नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को क्वाक्वेरेली साइमंड्स (Quacquarelli Symonds) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे के अच्छे प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की. आईआईटी बॉम्बे ने 149 रैंक हासिल की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज भारतीय विश्वविद्यालय विश्व स्तर के हैं. आईआईटी बॉम्बे ने वर्ल्ड के टॉप 150 यूनिवर्सिटी में शामिल होकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है.
क्यूएस के संस्थापक एवं सीईओ नुंजियो क्वाक्वेरेली ने इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि उन्होंने इस साल की रैंकिंग प्रणाली के लिए 2,900 संस्थानों को स्थान दिया है. इसमें 45 भारतीय यूनिवर्सिटी हैं जो रैंकिंग में दिखाई दे रहे हैं. इस अवसर पर मंत्री कहा कि मुझे काफी खुशी है कि इस साल की क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 45 भारतीय यूनिवर्सिटी ने रैंकिंग में जगह बनाई.
उन्होंने कहा, 'भारतीय विश्वविद्यालय विश्वस्तरीय हैं. अब भारतीयों को बेहतर शिक्षा के लिए विदेश यात्रा करने की जरूरत कम पड़ेगी. भारतीय शिक्षा अब न केवल अच्छी है, बल्कि यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ में से एक है.' क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग विश्वविद्यालय रैंकिंग का एक वार्षिक प्रकाशन है जिसमें वैश्विक समग्र और विषय रैंकिंग शामिल होती है.
आईआईटी बॉम्बे को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में देश में पहला स्थान मिला है. यह पिछले साल के 177वें रैंक से काफी ऊपर बढ़कर इस साल 149वें रैंक पर पहुंच गया है. वहीं , इसके स्कोर में भी सुधार हुआ है. इसका स्कोर 100 में से 51.7 है. कुल मिलाकर आईआईटी बॉम्बे ने अपने 2023 के प्रदर्शन में 23 स्थानों का सुधार किया.
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय विश्वविद्यालयों में नियोक्ता की प्रतिष्ठा या नियोक्ता की विश्वसनीयता अब तक के उच्चतम स्तर पर है. उन्होंने कहा, 'हमारे युवाओं को सशक्त बनाने का पीएम मोदी का दृष्टिकोण शिक्षा और विश्वविद्यालयों में सुधार के साथ शुरू होता है. एशिया में भारतीय विश्वविद्यालयों को नियोक्ता प्रतिष्ठा के दृष्टिकोण से सर्वश्रेष्ठ के रूप में देखा जाता है.' इस साल पहली बार क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 45 भारतीय संस्थानों को जगह मिली है.
(एएनआई)