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भिवानी: युवा कल्याण संगठन ने उठाई खेल विश्वविद्यालय के गठन की मांग, CM को दिया ज्ञापन - Bhiwani news

युवा कल्याण संगठन ने मांग की है कि भिवानी में खेल विश्वविद्यालय का गठन किया जाए. इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप दिया गया है.

Youth Welfare organisation
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Published : Mar 17, 2021, 4:43 PM IST

भिवानी: राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में भिवानी व दादरी जिलों के खिलाड़ियों की प्रतिभागिता को देखते हुए हरियाणा सरकार को यहां खेल विश्वविद्यालय को स्थापित करने की घोषणा बिना देरी के करनी चाहिए. इसके लिए भिवानी व दादरी जिले के जनप्रतिनिधियों को भी विधानसभा में आवाज उठानी चाहिए.

प्रदेश के मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में युवा कल्याण संगठन ने मांग की कि भिवानी व दादरी जिले के खिलाड़ियों ने दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है, ऐसे में भिवानी में खेल विश्वविद्यालय का गठन आवश्यक है.

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कमल प्रधान ने कहा कि पिछले चार ओलंपिक खेलों में मुख्य रूप से बॉक्सिंग और कुश्ती सहित अन्य खेलों में भिवानी व दादरी जिले के खिलाड़ियों की बढ़ती प्रतिभागिता के बावजूद भिवानी में खेल विश्वविद्यालय का न होना ना सिर्फ प्रदेश सरकार के लिए शर्म की बात है बल्कि यह दोनों जिलों की खेल प्रतिभाओं के साथ भी बहुत बड़ा विश्वासघात है.

उन्होंने कहा कि खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए युवा कल्याण संगठन हस्ताक्षर अभियान भी चलाएगा. इस अवसर पर द्रोणाचार्य अवार्डी बॉक्सिंग कोच जगदीश सिंह ने कहा कि चाहे ओलिंपिक खेल हो या एशियन, कॉमनवेल्थ हो या वर्ल्ड चैंपियनशिप, खेल महाकुंभ हो या राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता-भिवानी जिले के खिलाड़ियों ने फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट, वॉलीबाल, हैंडबॉल, कबड्डी जैसे टीम गेम ही नहीं बल्कि बॉक्सिंग, कुश्ती, जुडो, बैडमिंटन, आर्चरी, शूटिंग जैसे व्यक्तिगत खेलो में भी अपनी धाक जमाई है. ऐसे में भिवानी जिले में कोई खेल विश्वविद्यालय का ना होना हैरानी का विषय है.

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कमल प्रधान ने कहा कि भिवानी व दादरी की मिट्टी में विश्व स्तर के खिलाड़ी पैदा करने की क्षमता है. यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. दोनों जिलों में उदीयमान खिलाड़ियों की संख्या सबसे अधिक है. अत: इन जिलों की उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए भिवानी में खेल विश्वविद्यालय बनाना जरूरी हो गया है.

उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के बाद कमल प्रधान ने बताया कि द्रोणाचार्य अवार्डी बॉक्सिंग कोच जगदीश सिंह के साथ उन्होंने सरकार से मांग की है कि देश को 1000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, 15 ओलंपियन, 24 अर्जुन अवार्डी, 26 भीम अवार्डी और 3 द्रोणाचार्य अवार्डी देने वाले भिवानी व दादरी जिले में खेलों को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए खेल विश्विद्यालय की स्थापना होनी चाहिए.

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उन्होंने कहा कि खेल विश्वविद्यालय का लाभ न केवल भिवानी व दादरी जिले को बल्कि समूचे हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ियों को होगा क्योंकि हिसार, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, नारनौल, जींद, रेवाड़ी सहित सभी जिले इन दोनों जिलों से जुड़े हुए हैं.

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की नीतियां बनाने का दंभ भरती है तो फिर भिवानी व दादरी जिले की खेल प्रतिभाओं के साथ अन्याय क्यों किया जा रहा है.

भिवानी: राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में भिवानी व दादरी जिलों के खिलाड़ियों की प्रतिभागिता को देखते हुए हरियाणा सरकार को यहां खेल विश्वविद्यालय को स्थापित करने की घोषणा बिना देरी के करनी चाहिए. इसके लिए भिवानी व दादरी जिले के जनप्रतिनिधियों को भी विधानसभा में आवाज उठानी चाहिए.

प्रदेश के मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में युवा कल्याण संगठन ने मांग की कि भिवानी व दादरी जिले के खिलाड़ियों ने दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है, ऐसे में भिवानी में खेल विश्वविद्यालय का गठन आवश्यक है.

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कमल प्रधान ने कहा कि पिछले चार ओलंपिक खेलों में मुख्य रूप से बॉक्सिंग और कुश्ती सहित अन्य खेलों में भिवानी व दादरी जिले के खिलाड़ियों की बढ़ती प्रतिभागिता के बावजूद भिवानी में खेल विश्वविद्यालय का न होना ना सिर्फ प्रदेश सरकार के लिए शर्म की बात है बल्कि यह दोनों जिलों की खेल प्रतिभाओं के साथ भी बहुत बड़ा विश्वासघात है.

उन्होंने कहा कि खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए युवा कल्याण संगठन हस्ताक्षर अभियान भी चलाएगा. इस अवसर पर द्रोणाचार्य अवार्डी बॉक्सिंग कोच जगदीश सिंह ने कहा कि चाहे ओलिंपिक खेल हो या एशियन, कॉमनवेल्थ हो या वर्ल्ड चैंपियनशिप, खेल महाकुंभ हो या राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता-भिवानी जिले के खिलाड़ियों ने फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट, वॉलीबाल, हैंडबॉल, कबड्डी जैसे टीम गेम ही नहीं बल्कि बॉक्सिंग, कुश्ती, जुडो, बैडमिंटन, आर्चरी, शूटिंग जैसे व्यक्तिगत खेलो में भी अपनी धाक जमाई है. ऐसे में भिवानी जिले में कोई खेल विश्वविद्यालय का ना होना हैरानी का विषय है.

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कमल प्रधान ने कहा कि भिवानी व दादरी की मिट्टी में विश्व स्तर के खिलाड़ी पैदा करने की क्षमता है. यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. दोनों जिलों में उदीयमान खिलाड़ियों की संख्या सबसे अधिक है. अत: इन जिलों की उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए भिवानी में खेल विश्वविद्यालय बनाना जरूरी हो गया है.

उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के बाद कमल प्रधान ने बताया कि द्रोणाचार्य अवार्डी बॉक्सिंग कोच जगदीश सिंह के साथ उन्होंने सरकार से मांग की है कि देश को 1000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, 15 ओलंपियन, 24 अर्जुन अवार्डी, 26 भीम अवार्डी और 3 द्रोणाचार्य अवार्डी देने वाले भिवानी व दादरी जिले में खेलों को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए खेल विश्विद्यालय की स्थापना होनी चाहिए.

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उन्होंने कहा कि खेल विश्वविद्यालय का लाभ न केवल भिवानी व दादरी जिले को बल्कि समूचे हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ियों को होगा क्योंकि हिसार, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, नारनौल, जींद, रेवाड़ी सहित सभी जिले इन दोनों जिलों से जुड़े हुए हैं.

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की नीतियां बनाने का दंभ भरती है तो फिर भिवानी व दादरी जिले की खेल प्रतिभाओं के साथ अन्याय क्यों किया जा रहा है.

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