भिवानी: कोरोना कहर के बीच लगे लॉकडाउन में बंद हुए शराब के ठेकों के बाद शराब कारोबारियों द्वारा किए गए गड़बड़ घोटाले की जांच की आंच भिवानी तक पहुंच गई है. सोमवार को पुलिस और एक्साइज विभाग ने संयुक्त रूप से शराब के गोदामों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर स्टॉक की जांच शुरू की. इससे शराब कारोबारियों में हड़कंप मच गया.
भिवानी में शराब के पांच गोदाम हैं. सोमवार दोपहर को एकाएक पुलिस और एक्साइज विभाग की संयुक्त टीम गोदामों पर छापेमारी कर स्टॉक की जांच करने पहुंची. जांच टीम को देख शराब कारोबारियों में हड़कंप मच गया. संयुक्त टीम ने सबसे पहले लोहारू रोड़ स्थित गोदाम में जांच शुरू की.
डीएसपी हेडक्वार्टर वीरेंद्र सिंह भी यहां मौजूद रहे. शुरुआती दौर में शराब कारोबारियों ने जांच से मीडिया को दूर रहने को कहा पर डीएसपी के दखल के बाद शराब कारोबारी ढीले पड़ गए. डीएसपी हेडक्वार्टर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि शहर में शराब के पांच स्टॉक हैं, जिनकी एक्साईस विभाग की टीम के साथ मिलकर जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन लागू होने से अब तक के स्टॉक की जांच की जाएगी, जिसके लिए स्टॉक में आने वाली शराब का ऑनलाइन डाटा लेकर जांच की जा रही है.
उन्होंने बताया कि कई जगह गड़बड़ पाए जाने पर अब पूरे हरियाणा में जिला स्तर पर शराब के स्टॉक की जांच ही रही है. डीएसपी ने बताया कि जांच में स्टॉक का मिलान व एक्साईज ड्यूटी की चोरी ना हुई हो इसकी जांच स्टॉक में रखी एक एक बोतल की गिनती के बाद पता चल पाएगी.
गौरतलब है कि पानीपत और सोनीपत में हुए शराब के गड़बड़ झाले के बाद इंकार नहीं किया जा सकता कि इस प्रकार की गड़बड़ कर शराब कोरोबारियों ने दूसरे जिलों में ना की हो. जिस प्रकार से लॉकडाउन के दौरान नियमों की धज्जियां उड़ाकर कई गुणा दामों में अवैध रूप से शराब बेची गई, उससे लगता है कि ये जांच सही तरीके से हुई तो इस जांच की आंच में कई शराब कारोबारी और सरकारी अधिकारी व कर्मचारी भी झुलस सकते हैं.
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