भिवानी: विधानसभा चुनाव की जंग का आगाज हो गया है. ऐसे में नेताओं की बयानबाजी अब जुबानी जंग बन चुकी है. इशारों ही इशारों में नेता ना केवल विरोधियों, बल्कि अपने नेताओं पर भी तीर छोड़ना नहीं भूलते. ऐसा ही एक तीर तंवर ने छोड़ा है.
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अशोक तंवर ने ये तीर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा और पूर्व सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को सीएम की दौड़ से बाहर करने के लिए छोड़ा है. हालांकि इसके लिए उन्होंने खुद सबसे पहले विस चुनावों का दंगल छोड़ने की भी बात कही है. बता दें कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर शनिवार को गांव चांग पहुंचे थे. वो यहां संत आश्रम में अपने धर्म गुरु रामानंद की 7वीं बरसी पर पहुंचे थे.
देश की अर्थव्यवस्था पर चिंता जाहिर की
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा कि आज देश 70 साल के इतिहास में पहली बार संकट में है. आज देश की अर्थव्यवस्था, किसान, रोजगार और उद्योग बहुत बड़े संकट में हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अब अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की सोच रही है, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है.
'कांग्रेस में फूट नहीं'
वहीं कांग्रेस की फूट को नकारते हुए तंवर ने कहा कि कांग्रेस एक मेले के समान है, जिसमें छोटी-मोटी बातें होती रहती हैं, लेकिन सभी नेता एक होकर सोनिया और राहुल को मजबूत करने का काम करेंगे.
इनेलो-जेजेपी पर तंज कसा
साथ ही इनेलो और जेजेपी के एक होने की चर्चाओं पर तंवर ने चुटकी ली और कहा कि जीरो प्लस जीरो और जीरो बटा जीरो जीरो ही होती है.
'लोकसभा चुनाव लड़ने वाले कांग्रेसी ना लड़ें विधानसभा चुनाव'
इस दौरान अशोक तंवर ने विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा. उन्होंने कहा कि जिसने भी लोकसभा चुनाव लड़ा, वो कोई भी नेता विधानसभा चुनाव ना लड़े.
तंवर ने कहा कि दशकों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए और नए चेहरों को विस चुनाव के मैदान में उतारना चाहिए. साथ ही कहा कि मैं लोकसभा चुनाव ना लड़ता और प्रचार करता तो कांग्रेस को लोकसभा की 4-5 सीटें जरूर मिलती. साथ ही छात्र संघ चुनाव ना करवाने पर उन्होंने बीजेपी को तानाशाह पार्टी करार दिया.