भिवानी: हरियाणा के जिला भिवानी को साफ-सुथरा बनाने के लिए नगर परिषद ने कार्य योजना को अमलीजामा पहना दिया है. नगर परिषद द्वारा लगाया टेंडर खुल चुका है, जिसमें इंदौर की एक कंपनी शहर में प्रत्येक घर-घर जाकर कचरा उठाने का काम (DOOR TO DOOR GARBAGE WILL BE PICK IN BHIWANI ) करेगी. शहर में किए जाने वाली सफाई व्यवस्था की इस योजना पर प्रत्येक वर्ष आठ करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसके बाद शहर में कचरा नजर नहीं आएगा और शहर गंदगी मुक्त हो जाएगा.
उल्लेखनीय है कि शहर के क्षेत्र के मुकाबले नगर परिषद (CITY COUNCIL BHIWANI) के पास बहुत ही सीमित संसाधन हैं और इन्हीं संसाधानों पर ही शहर की सफाई व्यवस्था निर्भर है. शहर में सफाई व्यवस्था के लिए नगर परिषद द्वारा पांच वार्ड ठेके पर दिए गए हैं, जबकि 31 में शेष वार्ड 26 वार्ड नगर परिषद स्वयं सफाई करवा रही है. नगर परिषद के पास फिलहाल 297 सफाई कर्मचारी हैं, जिनमें से 139 नियमित हैं और 158 कच्चे कर्मचारी हैं. इनमें से आधा दर्जन अभी सेवानिवृत होने वाले हैं.
ऐसे में सफाई कर्मचारियों की संख्या और भी कम हो जाएगी. परिषद के पास 16 ऑटो टिप्पर हैं, दो स्वराज माजदा और छह-सात ट्रैक्टर ट्रालियों से कचरे का उठान किया जा है. शहर से प्रतिदिन करीब 70-80 टन कचरा निकलता है, जिसको नगर परिषद एमआरएफ सेंटर दादरी रोड पर डालने का काम करती (CLEANLINESS SYSTEM IN BHIWANI) है. सीमित संसाधनों से शहर में सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने में नगर परिषद को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
कचरा प्वाइंट को समाप्त करने की योजना: बता दें, शहर को गंदगी से मुक्त बनाने के लिए जिला नगर आयुक्त एवं अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल ने एक विशेष योजना तैयार की है और शहर में जगह-जगह डाले जाने वाले कचरा प्वाइंट को समाप्त करने की एक कारगर योजना तैयार की. इस योजना के तहत मुख्य रूप से हलवासिया स्कूल के सामने, कमला भवन के पास, हुडा पार्क, बासिया भवन के सामने, हांसी रोड, बीटीएम रोड पर कचरे डाले जाने वाली जगहों से कचरे को साफ करवाया और वहां पर कुर्सियां डलवाई.
नगर परिषद की लोगों से अपील: इसके साथ ही नागरिकों से समय-समय पर अपील की गई है कि वे यहां पर किसी भी प्रकार का कचरा न डालें. हर घर से कचरा उठाने का कार्य इंदौर की कंपनी जल्द से जल्द शुरु करेगी. इस योजना को लगभग अमलीजामा पहना दिया गया है. इसके लिए टेंडर खुल चुका है, जो हर साल का करीब आठ करोड़ रुपए का है. इसके बाद कंपनी द्वारा शहर में प्रत्येक घर से कचरे का कलेक्शन किया जाएगा, जिससे कचरा घरों से बाहर डालने की नौबत ही नहीं आएगी. ऐसे में शहर अपने-आप की स्वच्छ व सुंदर दिखाई देगा.इसमें कचरे का निस्तारण करने की जिम्मेदारी भी कंपनी की ही होगी.
क्या कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी: इस बारे में जिला नगर आयुक्त एवं अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल ने बताया कि शहर में हर घर से कचरा कलेक्शन की प्रक्रिया पूरी होने वाली है. आने वाले समय में हर घर से कचरा लिया जाएगा और यह कार्य टेडर प्रक्रिया के तहत इंदौर की कंपनी को दिया जा रहा है. उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे सड़कों पर जगह-जगह पर गंदगी न डालें. विशेषकर वहां पर कचरा न डालें जहां पर कुर्सियां डलवाई गई हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने में सहयोग करें.