सोनीपत: प्यार के खूनी अंजाम की कई कहानियां आपने सुनी होंगी. टीवी पर आने वाले क्राइम पेट्रोल जैसे कार्यक्रम और ओटीटी पर दिखने वाली क्राइम थ्रिलर सीरीज की कहानियां किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकती है. लेकिन प्यार के खूनी अंजाम की एक कहानी सोनीपत से सामने आई है, जहां एक कत्ल का खुलासा 9 महीने बाद तब हुआ जब प्रेमिका की लाश कंकाल में तब्दील हो चुकी थी.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार: भिवानी क्राइम ब्रांच की टीम ने 2 अप्रैल को मोनिका नाम की एक लड़की के अपहरण के मामले में सुनील उर्फ शीला नाम का आरोपी यूपी के मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया था. आरोपी ने रिमांड के दौरान खुलासा किया कि उसने जून 2022 में मोनिका की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद उसने शव को सोनीपत स्थित अपने फार्म हाउस में दफना दिया था. पुलिस ने आरोपी की शिनाख्त के बाद शव के अवशेष बरामद कर लिए हैं. पहली नजर में ये हत्या का जितना सीधा मामला लगता है इसकी कहानी उतनी ही खौफनाक है. पुलिस रिमांड में आरोपी सुनील ने जो हकीकत बयां की वो ओटीटी की कई क्राइम सीरीज की याद दिला देगी.
सुनील और मोनिका की प्रेम कहानी: इस कत्ल की शुरुआत एक प्रेम कहानी से हुई. 25 साल की मोनिका रोहतक के बालंद गांव की रहने वाली थी. मोनिका का सपना कनाडा जाने था जिसके लिए वो IELTS का कोर्स करने के लिए सोनीपत आ गई, जहां वो अपनी मौसी के साथ गुमड़ गांव में रहने लगी थी. जहां उसकी दोस्ती सुनील उर्फ शीला नाम के युवक से हो गई. जो गुमड़ गांव का ही रहने वाला था. धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई और दोनों एक-दूसरे के साथ जीने मरने के सपने देखने लगे.
मोनिका को कनाडा से बुलाकर की हत्या: इस बीच मोनिका का कनाडा जाने का सपना सच हो गया और वो कनाडा चली गई. लेकिन सुनील ने कुछ वक्त बाद ही उसे वापस बुला लिया. जिसकी जानकारी मोनिका के घरवालों को नहीं थी. गन्नौर एसीपी आत्माराम के मुताबिक आरोपी सुनील ने पुलिस रिमांड के दौरान बताया कि जून 2022 में उसने आपसी कहासुनी में मोनिका को गोली मार दी. जिसके बाद उसने शव को अपने ही फार्म हाउस में 10 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया. आरोपी सुनील के मुताबिक उसने शराब के नशे में मोनिका को मौत के घाट उतारा था. हत्या के बाद से सुनील फरार चल रहा था.
गुमशुदगी का मामला दर्ज लेकिन पुलिस करती रही टाल मटोल: इस बीच मोनिका की मौसी ने नवंबर 2022 में सोनीपत के गन्नौर पुलिस थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया. मौसी ने सुनील पर ही अपहरण का आरोप लगाया था. लेकिन पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर पाई. इस बीच हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के जनता दरबार तक भी मोनिका के परिजनों ने ये मामला पहुंचा दिया. गृह मंत्री ने रोहतक पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए क्योंकि मोनिका रोहतक की रहने वाली थी.
सुनील की गिरफ्तारी: गृह मंत्री के आदेश के बाद रोहतक पुलिस हरकत में आई और मामले को सीआईए भिवानी को सौंप दिया गया. सीआईए टीम ने 2 अप्रैल को यूपी के मुजफ्फरनगर से आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसने मोनिका की हत्या का राज खोला. सुनील के मुताबिक वो मोनिका का शव गाड़ी में लेकर अपने फार्महाउस पहुंचा. जहां दो मजदूरों से पानी का टैंक बनवाने की बात कहकर खुदाई करवाई और मोनिका के शव को वहीं दफन कर दिया.
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सुनील पर दर्ज हैं कई मामले: पुलिस के मुताबिक सुनील के खिलाफ पहले से करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. इनमें हत्या की कोशिश से लकर लड़ाई झगड़े और अवैध हथियार रखने तक के मामले शामिल हैं. बताया जा रहा है जिस फार्म हाउस में सुनील ने मोनिका का शव दफनाया था उस पर भी सुनील ने कब्जा किया हुआ था. सुनील फिलहाल 10 दिन की पुलिस रिमांड में है और पुलिस को उससे कई सवालों के जवाब चाहिए. हथियार बरामदगी से लेकर उसके फरार होने और मोनिका को कनाडा से बुलाने को लेकर भी कई सवाल पुलिस के पास हैं.