चंडीगढ़: बीजेपी पार्षद मौत के मामले में घिरी आईपीएस मनीषा चौधरी को चंडीगढ़ की नई एसएसपी ट्रैफिक की जिम्मेदारी सौंपी गई है. खास बात ये है कि मनीषा चौधरी सिटी ब्यूटीफुल की पहली महिला एसएसपी ट्रैफिक एवं सिक्योरिटी बनी हैं. करीब एक सप्ताह पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चंडीगढ़ में एसएसपी सिक्योरिटी और ट्रैफिक पद के लिए आईपीएस मनीषा चौधरी का चयन किया था.
बता दें कि पानीपत के बीजेपी नेता और पूर्व पार्षद की मौत मामले में मनीषा चौधरी के विवादों में आने के बाद उनकी चंडीगढ़ एसपी ट्रैफिक के पद पर तैनाती को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी. जॉइनिंग को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगाते हुए 2011 बैच की हरियाणा कैडर आईपीएस मनीषा चौधरी ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय पहुंच वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात कर अपना पदभार संभाल लिया.
पदभार संभालते साथ ही उन्होंने दोपहर में ही ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों की मीटिंग बुलाकर उनसे मुलाकात की. गौरतलब है कि चंडीगढ़ में ट्रैफिक एसएसपी का पद हरियाणा कैडर के अधिकारी के लिए सुरक्षित रखा जाता है. इसी वर्ष 29 जुलाई को हरियाणा कैडर के 2006 बैच के आईपीएस शशांक आनंद का 3 साल का डेपुटेशन कार्यकाल पूरा होने के बाद वो चंडीगढ़ से रिलीव कर दिए गए थे. जिसका चार्ज आईपीएस मनोज कुमार मीणा को दिया गया था.
शशांक आनंद के रिलीव होने के बाद हरियाणा सरकार की ओर से तीन नामों का पैनल भेजा गया था, जिसमें 2011 बैच की आईपीएस मनीषा चौधरी, वीरेंद्र सिंह और 2010 बैच के आईपीएस सुरेंद्र पाल सिंह के नाम शामिल थे. तीनों अफसरों में से यूटी प्रशासन ने मनीषा चौधरी का नाम फाइनल कर गृह मंत्रालय को भेजा था.