पानीपत: हरियाणा के पानीपत जिले के मतलौडा थाना क्षेत्र में 7 दिन पहले चार महिलाओं से हुई दरिंदगी में पुलिस के हाथ अभी भी खाली है. लगभग 800 पुलिस के जवान और 22 टीम में लगातार इस मामले को ट्रेस करने में जुटे हुए हैं पर एक भी सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है. पानीपत, करनाल, जींद, रोहतक और सोनीपत के पुलिस के जवान डेरा लगाए हुए हैं. तीन आईपीएस इस मामले में हर पहलू पर जांच कर रहे हैं. वहीं, हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर भी इस मामले की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
दरिंदों ने की थी हैवानियत की सारी हादें पार: बता दें कि सात दिन पहले मतलोड़ा थाना क्षेत्र के एक डेरे और एक मछली फार्म पर लुटेरों ने अपना कहर बारपाया था, जिसमें एक महिला की जान चली गई थी और तीन महिलाओं के साथ उनके पति और बच्चों के सामने दरिंदगी की गई थी. सभी बदमाश तलवारों और बंदूक के साथ डेरे में दाखिल हुए थे और पूरी रात महिलाओं के साथ गैंगरेप (Panipat Gang Rape Case) करते रहे. इन लुटेरा ने हैवानियत का नंगा नाच इस कदर मचाया कि 2 माह की गर्भवती को भी नहीं बख्शा और बारी-बारी से गर्भवती के साथ भी हैवानियत की.
पीड़ित महिलाओं के लिए नासूर बन गई हैवानियत: पीड़ित महिलाओं के लिए दरिंदों द्वारा की गई हैवानियत एक नासूर बन गई है. पीड़ित महिलाएं जब भी उस रात को जब भी याद करती हैं तो उनकी रूह कांप जाती है और आंखों से आंसू बहने लगते हैं. उस रात की हैवानियत के दंश में अभी तक जल रही हैं. वहीं, दरिंदगी का शिकार हुई गर्भवती महिला का बुधवार को गर्भपात हो गया. गैंगरेप के बाद महिला का रक्तस्राव नहीं रुक रहा था और बुधवार अस्पताल में उपचार के दौरान उसका गर्भपात हो गया.
मामले को लेकर राजनीति भी गरमाई: इस वारदात ने पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया है वहीं इस मामले को लेकर राजनीति भी गर्म चुकी है. विपक्षी दल लगातार सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है. बुधवार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा कि अगर तीन दिनों में लुटेरे नहीं पकड़े गए तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र हुड्डा पानीपत में धरने पर बैठेंगे.
800 पुलिस जवान, 300 घंटे की CCTV फुटेज 1500 लोगों से पूछताछ: पुलिस की नाक का सवाल बन चुका ये मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. 800 पुलिस के जवान और 22 टीम में लगातार इस मामले को ट्रेस करने में जुटे हुए हैं. पुलिस ने सभी नजदीक क्यों से लेकर ग्रामीणों तक पूछताछ की है. करीब 1500 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर चुकी है पर कोई भी सुराग नहीं लग पाया है. एक ही बाइक पर सवार होकर आए चार बदमाशों ने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया पर उससे बड़ी बात यह है कि लुटेरे कहीं भी सीसीटीवी में दिखाई नहीं दिए. करीब 300 घंटे की सीसीटीवी देखने के बाद सभी रास्तों पर पूछताछ के बाद एक सुराग तक हाथ नहीं लग पाया है. लुटेरे घटनास्थल पर अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ कर कर आए थे, क्योंकि घटनास्थल पर किसी और फोन की लोकेशन भी नहीं मिल पाई है.
गैंगरेप मामले में जांच जारी है. पुलिस की टीम आरपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार अलग-अलग जगहों पर दबिश दे रही है. आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. - अजीत सिंह शेखावत, SP पानीपत