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Haryana Farmer Protest: हरियाणा में किसानों का आंदोलन खत्म, सरकार ने सभी मांगें मानी, किसानों ने पटाखे फोड़कर मनाया जश्न

हरियाणा में किसान संगठनों और सरकार के बीच सहमति बन गई है. किसानों ने अपनी सभी मांगें माने जाने के बाद अब आंदोलन खत्म (Farmers Protest Ends in Haryana) कर दिया है. नेशनल हाईवे 44 पर किसानों ने पक्का मोर्चा लगा लिया था, जिसे अब खाली करने का फैसला लिया गया है.

Farmers protest ends in Haryana
Farmers protest ends in Haryana
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Published : Jun 13, 2023, 9:48 PM IST

Updated : Jun 14, 2023, 7:49 AM IST

मांगें पूरी होने के बाद जश्न मनाते किसान

कुरुक्षेत्र: हरियाणा चल रहा किसानों का प्रदर्शन खत्म हो गया है. सरकार ने बिना शर्त किसानों की सभी मांगें मान ली है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार हमारी सभी मांगों पर सहमत हो गई है. अब हम धरना खत्म कर रहे हैं. किसान संगठन मंगलवार से अपनी मांग मनवाने के लिए कुरुक्षेत्र में नेशनल हाईवे 44 पर जाम लगाकर बैठे हैं. किसानों ने सरकार को दू टूक कहा था कि अगर बिना शर्त उनकी मांगें नहीं मानी जाती तो संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में देशव्यापी आंदोलन छेड़ा जायेगा.

मंगलवार शाम को सरकार की तरफ से कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन और किसानों की स्थानीय कमेटी के साथ कई दौर की बैठक हुई. पहले खबर ये आई कि ये वार्ता फेल हो गई है, किसान सरकार के प्रस्ताव पर सहमत नहीं थे. लेकिन उसके बाद फिर से बातचीत के लिए किसानों को बुलाया गया, जिसके बाद सरकार किसानों की मांगें मानने के लिए तैयार हो गई.

Farmers protest ends in Haryana
सरकार से सहमति बनने के बाद किसानों ने नेशनल हाईवे 44 खाली कर दिया है.

ये थी किसानों की मांगें- किसानों की पहली मांग सूरजमुखी के एमएसपी (Sunflower MSP Price) की थी. किसानों की मांगों पर सहमत होते हुए सरकार ने वादा किया कि हरियाणा में सूरजमुखी 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदा जायेगा. इसके अलावा 1400 रुपये भावांतर भरपाई के तहत दिया जायेगा. यानि हरियाणा में किसानों को सूरजमुखी का दाम 6400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब मिलेगा. सरकार के इस प्रस्ताव पर किसान सहमत हो गये. इसके अलावा किसानों की दूसरी मांग ये थी कि उनके जो साथी गिरफ्तार किये गये हैं उन्हें तुरंत रिहा किया जाय और उनके ऊपर से सभी मुकदमे खत्म किये जायें. सरकार इसके लिए भी तैयार हो गई है. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी समेत कुल 10 किसान नेताओं को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था.

Farmers protest ends in Haryana
नेशनल हाईवे 44 पर पटाखे फोड़कर जश्न मनाते किसान.

किसान नेता सुरेश कोथ का बयान- बैठक के बाद किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा कि हमारी सभी मांगें मान ली गई हैं. सूरजमुखी की खरीद 5000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से होगी. इसके अलावा एमएसपी का जो अंतर है, उसको भरने के लिए 1400 रुपये भावांतर भरपाई के रूप में सरकार देगी. हमारी दूसरी मांग थी हमारे साथियों को रिहा करना. सुरेश कोथ ने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी समेत जेल गये सभी किसान बुधवार तक बाहर आ जायेंगे. साथ ही जिस किसान पर कोई केस किया गया है वो सभी वापस होंगे.

एसपी ने की आंदोलन खत्म करने की अपील- सरकार की तरफ से कुरुक्षेत्र डीसी शांतनु शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अभी तक 4800 रुपये में सूरजमुखी की खरीद हो रही थी जो कि बुधवार तक 5 हजार कर दिया जायेगा. सरकार चाहती है कि किसान अपना आंदोलन खत्म कर दें. वहीं कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक सुरेंदर भोरिया ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की.

किसानों ने मनाया जश्न- सरकार द्वारा सभी मांगें माने जाने के बाद किसानों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया. नेशनल हाईवे 44 पर पटाखे फोड़कर और डांस करके किसानों ने खुशी मनाई. कुरुक्षेत्र में पंजाब, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में किसान जमा थे. मंगलवार से नेशनल हाईवे 44 जाम था. सरकार के साथ सहमति बनने के बाद किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 को पूरी तरह खाली कर दिया है.

ये भी पढ़ें- अब संयुक्त किसान मोर्चा संभालेगा धरने की कमान, देशव्यापी हो सकता है आंदोलन, कुरुक्षेत्र में अहम बैठक

मांगें पूरी होने के बाद जश्न मनाते किसान

कुरुक्षेत्र: हरियाणा चल रहा किसानों का प्रदर्शन खत्म हो गया है. सरकार ने बिना शर्त किसानों की सभी मांगें मान ली है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार हमारी सभी मांगों पर सहमत हो गई है. अब हम धरना खत्म कर रहे हैं. किसान संगठन मंगलवार से अपनी मांग मनवाने के लिए कुरुक्षेत्र में नेशनल हाईवे 44 पर जाम लगाकर बैठे हैं. किसानों ने सरकार को दू टूक कहा था कि अगर बिना शर्त उनकी मांगें नहीं मानी जाती तो संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में देशव्यापी आंदोलन छेड़ा जायेगा.

मंगलवार शाम को सरकार की तरफ से कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन और किसानों की स्थानीय कमेटी के साथ कई दौर की बैठक हुई. पहले खबर ये आई कि ये वार्ता फेल हो गई है, किसान सरकार के प्रस्ताव पर सहमत नहीं थे. लेकिन उसके बाद फिर से बातचीत के लिए किसानों को बुलाया गया, जिसके बाद सरकार किसानों की मांगें मानने के लिए तैयार हो गई.

Farmers protest ends in Haryana
सरकार से सहमति बनने के बाद किसानों ने नेशनल हाईवे 44 खाली कर दिया है.

ये थी किसानों की मांगें- किसानों की पहली मांग सूरजमुखी के एमएसपी (Sunflower MSP Price) की थी. किसानों की मांगों पर सहमत होते हुए सरकार ने वादा किया कि हरियाणा में सूरजमुखी 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदा जायेगा. इसके अलावा 1400 रुपये भावांतर भरपाई के तहत दिया जायेगा. यानि हरियाणा में किसानों को सूरजमुखी का दाम 6400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब मिलेगा. सरकार के इस प्रस्ताव पर किसान सहमत हो गये. इसके अलावा किसानों की दूसरी मांग ये थी कि उनके जो साथी गिरफ्तार किये गये हैं उन्हें तुरंत रिहा किया जाय और उनके ऊपर से सभी मुकदमे खत्म किये जायें. सरकार इसके लिए भी तैयार हो गई है. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी समेत कुल 10 किसान नेताओं को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था.

Farmers protest ends in Haryana
नेशनल हाईवे 44 पर पटाखे फोड़कर जश्न मनाते किसान.

किसान नेता सुरेश कोथ का बयान- बैठक के बाद किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा कि हमारी सभी मांगें मान ली गई हैं. सूरजमुखी की खरीद 5000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से होगी. इसके अलावा एमएसपी का जो अंतर है, उसको भरने के लिए 1400 रुपये भावांतर भरपाई के रूप में सरकार देगी. हमारी दूसरी मांग थी हमारे साथियों को रिहा करना. सुरेश कोथ ने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी समेत जेल गये सभी किसान बुधवार तक बाहर आ जायेंगे. साथ ही जिस किसान पर कोई केस किया गया है वो सभी वापस होंगे.

एसपी ने की आंदोलन खत्म करने की अपील- सरकार की तरफ से कुरुक्षेत्र डीसी शांतनु शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अभी तक 4800 रुपये में सूरजमुखी की खरीद हो रही थी जो कि बुधवार तक 5 हजार कर दिया जायेगा. सरकार चाहती है कि किसान अपना आंदोलन खत्म कर दें. वहीं कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक सुरेंदर भोरिया ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की.

किसानों ने मनाया जश्न- सरकार द्वारा सभी मांगें माने जाने के बाद किसानों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया. नेशनल हाईवे 44 पर पटाखे फोड़कर और डांस करके किसानों ने खुशी मनाई. कुरुक्षेत्र में पंजाब, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में किसान जमा थे. मंगलवार से नेशनल हाईवे 44 जाम था. सरकार के साथ सहमति बनने के बाद किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 को पूरी तरह खाली कर दिया है.

ये भी पढ़ें- अब संयुक्त किसान मोर्चा संभालेगा धरने की कमान, देशव्यापी हो सकता है आंदोलन, कुरुक्षेत्र में अहम बैठक

Last Updated : Jun 14, 2023, 7:49 AM IST
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