हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है. पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. मूल तौर पर पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना होता है. ये पांच अंग- तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण हैं. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षण, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास आदि की जानकारी देते हैं.
23 सितंबर 2021 गुरुवार अश्वनी कृष्ण पक्ष सूर्योदय द्वितीया तिथि प्रातः 06.53 बजे तक उसके उपरांत तृतीया तिथि.
तृतीया श्राद्ध आज
सर्व सिद्धि योग: प्रातः 6.08 बजे से पूर्ण रात्रि तक सर्वसिद्धि योग रहेगा.
भद्रा: शाम 7.37 बजे से कल प्रातः 8.54 बजे तक भद्रा रहेगी.
मूल प्रारंभ: 22 सितंबर प्रातः 5.07 बजे से रेवती नक्षत्र के 12 दिन के छोटे मूल प्रारंभ हो चुके हैं.
मूल समाप्ति: 24 सितंबर 2021 शुक्रवार प्रातः 8.54 बजे तक मूल रहेंगे उसके उपरांत मूल समाप्ति.
पंचक समाप्ति: 23 सितंबर गुरुवार प्रातः 6.44 बजे तक पंचक रहेंगे उसके उपरांत पंचक समाप्ति.
नक्षत्र: रेवती नक्षत्र प्रात 6.44 बजे तक उसके उपरांत अश्वनी नक्षत्र.
राशि: मीन राशि प्रातः 6.44 बजे तक उसके उपरांत मेष राशि.
शुभ चौघड़िया मुहूर्त (दिन)
शुभ: प्रातः 6.08 बजे से प्रातः 7.39 बजे तक
चर-सामान्य: प्रातः 10.40 बजे से दोपहर 12.11 बजे तक
लाभ: दोपहर 12.11 बजे से दोपहर 1.42 बजे तक
शुभ: शाम 4.44 बजे से शाम 6.14 बजे तक
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शुभ चौघड़िया मुहूर्त (रात्रि)
अमृत: शाम 6.14 बजे से रात 7.44 बजे तक
चर-सामान्य: रात 7.44 बजे से रात 9.13 बजे तक
लाभ: रात 12.11 बजे से रात 1.40 बजे तक
शुभ: रात 3.10 बजे से रात 4.39 बजे तक
अमृत: रात 4.39 बजे से अगले दिन सुबह 6.08 बजे तक
अभिजीत सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त: दिन के 11.47 बजे से दोपहर 12.35 बजे तक
आज का शुभ अंक: 2, 5, 6, 7
राहुकाल: दोपहर 1.42 बजे से दोपहर 3.13 बजे तक
(इसमें शुभ कार्य करना निषेध है)
दिशाशूल: आज के दिन दक्षिण दिशा यात्रा करने की मनाई है, अगर जाना जरूरी हो तो घर से हल्दी वाला दूध पीकर निकलें, कार्य में सफलता मिलेगी