भिवानी : कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है. ऐसे में आमजन को परेशानी उठानी पड़ रही है. लेकिन इस संकट की घड़ी में सबसे ज्यादा मजदूर परेशान हैं. काम धंधे ठप होने के चलते रोज काम कर अपने और अपने परिवार का पेट भरने वाले लोग रोजी रोटी के लिए तरस गए हैं.
प्रवासी मजदूरों की मजबूरी को तो बयां तक नहीं किया जा सकता. ऐसे में पूरे देश में बहुत सी सामाजिक, धार्मिक, गैर-राजनीतिक और शैक्षणिक संस्थाएं अलग-अलग तरीके से ऐसे लोगों को लिए मदद के हाथ आगे बढ़ा रहीं हैं.
इस महामारी के समय में भिवानी जेल प्रशासन ने पूरे देश में एक नई मिसाल पेश की है. जेल के कैदियों ने प्रति दिन एक हजार जरूतमंद लोगों के लिए खाना बनाना शुरू किया है. भिवानी महापंचायत द्वारा जेल में राशन भेजा जाता है और कैदी यहां खाना बनाकर पैकिंग कर देते हैं.
जेल अधीक्षक सत्यवान ने बताया कि जेल में खाना बनाने से पैकिंग तक साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखा जाता है. रोटियां बिजली की मशीन से बनाई जाती हैं. जेल अधीक्षक ने बताया कि जिला प्रशासन, जेल प्रशासन और भिवानी पंचायत का प्रयास है कि कोई आदमी इस संकट की घड़ी में भूखा ना सोए. इसलिए सभी कैदियों ने इस संकट की घड़ी में भोजन बनाने में सहयोग करने का फैसला लिया है.
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जेल अधीक्षक सत्यवान ने बताया कि सब्जी लाने, काटने, पकाने और पैकिंग करने तक साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. रोटियां बिजली की मशीन से बनाई जाती हैं. पैकिंग में कहीं भी प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया जाता है. इस संकट की घड़ी में भिवानी की जेल ने मिसाल पेश की है.