भिवानी: हरियाणा के भिवानी नगर परिषद के कथित जमीन और फर्जी रसीद घोटाला मामले (Bhiwani Municipal Council scam case) में नगर परिषद के निवर्तमान उपप्रधान मामनचंद को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. मामनचंद के साथ-साथ निवर्तमान चेयरमैन रणसिंह पर भी घोटाले के मुकदमे दर्ज थे, उसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इस मामले में मामनचंद पर भी मामला दर्ज था, लेकिन वह फरार चल रहा था.
हालांकि पुलिस मामनचंद को गिरफ्तार करने के लिए उत्तर प्रदेश तक गई थी, लेकिन सोमवार को उसने भिवानी के न्ययालय में सरेंडर कर दिया. बाद में उसे अदालत में पेश किया गया, जहां पुलिस की मांग पर मामनचंद को चार दिन के रिमांड पर भेज दिया गया. बता दें कि भिवानी बचाओ संघर्ष समिति ने शिकायत की थी और महत्वपूर्ण दस्तावेज भी पुलिस को दिए थे. उन्होंने आरोप लगाए थे कि नगर परिषद में घोटाले चल रहे हैं. इस पर जांच शुरू हुई थी, लेकिन मामला ढीला चला तो उसके बाद जांच राज्य सतर्कता ब्यूरो को दिया गया था. भिवानी बचाओ संघर्ष समिति लगातार नगर परिषद घोटाले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी.
वहीं, गिरफ्तारी से बचने के लिए मामनचंद ने अग्रिम जमानत लगाई थी, लेकिन जमानत नहीं मिली. उसके बाद मामनचंद हाईकोर्ट की शरण में भी गया था, लेकिन वहां से भी उसे राहत नहीं मिली. इस बीच मामनचंद कई दिन तक फरार रहा. आखिरकार सोमवार को उसने न्यायालय के सामने सरेंडर (Mamanchand on four day police remand) कर दिया.
पुलिस द्वारा आरोपी मामनचंद को सोमवार को न्यायालय में पेश कर मामला संख्या 251 दिनांक 26 अप्रैल 2022 धारा 406, 420, 467, 468, 471, 34 भारतीय दंड संहिता थाना शहर भिवानी और मामला संख्या 224 दिनांक 15 अप्रैल 2022 धारा 420, 467, 468, 471 भारतीय दंड संहिता के तहत थाना शहर भिवानी में दर्ज मामलों में पेश करके चार दिन की पुलिस रिमांड हासिल किया गया है. रिमांड मिलने के साथ ही पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ में जुटी है. इस मामले में महत्वपूर्ण तथ्यों का अध्ययन करके अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.
इस मामले में मामनचंद के परिजनों ने भिवानी बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों पर जमकर निशाना साधा है. परिजनों ने कहा कि राजनीतिक कारणों के बेवजह मामनचंद पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं, भिवानी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुशील वर्मा का कहना है कि इस मामले (Scam in Bhiwani Municipal Council ) को लेकर उन्होंने पुलिस को सभी दस्तावेज दिए हैं. उन्होंने कहा कि मामला संगीन है. किसी प्रकार की राजनीति करने के आरोपों का भी उन्होंने खंडन किया. वहीं, उन्होंने कहा कि इस मामले के सभी मुख्य आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करे.
क्या है पूरा मामला: नगर परिषद के बहुचर्चित घोटाले (Bhiwani Municipal Council scam) में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से एक आरोपी ने नगर परिषद के खाते से अपनी फर्म में तीन करोड़ 83 लाख 57 हजार रुपये और साढ़े 11 लाख रुपये कमीशन लेकर फर्जी तरीके से डलवाए थे. फिलहाल इस मामले में अब मामनचंद की गिरफ्तारी के बाद कई और बड़ी मछलियों के फंसने की उम्मीद है.
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