ETV Bharat / bharat

भारत-चीन वार्ता में सीमावर्ती क्षेत्रों के घटनाक्रमों पर विस्तार से हुई चर्चा : विदेश मंत्रालय - संयुक्त सचिव स्तर की वार्ता

भारत-चीन तनाव को लेकर दोनों देशों के बीच अब संयुक्त सचिव स्तर की वार्ता हो रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों देशों के संयुक्त सचिव आरआईसी (रूस-भारत-चीन) की संयुक्त बैठक से इतर द्विपक्षीय संवाद कर रहे हैं.

india china talk over lac
भारत चीन संयुक्त सचिव स्तर की वार्ता
author img

By

Published : Jun 24, 2020, 4:49 PM IST

Updated : Jun 24, 2020, 8:49 PM IST

नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच तनावपूर्व माहौल को कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तनाव कम करने के तौर-तरीकों को लेकर बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये भारत-चीन के बीच कूटनीतिक वार्ता हुई. जानकारी के अनुसार चीन-भारत राजनयिक वार्ता के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में स्थिति सहित सीमावर्ती क्षेत्रों के घटनाक्रमों पर विस्तार से चर्चा की है.

अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव और चीनी विदेश मंत्रालय में महानिदेशक वू जियांगहो के बीच यह वार्ता हुई.

दोनों पक्षों ने जून में पहली कूटनीतिक वार्ता की थी. पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बिंदुओं से हटने पर चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच बनी 'आपसी सहमति' के दो दिन बाद यह वार्ता हो रही है.

इससे पहले भारत-चीन तनाव के बीच रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की मंगलवार को वर्चुअल बैठक हुई थी. गलवान झड़प के बाद यह पहला मौका था, जब भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने आमने-सामने बात की.

यह भी पढ़ें : आरआईसी समिट में बोले रूसी विदेश मंत्री- भारत और चीन को किसी मध्यस्थ की जरूरत नहीं

बैठक दौरान रूसी विदेश मंत्री का मानना था कि भारत और चीन को उनके बीच उपजा विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है. वे स्वयं इस मुद्दे को हल कर सकते हैं. इस बैठक में भारत ने अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का सम्मान करने पर जोर दिया.

गौरतलब है कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर उपजे विवाद के बाद गलवान घाटी में हुई हिंसा को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गई है. हालांकि, शीर्ष सैन्य अफसरों के बीच हुई वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने तनावपूर्ण माहौल से पीछे हटने को लेकर सहमति जताई है.

यह भी पढ़ें : लद्दाख में ऐसे कम होगा भारत-चीन तनाव

क्या है पूरा मामला

बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में 15-16 जून की दरम्यानी रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसमें एक कर्नल समेत 20 सैन्यकर्मी शहीद हुए थे. देर रात सैन्य सूत्रों के हवाले से आई खबरों में बताया गया था कि चीनी पक्ष में 43 लोग हताहत हुए हैं.

यह भी पढ़ें: सीमा पर हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद, दुश्मन चीन के भी 43 सैनिक हताहत

अमेरिकी खुफिया विभाग के हवाले से सामने आई खबरों के मुताबिक गलवान में हुई हिंसक झड़प में चीनी सेना के एक कमांडर समेत 35 लोग भी मारे गए थे.

यह भी पढ़ें : एलएसी पर झड़प में चीनी कमांडर समेत 35 सैनिक ढेर

नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच तनावपूर्व माहौल को कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तनाव कम करने के तौर-तरीकों को लेकर बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये भारत-चीन के बीच कूटनीतिक वार्ता हुई. जानकारी के अनुसार चीन-भारत राजनयिक वार्ता के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में स्थिति सहित सीमावर्ती क्षेत्रों के घटनाक्रमों पर विस्तार से चर्चा की है.

अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव और चीनी विदेश मंत्रालय में महानिदेशक वू जियांगहो के बीच यह वार्ता हुई.

दोनों पक्षों ने जून में पहली कूटनीतिक वार्ता की थी. पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बिंदुओं से हटने पर चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच बनी 'आपसी सहमति' के दो दिन बाद यह वार्ता हो रही है.

इससे पहले भारत-चीन तनाव के बीच रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की मंगलवार को वर्चुअल बैठक हुई थी. गलवान झड़प के बाद यह पहला मौका था, जब भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने आमने-सामने बात की.

यह भी पढ़ें : आरआईसी समिट में बोले रूसी विदेश मंत्री- भारत और चीन को किसी मध्यस्थ की जरूरत नहीं

बैठक दौरान रूसी विदेश मंत्री का मानना था कि भारत और चीन को उनके बीच उपजा विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है. वे स्वयं इस मुद्दे को हल कर सकते हैं. इस बैठक में भारत ने अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का सम्मान करने पर जोर दिया.

गौरतलब है कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर उपजे विवाद के बाद गलवान घाटी में हुई हिंसा को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गई है. हालांकि, शीर्ष सैन्य अफसरों के बीच हुई वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने तनावपूर्ण माहौल से पीछे हटने को लेकर सहमति जताई है.

यह भी पढ़ें : लद्दाख में ऐसे कम होगा भारत-चीन तनाव

क्या है पूरा मामला

बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में 15-16 जून की दरम्यानी रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसमें एक कर्नल समेत 20 सैन्यकर्मी शहीद हुए थे. देर रात सैन्य सूत्रों के हवाले से आई खबरों में बताया गया था कि चीनी पक्ष में 43 लोग हताहत हुए हैं.

यह भी पढ़ें: सीमा पर हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद, दुश्मन चीन के भी 43 सैनिक हताहत

अमेरिकी खुफिया विभाग के हवाले से सामने आई खबरों के मुताबिक गलवान में हुई हिंसक झड़प में चीनी सेना के एक कमांडर समेत 35 लोग भी मारे गए थे.

यह भी पढ़ें : एलएसी पर झड़प में चीनी कमांडर समेत 35 सैनिक ढेर

Last Updated : Jun 24, 2020, 8:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.