जींद: सफीदों में सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाली युवती का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने लेने से मना कर दिया. आक्रोशित परिजनों ने मांग की है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाएगी, तब तक वे युवती के शव को लेकर नहीं जाएंगे. एएसपी अजीत सिंह शेखावत के समझाने के दो घंटे बाद परिजनों ने शव को ले लिया.
छेड़छाड़ से आहत युवती ने की आत्महत्या
बता दें कि सोमवार सुबह नौ बजे दो युवकों ने युवती के साथ छेड़छाड़ की थी और युवती के भाई की पिटाई कर दी थी. युवती के भाई को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है. परिजनों ने छेड़छाड़ की इस घटना की शिकायत शहर थाने में की थी, लेकिन जब तक पुलिस मामले को समझ पाती युवती ने आत्महत्या कर ली थी.
आईपीएस अजीत सिंह मौके पर पहुंचे
बता दें कि आईपीएस अजीत सिंह शेखावत नागरिक अस्पताल पहुंचे और उन्होंने परिजनों को समझाया कि उन्हे पूरा न्याय प्राप्त होगा और जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे. उन्होंने परिजनों से शव के दाह संस्कार की अपील की. अजीत सिंह शेखावत के आश्वासन के बाद परिजन मान गए और उन्होंने शव को पोस्टमार्टम हाऊस से ले जाकर रामपुरा गांव में युवती को दफना दिया.
परिजनों ने इंसाफ की मांग की
इससे पहले मृतका की मां ने कहा था कि मुझे सरकार और प्रशासन से मेरी बच्ची के लिए इंसाफ चाहिए. जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, तब तक वे अपनी बेटी के शव को यहां से नहीं ले जाएगे. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने उनकी बेटी को टॉर्चर, ब्लैकमेल और परेशान किया और इससे मेरी बेटी इतनी आहत और परेशान हो गई कि उसने आत्महत्या कर लिया.
नहीं हुई आरोपियों की गिरफ्तारी
मृतका के मामा ने बताया कि वे लोग रोज उसे उठाकर ले जाने की धमकी देते थे और उसके साथ बदतमीजी करते थे. मामा ने बताया कि 24 घंटे बीत जाने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि मोहल्ले के ही राहुल और गौरव नाम के लड़के उसकी भांजी को परेशान करते थे.
सीन ऑफ क्राइम टीम ने भी मौके पर निरीक्षण कर लिया है. जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी. अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की कई टीम लगी हुई हैं.