यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर में जहरीली शराब पीने से अब तक 10 लोगों की मौत हुई है. इनमें से पांच का अंतिम संस्कार रात में ही कर दिया गया. पोस्टमार्टम नहीं कराया गया. पुलिस मौत का कारण जाने बिना केस संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का बता रही है. दूसरी तरफ परिवार वाले शराब खरीदने से लेकर मौत तक की कहानी सिलसिलेवार बयां कर रहे हैं. अब सच क्या है ? इसकी तफ्तीश जारी है. इस बीच जहरीली शराब से मौत की ख़बर पर हड़कंप मच गया. स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हुआ, जिसके बाद आशा वर्कर और डॉक्टर की टीम गांव में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है. साथ ही लोगों को कहा जा रहा है कि जिन लोगों ने शराब का सेवन किया है, वो अपना टेस्ट जरूर करवा लें. इसके अलावा फॉरेंसिक टीम ने शमशान घाट में जाकर अस्थियों के सैंपल भी लिए हैं.
हरियाणा में जहरीली शराब पीने से 10 की मौत: यमुनानगर जिले के मंडेबरी गांव में एक-एक कर 10 लोगों की मौत हो गई. मौत के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार इन लोगों ने गांव से ही शराब ली थी और शराब पीने के बाद कुछ लोगों को खून की उल्टियां आनी शुरू हो गई थी. साथ ही आंखों की रोशनी भी चली गई. आनन-फानन में चार लोगों को अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं गांव में ही पांच लोग इस जहरीली शराब की भेंट चढ़ गए. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है. पुलिस की टीम लोगों से पूछताछ कर रही है.
सबसे पहले जानिए पुलिस ने क्या कहा?: यमुनानगर एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा 'अस्पताल से सूचना मिली थी कि संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हुई है. प्रथम दृष्टया यह लग रहा है कि शराब पीने से संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मृत्यु हुई है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. इसके बाद पुलिस की टीम ने अस्पताल में डॉक्टरों एवं मृतक के परिजनों से बातचीत की. मामले को संदिग्ध मानते हुए घायल व्यक्ति प्रिंस के बयान के आधार पर आईपीसी की धारा- 302, 328, 120B और एक्साइज एक्ट की धारा 72 A के तहत मामला दर्ज लिया गया है. इस मामले में कुछ व्यक्तियों के पहचान कर लिए गए हैं और कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हमें सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हुई है. 2 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. इसके अलावा गांव में अन्य पांच लोगों की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है, लेकिन ग्रामीणों ने बिना पुलिस को सूचित किए मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया है. इस मामले में कई जगहों पर छापेमारी की गई है इस दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे हैं. सबूतों की गहनता से जांच कर रहे हैं. जांच के बाद ही स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा कि आखिर ये मौतें कैसे हुई हैं.'
मृतकों के परिवार वाले क्या बोले?: मृतक के परिजनों का कहना है कि शराब पीने के बाद सबको उल्टी होने लगी. आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया तो पता चला कि वह मृत है. ग्रामीणों के अनुसार सभी ने ठेके से शराब ली थी. शराब पीने के बाद सबकी तबीयत बिगड़ गई. कई लोगों को उल्टियां आनी शुरू हो गई. देखते ही देखते अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है.
वहीं, प्रिंस और मृतक विशाल के परिजन का कहना है 'हमारा 2 लड़का है विशाल और प्रिंस दोनों ने मंगलवार, 7 नवंबर को रात को शराब पी थी. शराब पीने के बाद दोनों की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी. विशाल की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी, जिसके चलते उसे गाबा अस्पताल ले गए थे. प्रिंस को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अभी उपचार जारी है. इन्होंने ठेके से शराब ली थी, शराब पीने के बाद उन्हें उल्टियां आने लगी थी. बगल के गांव में भी इसी तरह से 2 लोगों की मौत हुई है'
शराब पीने के कारण मेरे पिता सुरेंद्र पाल की मौत हुई है. शराब में कुछ था, जिसके चलते उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. शराब पीने के कारण उन्हें उल्टी भी हुई थी. शाम में 4-5 बजे के करीब उनकी मौत हो गई थी. गांव में जो स्मैक और जहरीली शराब बेचते हैं उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए. प्रशासन की ओर से यहां कोई भी नहीं आता है. पुलिस को इस बारे में सूचित नहीं किया गया था. -अजय, मृतक सुरेंद्र पाल के बेटे
शराब कहां से खरीदी?: ग्रामीणों के अनुसार जिन लोगों की मौत हुई है. उन्होंने गांव में ठेके से शराब खरीदी थी. शराब पीने के बाद एक-एक कर सबकी तबीयत बिगड़ गई थी. कई लोगों को उल्टियां भी हुईं. ग्रामीणों ने जहरीली शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
जहरीली शराब पीने से देश भर में कितनी मौतें?: एनसीआरबी के डाटा के अनुसार, 2017 में देश भर में जहरीली शराब पीने से कुल 1510 लोगों की जान गई थी. 2018 में जहरीली शराब से 1365 लोगों की मौत हुई थी. 2019 में जहरीली शराब पीने से 1296 लोगों ने जान गंवाई थी. साल 2020 में जहरीली शराब पीने से देशभर में कुल 947 लोग काल के गाल में समा गए थे. वहीं, साल 2021 में जहरीली शराब पीने से देशभर में 782 लोगों की जान चली गई थी
जहरीली शराब पीने से हरियाणा में कितनी मौतें?: एनसीआरबी के डाटा के अनुसार, साल 2016 में हरियाणा में जहरीली शराब पीने से 169 लोगों की मौत हुई थी. साल 2017 में कमी आई थी लेकिन फिर भी 135 लोगों की मौत हुई थी. वहीं, साल 2018 में मौत का आंकड़ा एक बार फिर से बढ़ गया. 2018 में हरियाणा में जहरीली शराब पीने से 162 लोगों की मौत हुई थी. साल 2019 में जहरीली शराब से एक भी मौत का मामला सामने नहीं आया था. 2020 में जहरीली शराब पीने से 10 लोग जान गंवा बैठे थे. वहीं, साल 2021 में जहरीली शराब पीने से हरियाणा में 13 लोगों की मौत हो गई थी.
बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार: मरने वालों में रविंद्र कुमार, सुरेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, विशाल सरवन और मेहर चंद है. जबकि प्रिंस की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है. प्रिंस और विशाल दोनों आपस में चचेरे भाई भी बताए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार बिना पोस्टमार्टम के ही पांच लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पुलिस ने कुछ लोगों को इस मामले में राउंड अप भी किया है.
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हत्या का मामला दर्ज: पुलिस अधीक्षक यमुनानगर गंगाराम पूनिया ने बताया कि दोपहर को उनके पास एक सूचना मिली के शराब का सेवन करने के बाद एक युवक की मौत हो गई है, जिस पर उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत संज्ञान लिया. पुलिस टीमें पूरे मामले की जांच में जुट गई है. एसपी यमुनानगर ने बताया कि इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है, जबकि कुछ लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. पूरा मामला काफी संदिग्ध है. जिनकी मौत हुई है काफी संदेहास्पद हालत में हुई है. इसलिए पूरे मामले को शराब के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और कई लोगों की पहचान भी हुई है जो इस मामले में जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ साक्ष्य उनके हाथ लगे हैं. इसका अलावा कुछ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. एसपी का कहना है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा.
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