अंबाला: कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लगाए गए लॉकडाउन में सभी शिक्षण संस्थान भी बंद कर दिए गए थे. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान पढ़ाई जारी रखने के लिए स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों ने ऑनलाइन माध्यम का सहारा लिया.
स्कूल, कॉलेज के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई कराई गई. हालांकि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जैसे कि नेटवर्क की समस्या, घर में अच्छे फोन ना होना आदि. इन समस्याओं का लगभग हर शिक्षण संस्थान के बच्चों ने सामना किया, लेकिन आईटीआई के बच्चों को इन सबके अलावा भी एक बहुत बड़ा नुकसान हुआ.
दरअसल, आईटीआई के स्टूडेंट्स का लगभग सारा काम प्रैक्टिकली होता है. जिस वजह से उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान दिक्कतों का ज्यादा सामना करना पड़ा. अब बाकी शिक्षण संस्थानों के साथ आईटीआई भी खुल गए हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने अंबाला शहर के सरकारी आईटीआई का दौरा किया और इन समस्याओं के बारे में ज्यादा जानने के लिए छात्रों से बात की.
ये भी पढ़ें- हरियाणा की जेलों में रेडियो स्टेशन: 3 जेलों के 21 कैदियों को दी गई ट्रेनिंग
आईटीआई के छात्रों ने संस्थान खुलने पर बेहद खुशी जाहिर की और कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बड़ी दिक्कतें आ रही थी, कुछ भी प्रैक्टिकल नहीं हो पा रहा था. अब आईटीआई खुल गया है तो अच्छे से पढ़ाई कर सकेंगे.
वहीं कोरोना के केस भी अभी लगातार सामने आ रहे हैं तो ऐसे में हमारी टीम ने आईटीआई में कोरोना से बचाव के प्रबंध का भी जायजा लिया. हमने पाया कि संस्थान में कोरोना से बचाव को लेकर पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. इन सब प्रबंधों से बच्चे भी संतुष्ट नजर आए और सरकार के द्वारा आईटीआई खोलने के फैसले का स्वागत किया.
वहीं छात्रों के अलावा हमने आईटीआई के शिक्षकों से भी बात की. उनका कहना था कि आईटीआई संस्थान में बिना प्रैक्टिकल के बच्चों को पढ़ाना नामुमकिन सा है. ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई में नुकसान हुआ.
बहरहाल अब आईटीआई खुल चुके हैं, और उम्मीद है कि अब खुले ही रहेंगे. ऐसे में ऑनलाइन क्लासेज की वजह से आईटीआई के छात्रों की पढ़ाई को जो नुकसान हुआ है वो अब नहीं होगा और अब बच्चे पहले की तरह फिर से पढ़ाई कर सकेंगे.
ये भी पढ़ें- हरियाणा: 2021 में लगभग 67 लाख लोगों को लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन