सा है, भीड़ खुद इक्कठा हो रही है. अभय ने कहा कई जगह मैसेज आए और मंडी में जाने के बाद सरसों नहीं बिकी और किसान को घर सरसों वापस लेकर जाना पड़ा.

ये भी पढ़ें- Maruti Suzuki को मानेसर प्लांट में काम शुरू करने की मिली मंजूरी

अभय ने कहा कि सीएम और स्वास्थ्य मंत्री के बीच महामारी के वक्त तालमेल नहीं है. सीएम बोलते हैं घर-घर जाकर स्क्रीनिंग संभव नहीं लेकिन मंत्री बोलते हैं घर-घर जाकर स्क्रीनिंग होगी. अभय ने कि कहा जब तालमेल ही नहीं होगा तो सरकार महामारी से कैसे लड़ेगी. अभय चौटाला ने कहा कि उचाना की मंडी में खरीद नहीं हो रही, एक आढ़ती है जो पहले हमारी पार्टी में था आजकल इनकी पार्टी में है. उसकी दुकान पर पुलिस वाले गेहूं की बोरी भर रहें हैं उनकों पता ही नहीं कितनी गेहूं भरनी है. अब पुलिस सुरक्षा करेगी या गेहूं तोलेगी.

अभय ने स्वर्गीय सुषमा स्वराज के नेता विपक्ष रहते ऑनलाइन खरीद करने के वीडियो का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस वक्त बीजेपी विरोध कर रही थी. आज हरियाणा के सीएम ऑनलाइन ई-खरीद का फैसला कर रहें हैं. आढ़ती सीधा गांव में किसान से फसल खरीद लेता लेकिन सरकार ने किसानों को मजबूर किया फसल मंडी में लाने के लिए. अभय ने कहा कि मैं अब मंडियों में नहीं जाऊंगा लेकिन ये फैसला सरकार के दबाव में नहीं लिया.

इनेलो विधायक ने कहा कि मेरी इस साल 76 एकड़ में गेहूं की फ़सल थी और एवरेज प्रति एकड़ 20 क्विंटल गेहूं है और मुझे लिस्ट जारी करके बोला है कि मैं मंडी में 5 क्विंटल 2 किलो फसल लेकर आ सकता हूं. मंडी के बाहर जो लिस्ट लगी है उसमें ये बोल रहें कि मैं 5 क्विंटल 2 किलो गेहूं ला सकता हूं. अगर सिस्टम में कोई कमी है तो जिम्मेदारी किसकी है.

अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि सरकार का ध्यान फसलों की तरफ नहीं बल्कि शराब बिकवाने की तरफ से शराब फैक्टरियों के बाहर एक्ससाइज ऑफिसर बैठे हैं. शराब बिकने की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. अभय ने कहा कि 76 एकड़ में लगी उनकी फसल सरकार ने नहीं खरीदी तो गरीबों में बांट देंगे.

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम में 4 नए कोरोना पॉजिटिव मामले आए सामने, कुल केस हुए 45

चंडीगढ़: इनेलो विधायक अभय चौटाला ने फसल खरीद को लेकर सरकार को जमकर कोसा. अभय चौटाला ने कहा कि हमनें कहा था कि सरसों की खरीद गांव में ही आढ़ती करें या सरकारी एजेंसी करें लेकिन खरीद शुरू होते ही ये मज़ाक बन गया. अभय ने आरोप लगाया कि सरकार का दिवालिया पिट चुका है.

अभय चौटाला ने कहा कि सरपंच के माध्यम से गेहूं खरीदने का सरकार ने जो फरमान जारी किया वो आपस में लड़ाने का काम किया है. अभय ने कहा कि सरपंच विपक्षी होता है उसको आढ़ती बना लोगों को आपस में लड़वाएंगे. सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में मंडियों में जो उठान में टेंडर दिए वो चहेतों को दिए गए. अभय ने मुख्यमंत्री के ट्वीट पर निशाना साधते हुए कहा कि हम मंडियों में इसलिए गए चूंकि लोग मर रहें है और लुट रहें हैं, सीएम की तरह ख़ुद को कमरे में बंद नहीं कर सकते.

चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अभय चौटाला ने सरसों और गेंहू की खरीद पर सवाल खड़े किए हैं.

अभय ने कहा कि सरकार को सिर्फ शराब की चिंता है, शराब कैसे बिके सरकार को ये चिंता है. रणदीप सुरजेवाला की तरफ से भीड़ जुटाने पर अभय चौटाला ने कहा कि लोगों में गुस्सा है, भीड़ खुद इक्कठा हो रही है. अभय ने कहा कई जगह मैसेज आए और मंडी में जाने के बाद सरसों नहीं बिकी और किसान को घर सरसों वापस लेकर जाना पड़ा.

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अभय ने कहा कि सीएम और स्वास्थ्य मंत्री के बीच महामारी के वक्त तालमेल नहीं है. सीएम बोलते हैं घर-घर जाकर स्क्रीनिंग संभव नहीं लेकिन मंत्री बोलते हैं घर-घर जाकर स्क्रीनिंग होगी. अभय ने कि कहा जब तालमेल ही नहीं होगा तो सरकार महामारी से कैसे लड़ेगी. अभय चौटाला ने कहा कि उचाना की मंडी में खरीद नहीं हो रही, एक आढ़ती है जो पहले हमारी पार्टी में था आजकल इनकी पार्टी में है. उसकी दुकान पर पुलिस वाले गेहूं की बोरी भर रहें हैं उनकों पता ही नहीं कितनी गेहूं भरनी है. अब पुलिस सुरक्षा करेगी या गेहूं तोलेगी.

अभय ने स्वर्गीय सुषमा स्वराज के नेता विपक्ष रहते ऑनलाइन खरीद करने के वीडियो का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस वक्त बीजेपी विरोध कर रही थी. आज हरियाणा के सीएम ऑनलाइन ई-खरीद का फैसला कर रहें हैं. आढ़ती सीधा गांव में किसान से फसल खरीद लेता लेकिन सरकार ने किसानों को मजबूर किया फसल मंडी में लाने के लिए. अभय ने कहा कि मैं अब मंडियों में नहीं जाऊंगा लेकिन ये फैसला सरकार के दबाव में नहीं लिया.

इनेलो विधायक ने कहा कि मेरी इस साल 76 एकड़ में गेहूं की फ़सल थी और एवरेज प्रति एकड़ 20 क्विंटल गेहूं है और मुझे लिस्ट जारी करके बोला है कि मैं मंडी में 5 क्विंटल 2 किलो फसल लेकर आ सकता हूं. मंडी के बाहर जो लिस्ट लगी है उसमें ये बोल रहें कि मैं 5 क्विंटल 2 किलो गेहूं ला सकता हूं. अगर सिस्टम में कोई कमी है तो जिम्मेदारी किसकी है.

अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि सरकार का ध्यान फसलों की तरफ नहीं बल्कि शराब बिकवाने की तरफ से शराब फैक्टरियों के बाहर एक्ससाइज ऑफिसर बैठे हैं. शराब बिकने की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. अभय ने कहा कि 76 एकड़ में लगी उनकी फसल सरकार ने नहीं खरीदी तो गरीबों में बांट देंगे.

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