भिवानी: जिले के गांव उमरावत में 40 साल हो गए नहरी पानी आए. आज तक कितनी सरकारें आई और चली गईं. ग्रामीणों ने सभी के सामने एक ही मांग रखी कि उनके खेतों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाए. सभी सरकारों के नुमाइंदों ने भी उनकों आश्वासन दिया, लेकिन पूरा किसी ने नहीं किया.
किसान संदीप ने बताया कि उनके गांव में लगभग 40 वर्ष बीत चुके हैं नहर का पानी आए हां इतना जरूर है कि जोहड़ को भरने के लिए पानी जरूर आ जाता है, ताकि पशु प्यासे ना रहें. वो पानी भी अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद ही आता है. उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन होने के साथ लोगों को बीजेपी सरकार से एक आस बंध गई थी कि उनके भी अब दिन फिरेंगे.
सरकार ने भी नहर का करोड़ों रुपये लगाकर नवीनीकरण तो करवा दिया, लेकिन उनके ये करोड़ों रुपयों पर भी पानी फिर गया, क्योंकि उनके खेतों में आज तक सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंचा है.
किसानों का कहना है कि उनके खेतों में जो पहले नालियां बनी थी वो टूट चुकी हैं. सरकार को पहले खेतों में छोटी-छोटी नालियां बनानी चाहिए, लेकिन ये सरकार का दुर्भाग्य है कि उन्होंने इसकी कोई पहल नहीं की है. सरकार द्वारा लगाए गए करोड़ों रुपये किसानों के किसी का काम नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि कृषि योग्य भूमि किसानों के सामने ही बंजर होती जा रही है.
सारी जमीन केवल बारिश पर ही आधारित है. जमीनी पानी खारा होने से कृषि योग्य नहीं है. किसानों ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि उनकें खेतों को नहरी पानी की आवश्यकता है. अगर जल्द ही नहरी पानी नहीं आया तो किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाऐंगे.
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