अंबाला: अंबाला कैंट और अंबाला सिटी विधानसभा सीट पर चुनाव दिलचस्प हो गया है. इनेलो-अकाली दल ने अपना समर्थन कांग्रेस के बागी नेता चौधरी निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा को देने की फैसला किया है. रविवार को इनेलो-अकाली दल और कांग्रेस के कई नेता चौधरी निर्मल सिंह के आवास पहुंचे और उन्होंने अंबाला कैंट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही चित्रा सरवारा और अंबाला शहर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहें निर्मल सिंह को अपना समर्थन दिया. समर्थन देने के सिलसिले में अंबाला छावनी से इनेलो-अकाली दल के उम्मीदवार ओंकार सिंह सोमवार को अपना नामांकन वापस ले लेंगे.
'अन्याय के खिलाफ धर्म युद्ध'
इस मौके पर चित्रा ने कहा कि इनेलो अध्यक्ष ने आज अपना समर्थन देने का ऐलान किया है. चित्रा ने कहा आज अन्याय के खिलाफ धर्म युद्ध हो रहा है और उसे देखते हुए लोग भी हमें समर्थन दे रहे हैं.
'हाईकमान के आदेश पर समर्थन दिया'
इस मौके पर कैंट से निर्दलीय चित्रा को समर्थन देने वाले इनेलो प्रत्याशी ओंकार सिंह ने कहा कि वो इनेलो और अकाली दल के कर्मठ कार्यकर्ता हैं. वे अकाली और इनेलो के आदेश पर ही चुनाव में उतरे थे और आज हाईकमान के आदेश पर ही अपना नामांकन वापस लेकर जनता के लिए नए युद्ध में शामिल होते हुए चित्रा का समर्थन किया है.
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आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में अंबाला छावनी सीट से टिकट न मिलने पर बागी हुए पूर्व राजस्व मंत्री निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े ये दोनों नेता अब आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे हैं. अंबाला छावनी से चित्रा सरवारा ने नामांकन किया है, वहीं पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने अंबाला शहर से अपना पर्चा भरा है.