भिवानी: 16 जुलाई से लेकर अब तक जिले में कभी सुबह तो कभी शाम या रात को रूक-रूक कर कुछ देर बारिश होती रही. इससे जहां आमजन को गर्मी से राहत मिली है, तो वहीं किसानों के लिए रूक-रूक कर हो रही बारिश सोना बनकर बरस रही है. इस बारिश से कपास, धान, ज्वार व बाजरा की फसलों में बहुत फायदा होगा, क्योंकि अब ना तो नहरी पानी की जरूरत पड़ेगी और ना ही सिंचाई के लिए ट्यूव्बैल चलाने पड़ेंगे, लेकिन वहीं बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया है.
भिवानी में बुधवार को भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. मौसम विभाग ने 16 जुलाई से 20 जुलाई तक बारिश का मौसम बताया गया था, लेकिन उसके बाद भी दो दिन से इंद्रदेव जमकर बरसे रहे हैं. बुधवार को भी सुबह पांच बजे से तेज हवाओं के साथ जबरदस्त बारिश हुई है, जिसके चलते शहर के अंदर अनेक निचले स्थानों पर जलभराव हो गया है. जिससे लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं. वहीं शहर में हुए जलभराव के चलते प्रशासन के दावों की पोल भी खुलती नजर आई.
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भिवानी निवासियों ने कहा कि कई दिनों से गर्मी अधिक बनी हुई थी. बारिश से शहर में पानी जरूर भरा है, लेकिन इस तेज बारिश से गर्मी से राहत मिली है. यही नहीं इस बारिश से किसानों को भी बड़े स्तर पर लाभ मिलेगा, क्योंकि बारिश से कपास, धान, ज्वार व बाजरा की फसलों में बहुत फायदा होगा.
वहीं दुकानदारों ने कहा कि पिछले कई सालों से यही हाल हो रहा है. यहां को कोई सुध नही ली जा रही. सड़कों पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं और बारिश के मौसम में यहां और भी बुरा हाल हो जाता है. उन्होंने कहा कि बारिश के चलते यहां इतना पानी भर जाता है कि यहां के दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद ही रखनी पड़ती है. इस बार भी यही हालत है और शिकायत करने के बाद भी बारिश के पानी की निकासी के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं.
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