आगरा: ताजनगरी के शाहगंज क्षेत्र में जगनेर रोड स्थित आर मधुराज हॉस्पिटल में बुधवार सुबह पांच बजे आग लग गई. इससे हॉस्पिटल में अफरा-तफरी मच गई. आनन-फानन में हॉस्पिटल में भर्ती गंभीर मरीजों को बाहर निकालकर दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया. इस घटना में हॉस्पिटल संचालक राजन, उसकी बेटी शालू (12) और बेटे ऋषि (20) की मौत हो गई. राजन और उसका परिवार दूसरी मंजिल पर सो रहा था. धुंआ और आग की लपटों से वो बाहर नहीं निकल पाए. मौके पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ियां पहुंच गईं. अधिकारी अब हॉस्पिटल में आग लगने के कारण की जांच कर रहे हैं.
बता दें कि शाहगंज क्षेत्र में जगनेर रोड नरीपुरा स्थित आर मधुराज हॉस्पिटल है. बुधवार तड़के अचानक हॉस्पिटल में आग लग गई. इससे हॉस्पिटल में भर्ती तीन मरीज, उनके तीमारदार और स्टॉफ अंदर फंस गया. हॉस्पिटल से धुंआ और चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोग जमा हो गए. जैसे तैसे लोगों ने आग पर काबू पाया. लेकिन, इस दौरान हॉस्पिटल में धुंआ भर गया. सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस पहुंच गई. फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब एक घंटे में तीन मरीजों समेत चार लोगों को गंभीर हालत में हॉस्पिटल से बाहर निकाला और उन्हें पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
हॉस्पिटल की दूसरी मंजिल पर आर मधुराज हॉस्पिटल के संचालक राजन और भवन स्वामी गोपीचंद रहते हैं. भवन के भूमिगत तल में जनरल वार्ड, भूतल पर जनरल और प्राइवेट वार्ड है. बुधवार सुबह करीब पांच बजे अचानक प्रथम तल पर हॉस्पिटल में आग लगी तो देखते ही देखते हॉस्पिटल में धुंआ भर गया. इससे हॉस्पिटल में भर्ती सात मरीज और पांच स्टॉफ फंस गए. चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोग आ गए. लोगों ने पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया. पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंच गईं और धुआं के साथ लपटों में फंसे तीन मरीज और एक हॉस्पिटल कर्मचारी को बाहर निकाला.
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इंस्पेक्टर शाहगंज जसवीर सिंह सिरोही ने बताया कि हॉस्पिटल में आग और धुएं में फंसे चार लोगों को गंभीर हालत में निकाला गया और दूसरे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हॉस्पिटल में आग लगने की वजह भूतल पर एक कमरे में रखे सोफे हो सकते हैं. क्योंकि, सोफे की फोम में आग कैसे लगी. इसकी छानबीन की जा रही है. सोफे की फोम से ही हॉस्पिटल में धुंआ भर गया. यह सोफे हॉस्पिटल संचालक में भाई के हैं.