भिवानी: जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. तोशाम क्षेत्र में टमाटर की बिक्री नहीं होने पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे थे. किसानों के धरने को प्रमुखता से उठाने पर खुद कृषि मंत्री धरनास्थल पर पहुंचे और किसानों का धरना खत्म कराया. इस दौरान कृषि मंत्री ने किसानों को उनकी भरपाई के साथ भविष्य में सब्जियों का बिमा कराने का आश्वासन भी दिया.
क्या है मामला?
दरअसल तोशाम क्षेत्र के 7 से 8 गांवों के किसान 15 मई से अपने खेतों में धरने पर बैठे थे. किसानों ने बताया कि उनके टमाटर लॉकडाउन के चलते मंडियों में कौड़ियों के भाव बिक रहे हैं. जिसके चलते उनकी लागत भी पूरी नहीं हो पाती है. किसानों ने बताया कि पकी फसल को मंडियों में ले जाकर बेचने में भी घाटा हो रहा है. जिसके बाद किसानों ने सैकड़ों एकड़ में उगाई टमाटर की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. खबर का असर हुआ और किसानों से मिलने खुद कृषि मंत्री धरने पर पहुंचे.
किसानों को दिया मदद का भरोसा
कृषि मंत्री ने सबसे पहले धरने पर पहुंचकर किसानों की समस्याएं जानी और फिर बरबाद हुई टमाटर की फसल का जायजा लिया. इस दौरान किसानों ने बताया कि उन्होंने सालों पहले परंपरागत खेती छोड़कर सरकार की बागवानी योजना से प्रभावित होकर टमाटर और अन्य सब्जियां उगानी शुरू की. लेकिन लॉकडाउन लागू होने के चलते मंडियां बंद हो गई. जिसके चलते टमाटर की फसल नहीं बिक रही है.
किसानों ने बताया कि टमाटर लागत के चौथे हिस्से के भाव से बिकने के चलते उन्हें भारी नुकसान हुआ है. इसके बाद कृषि मंत्री ने टमाटर की फसल देखी और किसानों को हर संभव मदद का भरोसा देकर धरना खत्म कर दिया.
वहीं इस संबंध में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से किसानों को बहुत नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि किसान खून-पसीने की मेहनत से फसल तैयार करता है. लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते उन्हें घाटा उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि इन किसानों की बची हुई टमाटर को भावांतर योजना के तहत भरपाई करेंगे और मंडी तक का आधा किराया सरकार वहन करेगी. साथ ही जेपी दलाल ने कहा कि सब्जियों का बिमा ना होने के चलते ऐसी नौबत आती है. इसलिए अगले साल से पहले सब्जियों का बिमा कराया जाएगा. ताकि इस प्रकार की मार किसानों पर भविष्य में ना पड़े.
संतुष्ट नजर आए किसान
वहीं कृषि मंत्री के आश्वासन से किसान भी संतुष्ट नजर आए. कमल प्रधान ने बताया कि मंत्री ने भावांतर योजना के तहत भरपाई करवाने, मंडी तक का आधा भाड़ा देने और सब्जियों का बिमा करवाने का भरोसा दिया है. मंत्री के आश्वासन से किसान संतुष्ट हैं. कमल प्रधान ने कहा कि उन्होंने ये धरना 15 मई से शुरू किया था क्योंकि यहां आसपास के गांवों के 600 एकड़ में टमाटर की फसल थी. जो लगभग बर्बाद हो चुकी थी.
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