अंबाला: अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में एक अच्छी खासी हलचल देखने को मिली. एक तरफ जेजेपी के उम्मीदवार गुरपाल सिंह ने बीजेपी में शामिल होकर अनिल विज को समर्थन देते हुए अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया तो दूसरी और चौधरी निर्मल सिंह और उनकी बेटी सरवारा का साथ देते हुए इनेलो उम्मीदवार ओंकार सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
गुरपाल सिंह ने नामांकन वापस लिया
गुरपाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वो अपने गांव और शहर की भलाई के लिए अनिल विज का साथ दे रहे हैं और अपनी मर्जी से व्यक्तिगत तौर पर अपना नामांकन वापस ले रहे हैं. बता दें कि गुरपाल सिंह ने जेजेपी का दामन छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
ओंकार सिंह ने नामांकन वापस लिया
वहीं ओंकार सिंह ने बताया कि उनके नामांकन वापस लेने के दो कारण हैं एक तो अपने पार्टी सुप्रीमो के फैसले को माना है और दूसरा मैं अंबाला की जनता को न्याय दिलवाना चाहता हूं.
ओंकार सिंह ने ये भी कहा कि आज अम्बाला की जनता बहुत ही डर के माहौल में जी रही है. इसलिए उसको न्याय दिलवाना जरूरी है. उन्होंने चित्रा सरवारा के पक्ष में बोलते हुए कहा कि आज उन्होंने नामांकन वापस लेकर उस उम्मीदवार का साथ दिया है, जो अंबाला की जनता को न्याय दिलवा सकता है.
इनेलो ने अंबाला की दो सीटों पर निर्दलियों को समर्थन दिया
आपको बता दें कि इनेलो ने अंबाला की दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन दिया है. इनेलो ने अंबाला कैंट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही चित्रा सरवारा और अंबाला शहर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे निर्मल सिंह को अपना समर्थन दिया है. वहीं जेजेपी के उम्मीदवार रहे गुरपाल सिंह ने सबको चौंकाते हुए अपना समर्थन बीजेपी प्रत्याशी अनिल विज को दिया है.
ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव: अमित शाह कल से संभालेंगे प्रचार की कमान, हरियाणा में होंगी ताबड़तोड़ रैलियां