हैदराबाद/नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को स्पष्ट किया कि 'कोवैक्सिन' दो खुराकों वाला कोरोना वायरस टीका है और हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को सिर्फ पहली खुराक ही दी गयी थी. विज ने घोषणा की है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. कोवैक्सिन एक स्वदेशी संभावित टीका है, जिसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक विकसित कर रही है. विज ने कोवैक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण में पहला स्वयंसेवी बनने की पेशकश की थी.
अंबाला सिविल अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि 'पहला टीका लगाने के 15 दिनों के भीतर किसी भी टीका प्राप्तकर्ता के शरीर में एंटीबॉडी नहीं बन सकती है.'
डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि '67 वर्षीय हरियाणा के मंत्री अनिल विज को 20 नवबंर को टीका दिया गया था. आज 15वां दिन है. टीके की दो खुराकें हैं. ऐसा माना जाता है कि मानव शरीर में ठीक से ऐंटीबॉडी बनने 42 दिनों का समय लगता है.'
वैक्सीन के प्रभाव पर बोलते हुए हरियाणा के रोहतक में पंडित भागवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया ने कहा कि टीके की पहली खुराक लेने वालों को पहले 42 दिनों तक एहतियात बरतनी चाहिए.
अनिल विज की जांच के लिए कोवैक्सीन की रिसर्चर टीम भी अंबाला पहुंच रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक ने शनिवार को स्पष्ट किया कि कोवैक्सिन दो खुराकों वाला कोरोना वायरस टीका है और विज को सिर्फ पहली खुराक ही दी गई थी. विज को 18 दिसंबर को दूसरी खुराक दी जानी थी, जिसका फैसला चिकित्सकों की टीम लेगी.
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कोवैक्सिन एक स्वदेशी संभावित टीका है, जिसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक विकसित कर रही है. विज ने कोवैक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण में पहला स्वयंसेवी बनने की पेशकश की थी.
संक्रमित होने की अनिल विज की घोषणा के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत बायोटेक ने कहा कि टीका की दूसरी खुराक लेने के कुछ दिन बाद ही किसी व्यक्ति में संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी का निर्माण होता है. यह दो खुराकों वाला टीका है और मंत्री ने टीके की केवल एक ही खुराक ली थी.