भिवानी: भारतीय संस्कृति में गोदभराई की रस्म अपना विशेष स्थान रखती है. अब इसी रस्म को महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा द्वारा पोषण अभियान से जोड़कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर अपनाया जा रहा है.
पोषण अभियान
पोषण अभियान के तहत शुक्रवार को भिवानी में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पोषण अभियान देश भर में चलाया जा रहा है. जिसका मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को पोषण के बारे में जानकारी देना रहा.
महिलाओं को पौष्टिक आहार के बारे में बताया गया
पोषण अभियान के तहत गोदभराई कार्यक्रम में सैंकड़ों गर्भवती महिलाएं आज अपनी परंपरागत वेशभूषा में सज-धजकर आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंची. जहां उन्हें पौष्टिक आहार के महत्व के बारे में जानकारी दी गई.
क्या है पौष्टिक और संतुलित आहार
कार्यक्रम में पहुंची गर्भवती महिलाओं को बताया गया कि पौष्टिक और संतुलित आहार गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए बहुत जरूरी है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वे अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, बथुआ का प्रयोग करें. इसके साथ ही घर में आसानी से उपलब्ध होने वाले पके हुए काले चने और गुड़ का सेवन करें, इनके सेवन से महिलाओं में प्राकृतिक रूप से रक्त की पूर्ति होगी.
गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी के चलते एनीमिया की शिकायत अक्सर हो जाती है. इसीलिए गर्भ के दौरान महिलाओं को पौष्टिक आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए. आंगनबाड़ी वर्कर दर्शना और कविता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन प्रोटीन, विटामिन, मिनिरल की पूर्ति संतुलित आहार से करनी चाहिए.
गर्भवती महिलाओं ने हिस्सा लिया
गोदभराई कार्यक्रम में महिलाओं ने खूब हंसी-ठिठोली करके कार्यक्रम को पूरा किया तथा अपने स्वास्थ्य की देखभाल के टिप्स लिए. गोदभराई कार्यक्रम में पहुंची सुमन और पिंकी ने बताया कि आज उन्हें गोदभराई कार्यक्रम में अपने स्वास्थ्य की जानकारी और अपने गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य की देखभाल के बारे में पता चला है. वे पौष्टिक भोजन अपनी दिनचर्या में अपनाकर अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखेंगी.
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