नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly elections in five states) में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अब कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी की राहों पर चलते हुए देश में दो बड़ी पदयात्राएं निकालेगी. पहली पदयात्रा साबरमती से दिल्ली की होगी जो करीब 1200 किलोमीटर की होगी.
वहीं दूसरी पदयात्रा 17 अप्रैल से 27 मई के बीच चंपारण से कोलकाता के बेलिया घाट तक गांधी संदेश यात्रा के रूप में कांग्रेस पार्टी द्वारा निकाली जाएगी. यह यात्रा 800 किलोमीटर की होगी, जो 40 दिनों तक चलेगी. सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में इस बाबत एक बैठक की गई जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक और केसी वेणुगोपाल ने की. बैठक में बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात और दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और इन राज्यों के प्रभारी मौजूद रहे. इसमें युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास भी मौजूद रहे.
कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया तीन यात्राओं के कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को शाम 4:00 बजे राहुल गांधी के आवास पर गुजरात कांग्रेस की एक बैठक भी तय हुई है. ये दोनों यात्राएं महात्मा गांधी के ऐतिहासिक पदयात्राओं के तर्ज पर आयोजित किये जा रहे हैं.
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बताया जाता है कि चुनावों में सिलसिलेवार हार का सामना करने के बाद कांग्रेस पार्टी में जमीन और जनता से सीधे जुड़ाव बनाने की कवायद के तहत इस तरह के कार्यक्रम तय किये जा रहे हैं. इसी महीने कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्य समिति की एक और बैठक भी होनी है जिसके बाद कांग्रेस को फिर से संगठित करने के लिये अन्य कार्यक्रमों की घोषणा भी संभव है.