फतेहाबाद: जिले में श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया गया. हालांकि कोरोना के चलते गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के द्वारा इस बार शहर में नगर कीर्तन नहीं निकाला गया .गुरुद्वारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया और रागी जत्थे के द्वारा कीर्तन किया गया.
इस अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए गुरुद्वारे में श्रद्धालु कीर्तन सुनने पहुंचे. फतेहाबाद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल सेक्टरी महेंद्र सिंह वधवा ने बताया कि कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए इस बार गुरुद्वारे में कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है. श्रद्धालु भी स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करते हुए गुरुद्वारे में पहुंचे. महेन्द्र सिंह ने संगत और प्रशासन का सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया.
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क्यों मनाया जाता है प्रकाश पर्व ?
श्री गुरु नानक देव जी का जन्म कार्तिक मास की पूर्णिमा को हुआ था. कहा जाता है कि जिस वर्ष गुरुनानक जी का जन्म हुआ था उस दिन 12 नवंबर, मंगलवार था. इसी खुशी में उनके जन्मदिन के मौके पर प्रकाश पर्व मनाया जाता है. इस दिन का महत्व बहुत अधिक है. ये दिन सिख सम्प्रदाय के लोगों के लिए बेहद खास होता है. ऐसा कहा जाता है कि नानक देव का सांसारिक कार्यों में मन नहीं लगता था और वो ईश्वर की भक्ति और सत्संग आदि में ज्यादा रहते थे. भगवान के प्रति ऐसा समर्पण देख लोग इन्हें दिव्य पुरुष मानने लगे.