भिवानी: जिले में किसानों को सरसों की फसल के एमएसपी से भी अधिक के भाव मिल रहा है. यहां के मंडियों में सरसों की फसल की 4700 से 5300 रुपए प्रति क्विंटल रुपए बिक्री हुई है.
जिले में बनाई गई विभिन्न मंडियों में पांच अप्रैल तक 4791 मीट्रिक टन सरसों की पहुंच हुई, जिसकी आढ़ती द्वारा सारी फसल की खरीद की जा चुकी है. वहीं दूसरी ओर मंडियों में पांच अप्रैल तक 2106 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है.
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जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक अनिल कालड़ा ने बताया कि भिवानी अनाज मंडी में 2230 मीट्रिक टन, लोहारू में 215, बहल में 455, ढिगावा में 305, जुई में 460, सिवानी में 222, तोशाम में 809, बवानीखेड़ा में 137 सरसों की आवक हुई है.
वहीं जिला की मंडियों में पांच अप्रैल तक 2106 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई, जिसमें भिवानी अनाज मंडी में 435, चांग में 270, लोहारू में 248, बवानीखेड़ा में 187, ढिगावा में 477, सिवानी में 182, तोशाम में 96 और जुई मंडी में 211 मीट्रिक टन, गेहूं की आवक हो चुकी है.
मंडियों में खाद्य एवं पूर्ति विभाग, भारतीय खाद्य निगम और हरियाणा वेयर हाऊस द्वारा गेहूं की खरीद की जा रही है. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि वे मंडियों में अपनी फसल को अच्छी तरह से सूखाकर व साफ-सुथरी करके लाएं. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए गेहूंं 1975 रुपए प्रति क्विंटल, सरसों का 4650 रुपए व चने का समर्थन मूल्य 5100 रुपए निर्धारित किया है.
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उन्होंने कहा कि किसान उनके मोबाईल पर दिए गए संदेश के अनुरूप तारीख पर ही अपनी फसल मंडी में लेकर आएं. उन्होंने किसानों से यह भी अपील की है कि वे जिस वाहन में फसल लेकर आएं, उसको खाली करने के पश्चात अपने वाहन को तुरंत मंडी से बाहर लेकर जाएं, ताकि मंडी में वाहनों से जाम की स्थिति न बने. यदि किसानों को मंडी में किसी प्रकार से परेशानी हो तो वे टोल फ्री नंबर 18001802060 पर या सचिव मार्केट कमेटी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.