फरीदाबाद: भारत के घरों में आज भी तीन पीढ़ियाँ एक साथ रहती दिख जाती हैं. लेकिन यह एक गंदा सच है कि अब ऐसे घरों की तादात कम होती जा रही है. विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर हेल्प एज इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पहले के मुकाबले बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं बढ़ी हैं. वहीं कुछ दिन पहले ही बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. जिसके मुताबिक मां-बाप के साथ दुर्व्यवहार करने पर अब बच्चों को जेल जाना पड़ेगा. नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है.
हमारी ईटीवी हरियाणा की टीम ने विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के दिन पर हरियाणा में बुजुर्गों से बात की. उनका कहना है कि यह फैसला हरियाणा में भी लागू होना चाहिए. फरीदाबाद में बुजुर्गों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि यह बहुत ही अच्छा फैसला है और इसे हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश में लागू होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस फैसले से जहां बड़े बुजुर्गों को उनका खोया हुआ मान-सम्मान मिलेगा. वहीं जो संताने अपने माता-पिता की सेवा नहीं करती, उनको मान सम्मान नहीं देतीं, इस फैसले से उनमें डर का माहौल रहेगा.
सर्वे के अनुसार लगभग एक चौथाई बुजुर्ग आबादी को व्यक्तिगत तौर पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है. इसमें यह भी पता चलता है कि दुर्व्यवहार के शिकार 82 फीसदी बुजुर्ग, परिवार की वजह से इसकी शिकायत नहीं करते या वह नहीं जानते कि समस्या से किस प्रकार निपटा जा सकता है.