नई दिल्लीः जंतर-मंतर पर बीते चार दिनों से लगातार पहलवान धरने पर बैठे हैं और आज इसका पांचवां दिन है. पहलवानों ने बुधवार देर रात जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकाला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय दिलाने की गुहार लगाई. बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट समेत धरने पर बैठे पहलवानों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में मारे गए जवानों की याद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की. इस दौरान पहलवानों ने कहा कि प्रधानमंत्री उनके मन की बात भी सुने. पहलवानों ने पीएम से उन्हें समय देने की भी गुहार लगाई, जिससे वे अपनी व्यथा उन्हें बता सकें.
बता दें, ये सभी पहलवान कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कल ही पहलवानों से मिलने के लिए पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी पहुंचे थे, जहां उन्होंने पहलवानों का समर्थन किया था. धरना प्रदर्शन पर बैठे पहलवानों ने साफ कह दिया कि जब तक बृजभूषण शरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती और उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वह यहां से हटने वाली नहीं है. पहलवानों ने जंतर-मंतर की सड़क पर ही अखाड़ा बना दिया है और सुबह-सुबह वहीं प्रैक्टिस की जा रही है. पहलवान पूरी तरह से आर-पार की लड़ाई में नजर आ रहे हैं.
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पहलवानों ने कहा कि पीएम बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं और सभी के मन की बात सुनते हैं, क्या वे हमारे मन की बात नहीं सुन सकते हैं. साक्षी और विनेश ने कहा कि देश को पदक दिलाने पर उन्होंने हमें अपने आवास पर आमंत्रित किया और हमें बेटी का दर्जा देकर पूरा सम्मान दिया. अब हम उनसे अपील करते हैं कि अपनी बेटियोंं की आवाज सुनें. कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना विरोध जारी रखने के लिए पहलवानों ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में जंतर मंतर पर कैंडल मार्च निकाला.