भिवानी: नई शिक्षा नीति 2019 में शतरंज के खेल को ऐच्छिक विषय के रूप में शामिल किया जाएगा. नई शिक्षा नीति की रिपोर्ट में शतरंज के महत्व को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है. रिपोर्ट के पेज न. 91 से 94 तक इस खेल को छात्रों के लिए महत्वपूर्ण बताया है.
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भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के राष्ट्रीय महासचिव कुलदीप ने भिवानी में बताया कि पढ़ाई-लिखाई के साथ स्कूलों में अब बच्चों की तार्किक क्षमता बढ़ाने शतरंज खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. नई शिक्षा नीति में शतरंज को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने के प्रस्ताव का एसोसिएशन स्वागत करती है. नई शिक्षा नीति में इसे लेकर जोरदार पहल की गई है.
नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को ऐच्छिक रुप से शतरंज खेलने के लिए प्रेरित किया जाएगा. साथ ही उन्हें शब्द और तर्क पहेलियों जैसी गतिविधियां से भी जोड़ने की सिफारिश की गई है. शिक्षा नीति में बच्चों में घटती तार्किक क्षमता को लेकर चिंता जताई गई है.
गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति के मसौदे पर सरकार फिलहाल अभी राय ले रही है जिसकी अंतिम तिथि 30 जून है. इसके बाद इसके अमल की प्रक्रिया शुरू होगी.