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इस राज्य में बढ़ी कोरोना संक्रमण की दर, सीरो सर्वे का फोकस बच्चों पर

ओडिशा में कोरोना वायरस महामारी पर निगरानी के लिए मौजूदा सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण (serological surveillance on COVID-19 in Odisha) 18 साल से कम उम्र के लोगों पर केंद्रित है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इस राज्य में बच्चों और किशोर-किशोरियों में संक्रमण दर पिछले दो सप्ताह से लगातार बढ़ रही है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पढ़ें पूरी खबर...

नाबालिगों में संक्रमण की ऊंची दर
नाबालिगों में संक्रमण की ऊंची दर
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Published : Aug 31, 2021, 3:39 PM IST

भुवनेश्वर : ओडिशा में कोरोना वायरस (Coronavirus in Odisha) महामारी पर निगरानी के लिए मौजूदा सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण (serological surveillance) 18 साल से कम उम्र के लोगों पर केंद्रित है. क्योंकि यहां बच्चों और किशोर-किशोरियों में संक्रमण दर पिछले दो सप्ताह से बढ़ रही है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि 18 साल से कम उम्र के लोगों में संक्रमण दर 17 फीसदी से अधिक हो गई है, जो कि चिंताजनक है.

उन्होंने बताया कि ओडिशा में समुदायों में संक्रमण पर निगरानी के लिए इससे पहले जो सीरो सर्वेक्षण कराए गए थे, उसमें वयस्कों को शामिल किया गया था. लेकिन नाबालिगों में संक्रमण की उच्च दर के मद्देनजर अधिकारी अब इस आयुवर्ग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

अधिकारियों ने बताया कि अभी 12 जिलों में राज्यस्तर का सर्वेक्षण कराया जा रहा है. यह सर्वेक्षण आईसीएमआर-क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र द्वारा कराया जा रहा है. टीकाकरण कार्यक्रम को विस्तार देने के बाद पहली बार यह सर्वेक्षण हो रहा है. अगस्त तक ओडिशा में टीके की 2,17,83,156 खुराक दी गई हैं.

सर्वेक्षण से जुड़े एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि निकट भविष्य में शिक्षण संस्थानों को खोले जाने और टीकाकरण में अंतिम व्यक्ति तक की ज़रूरत को देखते हुए बच्चों और किशोर-किशोरियों तथा टीके की खुराक नहीं लेने वाले समूह के वायरस की चपेट में आने से जुड़े सबूतों को जमा करना बेहद ज़रूरी है.

अधिकारी ने बताया कि सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण 30 अगस्त से 20 सितंबर तक राज्य में आम आबादी और स्वास्थ्यकर्मियों में सार्स-सीवोवी-2 एंटीबॉडी का पता लगाने और उम्र के आधार पर इसकी तुलना के लिए किया जा रहा है.

पढ़ें : 'कोविड के बूस्टर टीकों से वायरस के स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा बढ़ने की संभावना'

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 638 नए मामले सामने आए और 68 लोगों की मौत हुई. नए मरीजों में 110 बच्चे हैं.

(पीटीआई-भाषा)

भुवनेश्वर : ओडिशा में कोरोना वायरस (Coronavirus in Odisha) महामारी पर निगरानी के लिए मौजूदा सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण (serological surveillance) 18 साल से कम उम्र के लोगों पर केंद्रित है. क्योंकि यहां बच्चों और किशोर-किशोरियों में संक्रमण दर पिछले दो सप्ताह से बढ़ रही है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि 18 साल से कम उम्र के लोगों में संक्रमण दर 17 फीसदी से अधिक हो गई है, जो कि चिंताजनक है.

उन्होंने बताया कि ओडिशा में समुदायों में संक्रमण पर निगरानी के लिए इससे पहले जो सीरो सर्वेक्षण कराए गए थे, उसमें वयस्कों को शामिल किया गया था. लेकिन नाबालिगों में संक्रमण की उच्च दर के मद्देनजर अधिकारी अब इस आयुवर्ग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

अधिकारियों ने बताया कि अभी 12 जिलों में राज्यस्तर का सर्वेक्षण कराया जा रहा है. यह सर्वेक्षण आईसीएमआर-क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र द्वारा कराया जा रहा है. टीकाकरण कार्यक्रम को विस्तार देने के बाद पहली बार यह सर्वेक्षण हो रहा है. अगस्त तक ओडिशा में टीके की 2,17,83,156 खुराक दी गई हैं.

सर्वेक्षण से जुड़े एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि निकट भविष्य में शिक्षण संस्थानों को खोले जाने और टीकाकरण में अंतिम व्यक्ति तक की ज़रूरत को देखते हुए बच्चों और किशोर-किशोरियों तथा टीके की खुराक नहीं लेने वाले समूह के वायरस की चपेट में आने से जुड़े सबूतों को जमा करना बेहद ज़रूरी है.

अधिकारी ने बताया कि सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण 30 अगस्त से 20 सितंबर तक राज्य में आम आबादी और स्वास्थ्यकर्मियों में सार्स-सीवोवी-2 एंटीबॉडी का पता लगाने और उम्र के आधार पर इसकी तुलना के लिए किया जा रहा है.

पढ़ें : 'कोविड के बूस्टर टीकों से वायरस के स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा बढ़ने की संभावना'

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 638 नए मामले सामने आए और 68 लोगों की मौत हुई. नए मरीजों में 110 बच्चे हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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