चंडीगढ़: चंडीगढ़ पीजीआई की गुप्ता मेडिकोज (Gupta Magicos of Chandigarh PGI) को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के अंदर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है. इस नोटिस के तहत गुप्ता मेडिकोज को यह बताना होगा कि इस दवा की बिक्री वह किस तरह से कर रहा था. क्या नियमों के तहत इसकी बिक्री हो रही थी. गुप्ता मेडिकोज को 1 सप्ताह के अंदर ये बताना होगा कि उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों ना की जाये. ऑपरेशन के दौरान बेहोशी के लिए दिए जाने वाले इंजेक्शन से मौत का संदेह जताया जा रहा है.
हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ स्थित पीजीआई में बीते एक सप्ताह में कुछ मरीजों की मौत (5 patients died in Chandigarh PGI) होने से हड़कंप मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक पीजीआई में बीते एक सप्ताह में करीब 5 लोगों की मौत हुई है. इन सभी की ऑपरेशन के दौरान बेहोशी के लिए दिए जाने वाले इंजेक्शन से मौत का संदेह जताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के दौरान भी बेहोशी के लिए दिए जाने वाला इंजेक्शन प्रोपोफॉल है. संदेह जताया जा रहा है कि इसी की वजह से ये मौतें हुई हैं.
इस जानकारी के मिलने के बाद इस इंजेक्शन के सभी स्टॉक को जब्त भी कर लिया गया है. चंडीगढ़ पीजीआई (Chandigarh PGI) के मुताबिक इन इंजेक्शन को जांच के लिए कोलकाता भेजा गया है. पीजीआई का कहना है कि मरीजों की मौत इसी इंजेक्शन की वजह से हुई, यह कहना अभी ठीक नहीं होगा. इस पर स्थिति जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी. इसकी रिपोर्ट आने में करीब 4 सप्ताह का वक्त लगेगा.
इस मामले को लेकर पीजीआई ने सेंट्रल स्टैंडर्ड ड्रग कंट्रोल आर्गेनाइजेशन को भी सूचित किया है. पीजीआई डॉक्टर से मिली शिकायत के बाद उन्होंने सैंपल भी लिए हैं. रिपोर्ट आने तक इन इंजेक्शन के बैच की स्प्लाई रोक दी गई है. इधर इस मामले की जांच के लिए पीजीआई ने भी एक जांच टीम का गठन किया है. जो इंजेक्शन और उससे होने वाली मौत के संदेह की जांच करेगी. इस जांच टीम को न्यूरोसर्जरी के एसके गुप्ता हेड करेंगे.