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बोर्ड परीक्षा में नकल करते पकड़े गए छात्रों को 27 मई तक भरना होगा UMC फॉर्म - भिवानी हिंदी न्यूज

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने यूएमसी फॉर्म भरने की तिथि 27 मई कर दी है. अगर कोई छात्र 27 मई तक यूएमसी फॉर्म नहीं भरता है, तो बोर्ड की की ओर से ये समझा जाएगा कि वो छात्र अपने बचाव में कुछ नहीं कहना चाहता. फिर बोर्ड उस पर अपने हिसाब से कार्रवाई करेगा.

Haryana School Board
हरियाणा विद्यालय बोर्ड
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Published : May 23, 2020, 5:02 PM IST

भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से मार्च-2020 में संचालित करवाई गई सेकेंडरी की परीक्षा में जिन परीक्षार्थियों ने नकल (यूएमसी) की थी. इस बार नकल के मामले में शिक्षा बोर्ड छात्रों की व्यक्तिगत सुनवाई नहीं करेगा. जबकि इससे पहले परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़े जाने पर बने यूएमसी केस को लेकर अपना पक्ष रखने के लिए शिक्षा बोर्ड कार्यालय में व्यक्तिगत रुप से उपस्थित होना जरूरी था.

ऐसे छात्रों को कोरोना महामारी के कारण बोर्ड मुख्यालय पर सुनवाई के लिए बुलाया जाना संभव नहीं है. इसलिए ऐसे सभी परीक्षार्थी यूएमसी फॉर्म भरकर 27 मई तक ऑनलाइन भेज सकते हैं. ये जानकारी देते हुए बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह और सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि...

ऐसे रेगुलर परीक्षार्थी जो नकल के मामले में पकड़े गए थे. उनके स्कूल के मुखिया की ई-मेल पर यूएमसी फॉर्म भेज दिया गया है. सभी संबंधित विद्यालय के मुखिया अपने विद्यालय के परीक्षार्थियों को अवगत करवाएं, कि वे ये फॉर्म भरकर ई-मेल आईडी या बोर्ड का वॉटसअप नंबर 88168-40349 पर 27 मई तक भेज दें. ताकि उनके पक्ष को सुना जा सके.

ये भी पढे़ं:-पाकिस्तान विमान हादसे में 98 लोगों की मौत, इमरान और पीएम मोदी ने जताया दुख

इसके अलावा बोर्ड के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए कहा कि ओपन स्कूल के परीक्षार्थियों की फॉर्म भरने के बाद आवेदन पत्र में दिए गए टेलीफोन नंबर पर एसएमएस के जरिए सूचना दें. परीक्षार्थियों की सूची और फोर्म बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है. साथ ही उन्होंने बताया कि यदि किसी भी परीक्षार्थी की ओर से 27 मई तक फॉर्म भरकर नहीं भेजा जाता है तो उसे अनुपस्थित मानकर ये समझा जाएगा कि परीक्षार्थी अपने बचाव में कुछ नहीं कहना चाहता है.

भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से मार्च-2020 में संचालित करवाई गई सेकेंडरी की परीक्षा में जिन परीक्षार्थियों ने नकल (यूएमसी) की थी. इस बार नकल के मामले में शिक्षा बोर्ड छात्रों की व्यक्तिगत सुनवाई नहीं करेगा. जबकि इससे पहले परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़े जाने पर बने यूएमसी केस को लेकर अपना पक्ष रखने के लिए शिक्षा बोर्ड कार्यालय में व्यक्तिगत रुप से उपस्थित होना जरूरी था.

ऐसे छात्रों को कोरोना महामारी के कारण बोर्ड मुख्यालय पर सुनवाई के लिए बुलाया जाना संभव नहीं है. इसलिए ऐसे सभी परीक्षार्थी यूएमसी फॉर्म भरकर 27 मई तक ऑनलाइन भेज सकते हैं. ये जानकारी देते हुए बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह और सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि...

ऐसे रेगुलर परीक्षार्थी जो नकल के मामले में पकड़े गए थे. उनके स्कूल के मुखिया की ई-मेल पर यूएमसी फॉर्म भेज दिया गया है. सभी संबंधित विद्यालय के मुखिया अपने विद्यालय के परीक्षार्थियों को अवगत करवाएं, कि वे ये फॉर्म भरकर ई-मेल आईडी या बोर्ड का वॉटसअप नंबर 88168-40349 पर 27 मई तक भेज दें. ताकि उनके पक्ष को सुना जा सके.

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इसके अलावा बोर्ड के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए कहा कि ओपन स्कूल के परीक्षार्थियों की फॉर्म भरने के बाद आवेदन पत्र में दिए गए टेलीफोन नंबर पर एसएमएस के जरिए सूचना दें. परीक्षार्थियों की सूची और फोर्म बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है. साथ ही उन्होंने बताया कि यदि किसी भी परीक्षार्थी की ओर से 27 मई तक फॉर्म भरकर नहीं भेजा जाता है तो उसे अनुपस्थित मानकर ये समझा जाएगा कि परीक्षार्थी अपने बचाव में कुछ नहीं कहना चाहता है.

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