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कोरोना महामारी प्रबंधन में पूर्वोत्तर राज्य, उत्तर प्रदेश, बिहार अव्वल: रिपोर्ट - कोरोना वायरस महामारी

एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रबंधन में पूर्वोत्तर समेत उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य अग्रणी रहे हैं. वहीं महाराष्ट्र समेत अन्य राज्य काफी पीछे रहे.

महामारी प्रबंधन में पूर्वोत्तर राज्य, उत्तर प्रदेश, बिहार अव्वल: रिपोर्ट
महामारी प्रबंधन में पूर्वोत्तर राज्य, उत्तर प्रदेश, बिहार अव्वल: रिपोर्ट
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Published : Dec 8, 2020, 7:40 AM IST

मुंबई : पूर्वोत्तर राज्यों और बीमारू राज्यों में अग्रणी मानी जाने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्य कोरोना महामारी को नियंत्रित करने व इसका प्रबंधन करने में अव्वल रहे हैं. जबकि महाराष्ट्र, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य इस मामले में काफी पीछे रहे हैं. एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.

एसबीआई रिसर्च ने अप्रैल से नवंबर के दौरान संक्रमण की मासिक संख्या का विश्लेषण कर यह निष्कर्ष जारी किया है. रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमण की कुल वास्तविक संख्या इस दौरान 94.63 लाख रही. यह 99.29 लाख की अनुमानित संख्या से 4.66 लाख कम है. इससे पता चलता है कि हमने महामारी को नियंत्रित करने में अच्छा प्रदर्शन किया है.

राज्यों की वरीयता सूची महामारी प्रबंधन में प्रदर्शन, वृहद मानकों (वित्तीय मानक व खुदरा मुद्रास्फीति) तथा विभिन्न केंद्रीय योजनाओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर तैयार की गई है. महामारी प्रबंधन का आकलन करने के लिए मुख्य तौर पर चार संकेतकों का सहारा लिया गया है. इनमें संक्रमण की अनुमानित संख्या व वास्तविक संख्या का अंतर, आंकड़े कम करके दिखाए जाने की संभाव्यता, उबरने की दर और मृत्यु दर शामिल है.

आकलन से पता चला है कि इस सूची में पूर्वोत्तर क्षेत्र सबसे ऊपर रहा है. इसके बाद बिहार और उत्तर प्रदेश का स्थान रहा है. हालांकि, इस सूची में राजस्थान, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश सबसे नीचे हैं.

पढ़ें : सीरम ने मांंगी कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी, बनी पहली स्वदेशी कंपनी

दूसरे, वृहद संकेतकों के लिए राज्यों के बजट अनुमान की तुलना में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में कमी, बाजार से उधार और खुदरा मुद्रास्फीति का इस्तेमाल किया गया. इन पैमानों पर पूर्वोत्तर, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश अग्रणी रहे, जबकि बिहार, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल नीचे रहे.

तीसरे, केंद्रीय योजनाओं को लागू करने के पैमाने में उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शीर्ष पर रहे, जबकि गोवा, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ इस मामले में फिसड्डी रहे. केंद्रीय योजनाओं के लिए एक राष्ट्र एक राशन कार्ड, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री सम्मान, आपात रिण सुविधा गारंटी योजना और पीएमएवाई इन पांच योजनाओं के क्रियान्वयन पर गौर किया गया.

रिपोर्ट में कहा गया कि इन तीनों पैमानों पर किए गए प्रदर्शन को मिला दिया जाए, तो पूर्वोत्तर राज्य सबसे शीर्ष पर रहे हैं. इसके बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ अग्रणी रहे हैं जबकि पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश सबसे नीचे रहे हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और गोवा जैसे राज्यों ने महामारी के प्रबंधन में खराब प्रदर्शन किया है. इन राज्यों में संक्रमित मामलों की वास्तविक संख्या अनुमान से अधिक रही. वहीं उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और झारखंड ने महामारी का अच्छे से प्रदर्शन किया. इन राज्यों में वास्तविक मामले अनुमान की तुलना में कम रहे.

मुंबई : पूर्वोत्तर राज्यों और बीमारू राज्यों में अग्रणी मानी जाने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्य कोरोना महामारी को नियंत्रित करने व इसका प्रबंधन करने में अव्वल रहे हैं. जबकि महाराष्ट्र, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य इस मामले में काफी पीछे रहे हैं. एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.

एसबीआई रिसर्च ने अप्रैल से नवंबर के दौरान संक्रमण की मासिक संख्या का विश्लेषण कर यह निष्कर्ष जारी किया है. रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमण की कुल वास्तविक संख्या इस दौरान 94.63 लाख रही. यह 99.29 लाख की अनुमानित संख्या से 4.66 लाख कम है. इससे पता चलता है कि हमने महामारी को नियंत्रित करने में अच्छा प्रदर्शन किया है.

राज्यों की वरीयता सूची महामारी प्रबंधन में प्रदर्शन, वृहद मानकों (वित्तीय मानक व खुदरा मुद्रास्फीति) तथा विभिन्न केंद्रीय योजनाओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर तैयार की गई है. महामारी प्रबंधन का आकलन करने के लिए मुख्य तौर पर चार संकेतकों का सहारा लिया गया है. इनमें संक्रमण की अनुमानित संख्या व वास्तविक संख्या का अंतर, आंकड़े कम करके दिखाए जाने की संभाव्यता, उबरने की दर और मृत्यु दर शामिल है.

आकलन से पता चला है कि इस सूची में पूर्वोत्तर क्षेत्र सबसे ऊपर रहा है. इसके बाद बिहार और उत्तर प्रदेश का स्थान रहा है. हालांकि, इस सूची में राजस्थान, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश सबसे नीचे हैं.

पढ़ें : सीरम ने मांंगी कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी, बनी पहली स्वदेशी कंपनी

दूसरे, वृहद संकेतकों के लिए राज्यों के बजट अनुमान की तुलना में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में कमी, बाजार से उधार और खुदरा मुद्रास्फीति का इस्तेमाल किया गया. इन पैमानों पर पूर्वोत्तर, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश अग्रणी रहे, जबकि बिहार, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल नीचे रहे.

तीसरे, केंद्रीय योजनाओं को लागू करने के पैमाने में उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शीर्ष पर रहे, जबकि गोवा, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ इस मामले में फिसड्डी रहे. केंद्रीय योजनाओं के लिए एक राष्ट्र एक राशन कार्ड, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री सम्मान, आपात रिण सुविधा गारंटी योजना और पीएमएवाई इन पांच योजनाओं के क्रियान्वयन पर गौर किया गया.

रिपोर्ट में कहा गया कि इन तीनों पैमानों पर किए गए प्रदर्शन को मिला दिया जाए, तो पूर्वोत्तर राज्य सबसे शीर्ष पर रहे हैं. इसके बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ अग्रणी रहे हैं जबकि पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश सबसे नीचे रहे हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और गोवा जैसे राज्यों ने महामारी के प्रबंधन में खराब प्रदर्शन किया है. इन राज्यों में संक्रमित मामलों की वास्तविक संख्या अनुमान से अधिक रही. वहीं उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और झारखंड ने महामारी का अच्छे से प्रदर्शन किया. इन राज्यों में वास्तविक मामले अनुमान की तुलना में कम रहे.

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