करनाल: नलवीपार गांव में कलयुगी पिता द्वारा अपने तीन मासूम बच्चों को नहर में फेंकने के मामले में 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नहीं लगा. जिसके बाद अब डीसी और एसपी हालात का जायजा लेने पहुंचे.
उपायुक्त ने परिवार को भरोसा दिया कि जिला प्रशासन बच्चों को ढूंढने के लिए निरंतर प्रयासरत है और इसमें एनडीआरएफ की टीम की मदद लेगा. साथ ही जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त की गई अन्य 11 टीमें भी अगले दो तीन तक आवर्धन नहर में बच्चों को ढूंढने के लिए पुन: जुटेंगी. उपायुक्त ने सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता को भी इसमें सहयोग करने के निर्देश दिए.
साथ ही उपायुक्त ने थाना इंचार्ज मुनीष कुमार और गोताखोर दल से अब तक किये गए सर्च के बारे में जानकारी ली. गोताखोर दल ने बताया कि आवर्धन नहर में दिल्ली और रोहतक तक जाकर बच्चों को ढूंढा गया है. उपायुक्त ने सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता से आवर्धन नहर में पानी के स्तर को कम करने संबंधी जानकारी भी ली और कहा कि इस बारे निर्णय एनडीआएफ की टीम से बात करने बाद लिया जायेगा. पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने बच्चों के परिजनों से घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली, साथ ही पूछताछ भी की.
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बता दें कि 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक बच्चों का कोई अता पता नहीं लग सका है. बहरहाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने परिजनों को आश्वासन दिया है.