भिवानी: हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि भिवानी शिक्षा बोर्ड की मनमानी के कारण प्रदेश के हजारों बच्चों का भविष्य दांव पर लग सकता है.
कुंडू ने कहा कि लगभग दस हजार दसवीं कक्षा के बच्चों के रिजल्ट में गड़बड़ी की गई है, जिसमें दो हजार बच्चे तो ऐसे हैं, जिन्होंने परीक्षा दी थी, लेकिन उनके हस्ताक्षर होने के बावजूद उनको रिजल्ट में अनुपस्थित दर्शाया गया है. वहीं कुछ ऐसे बच्चे भी हैं, जिनके कुल अंक दिखाए गए हैं, लेकिन उनका रिजल्ट कैंसल दिखाया गया है, जोकि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है.
कुंडू ने कहा कि बहुत से बच्चों के एवरेज के हिसाब से जो अंक लगाए गए हैं, उनकी एवरेज में भी गड़बड़ी है, जिसे सहन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि हाजिर बच्चों को अनुपस्थित दिखाने से बच्चों के दिमाग पर गलत असर डालेगा.
संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि सैंकड़ों बच्चों का रिजल्ट रोक दिया गया है, क्योंकि वे बच्चे जिन स्कूलों में पढ़ते थे, उन स्कूलों पर बोर्ड चेयरमैन ने दबाव बनाने के लिए गलत तरीके से एक एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है, लेकिन उन स्कूलों ने प्रूफ के साथ बोर्ड को लिखकर जवाब दिया कि ये जुर्माना गलत लगाया गया है, उसके बाद भी उन स्कूलों के बच्चों का रिजल्ट रोक दिया गया है, जबकि उसमें बच्चों का कोई कसूर नहीं है.
उन्होंने मांग की है कि जिन बच्चों का रिजल्ट रोका गया है, उनका रिजल्ट घोषित किया जाए और जिन बच्चों को हाजिर होते हुए भी गैर हाजिर दिखाया गया है, उसको ठीक करके रिजल्ट निकाला जाए तथा एवरेज में जो गड़बड़ी की गई है, उसको भी ठीक किया जाए, अन्यथा बच्चे, अभिभावक और स्कूल संचालक मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी बोर्ड प्रशासन और सरकार की होगी.
कुंडू ने कहा कि ऐच्छिक विषयों में भी 99, 018 बच्चों को फेल कर दिया गया है, जबकि बोर्ड ने उन विषयों की परीक्षा ली ही नहीं थी. बिना परीक्षा लिए ही फेल करना, बोर्ड की तानाशाही है. उन्होंने मांग की कि बच्चों को सीसीई के अंकों के आधार पर पास किया जाए ताकि बच्चों का भविष्य खराब होने से बचाया जा सके.
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