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अनंत सिंह की बिहार पुलिस को खुली चुनौती, कहा- कोर्ट में करुंगा सरेंडर - अनंत सिंह ने तीसरा वीडियो जारी किया

कुछ दिनों पहले ही बिहार के मोकामा विधायक अनंत सिंह के पैतृक गांव नदवां स्थित घर से एके-47 की बरामदगी हुई थी. जिसके बाद से बाहुबली विधायक फरार चल रहे हैं. अनंत सिंह ने इससे पहले दो और वीडियो जारी किए थे.

अनंत सिंह की बिहार पुलिस को खुली चुनौती.
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Published : Aug 23, 2019, 9:17 AM IST

Updated : Sep 27, 2019, 11:16 PM IST

पटना: मोकामा विधायक अनंत सिंह ने तीसरा वीडियो जारी किया है. इसमें उन्होंने बिहार पुलिस को खुली चुनौती दी है. इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि वह बिहार पुलिस के सामने नहीं बल्कि कोर्ट में सरेंडर करेंगे. उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है.

बाहुबली विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एनटीपीसी में बैठक हुई थी जिसमें ललन सिंह, नीरज कुमार और लिपि सिंह मौजूद रहे. इन लोगों ने मेरे रिश्तेदारों जसवीर और कर्मवीर को हथियार मुहैया कराया. इसमें से एक हथियार मेरे घर में रखा गया और दूसरा मेरे सरेंडर के लिए रखा गया है. ताकि जब मैं सरेंडर करूं तो वह हथियार मेरे साथ दिखाया जा सके. इसलिए मैं पुलिस के समक्ष सरेंडर नहीं करूंगा, न्यायालय में सरेंडर करूंगा.

देखें वीडियो.

पहले जारी किया था दो वीडियो
कुछ दिनों पहले ही अनंत सिंह के पैतृक गांव नदवां स्थित घर से एके-47 की बरामदगी हुई थी. जिसके बाद से बाहुबली विधायक फरार चल रहे हैं. अनंत सिंह ने इससे पहले दो और वीडियो जारी किए थे. जिसमें उन्होंने कहा था कि 'मैं गिरफ्तारी से नहीं डरता हूं. मैं फरार नहीं हुआ हूं बल्कि अपने एक दोस्त से मिलने आया हूं.' वहीं, अन्य वीडियो में उन्होंने कहा था कि '2 से 3 दिन में मैं खुद सरेंडर हो जाऊंगा. मैं 14 साल से घर नहीं गया हूं.'

पूरा मामला
मालूम हो कि बीते 14 जुलाई को पुलिस ने ठेकेदार भोला सिंह और उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या के इरादे से पंडारक पहुंचे चार अपराधियों को हथियार समेत पकड़ा था. जब पुलिस ने इन अपराधियों से पूछताछ कि तो उन्होंने अनंत सिंह का नाम लिया था. जिसके बाद हिरासत में लिए गए अपराधियों में शामिल एक शूटर के पास से जो मोबाइल फोन मिला था, उसमें विधायक और अपराधी के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग मिली थी.

पढ़ें: राज ठाकरे के साथ उद्धव का पूरा परिवार, ED की कार्रवाई के बाद बोले संजय राउत

छापेमारी में मिला था एके-47
ऑडियो वायरल मामले में बिहार पुलिस ने विधायक को नोटिस जारी किया था. उसके कुछ दिनों बाद पटना ग्रामीण एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा, बाढ़ एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की गई. उस दौरान विधायक के घर से एके-47 और हैंड ग्रेनेड जैसी वस्तुएं भी मिली थीं. जिसके बाद बाढ़ थाने में केयर टेकर और विधायक के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया. केस दर्ज होने के बाद पुलिस देर रात विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार करने बड़ी संख्या में उनके पटना स्थित सरकारी आवास पहुंची. पटना के 1 माल रोड स्थित अनंत सिंह के सरकारी आवास पर तलाशी अभियान चलाया गया. हालांकि, बाहुबली विधायक अनंत सिंह आवास छोड़ फरार हो चुके थे.

20 से ज्यादा मामले हैं दर्ज
कत्ल, अपहरण, फिरौती, डकैती या फिर बलात्कार, अनंत सिंह पर दर्जनों मामले दर्ज हैं. अकेले सिर्फ बिहार के बाढ़ थाने में ही 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. लोगों के बीच 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह का नाम कई मामलों में आया. जिसके बाद उन्हें जेल जाना पड़ा. हाथी-घोड़े पालने या फिर मर्सिडीज और बग्घी तक की सवारी करने वाले अनंत सिंह को हत्या और अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

पटना: मोकामा विधायक अनंत सिंह ने तीसरा वीडियो जारी किया है. इसमें उन्होंने बिहार पुलिस को खुली चुनौती दी है. इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि वह बिहार पुलिस के सामने नहीं बल्कि कोर्ट में सरेंडर करेंगे. उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है.

बाहुबली विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एनटीपीसी में बैठक हुई थी जिसमें ललन सिंह, नीरज कुमार और लिपि सिंह मौजूद रहे. इन लोगों ने मेरे रिश्तेदारों जसवीर और कर्मवीर को हथियार मुहैया कराया. इसमें से एक हथियार मेरे घर में रखा गया और दूसरा मेरे सरेंडर के लिए रखा गया है. ताकि जब मैं सरेंडर करूं तो वह हथियार मेरे साथ दिखाया जा सके. इसलिए मैं पुलिस के समक्ष सरेंडर नहीं करूंगा, न्यायालय में सरेंडर करूंगा.

देखें वीडियो.

पहले जारी किया था दो वीडियो
कुछ दिनों पहले ही अनंत सिंह के पैतृक गांव नदवां स्थित घर से एके-47 की बरामदगी हुई थी. जिसके बाद से बाहुबली विधायक फरार चल रहे हैं. अनंत सिंह ने इससे पहले दो और वीडियो जारी किए थे. जिसमें उन्होंने कहा था कि 'मैं गिरफ्तारी से नहीं डरता हूं. मैं फरार नहीं हुआ हूं बल्कि अपने एक दोस्त से मिलने आया हूं.' वहीं, अन्य वीडियो में उन्होंने कहा था कि '2 से 3 दिन में मैं खुद सरेंडर हो जाऊंगा. मैं 14 साल से घर नहीं गया हूं.'

पूरा मामला
मालूम हो कि बीते 14 जुलाई को पुलिस ने ठेकेदार भोला सिंह और उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या के इरादे से पंडारक पहुंचे चार अपराधियों को हथियार समेत पकड़ा था. जब पुलिस ने इन अपराधियों से पूछताछ कि तो उन्होंने अनंत सिंह का नाम लिया था. जिसके बाद हिरासत में लिए गए अपराधियों में शामिल एक शूटर के पास से जो मोबाइल फोन मिला था, उसमें विधायक और अपराधी के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग मिली थी.

पढ़ें: राज ठाकरे के साथ उद्धव का पूरा परिवार, ED की कार्रवाई के बाद बोले संजय राउत

छापेमारी में मिला था एके-47
ऑडियो वायरल मामले में बिहार पुलिस ने विधायक को नोटिस जारी किया था. उसके कुछ दिनों बाद पटना ग्रामीण एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा, बाढ़ एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की गई. उस दौरान विधायक के घर से एके-47 और हैंड ग्रेनेड जैसी वस्तुएं भी मिली थीं. जिसके बाद बाढ़ थाने में केयर टेकर और विधायक के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया. केस दर्ज होने के बाद पुलिस देर रात विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार करने बड़ी संख्या में उनके पटना स्थित सरकारी आवास पहुंची. पटना के 1 माल रोड स्थित अनंत सिंह के सरकारी आवास पर तलाशी अभियान चलाया गया. हालांकि, बाहुबली विधायक अनंत सिंह आवास छोड़ फरार हो चुके थे.

20 से ज्यादा मामले हैं दर्ज
कत्ल, अपहरण, फिरौती, डकैती या फिर बलात्कार, अनंत सिंह पर दर्जनों मामले दर्ज हैं. अकेले सिर्फ बिहार के बाढ़ थाने में ही 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. लोगों के बीच 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह का नाम कई मामलों में आया. जिसके बाद उन्हें जेल जाना पड़ा. हाथी-घोड़े पालने या फिर मर्सिडीज और बग्घी तक की सवारी करने वाले अनंत सिंह को हत्या और अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

Intro:दिल्ली के तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित और कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष का आज दिल्ली में निधन हो गया है और इसको लेकर देश भर में शोक की लहर है और आज इसी कड़ी में पटना के कारगिल चौक पर यूथ कांग्रेस के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ने शीला दीक्षित को कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी है


Body:इस मौके पर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दौलत इमाम ने बताया कि शीला दीक्षित के तीनों कार्यकाल में दिल्ली का काफी विकास हुआ है और आज दिल्ली के लोग उन्हें इस विकास के लिए काफी याद करते हैं दिल्ली शहर के विकास मैं शीला दीक्षित का अहम रोल रहा है और आज उनके चले जाने से लोगों में काफी में काफी उदासी का माहौल है आज लोग उनके द्वारा किये गए विकाश कार्यो की चर्चा कर रहे है....

दरअसल शीला दीक्षित काफी समय से अस्वस्थ चल रही थी और आज सुबह अचानक उन्होंने अपने सीने में जकड़न की शिकायत अपने परिवार के लोगों से की जिसके बाद परिवार के लोगों ने फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया जहां दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर उन्होंने अपने अंतिम सांस ली आपको बताते चलें कि लंबे समय से बीमार चल रही शीला दीक्षित सबसे ज्यादा 15 वर्षों तक 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही है...


Conclusion:दरअसल शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था 1984 से 1989 तक कन्नौज लोकसभा सीट से शीला दीक्षित सांसद जी रही थी और उसके बाद 1986 से लेकर 1989 तक उन्होंने केंद्रीय मंत्री का भी पद संभाला था और आज शीला दीक्षित को पटना के कारगिल चौक पर यूथ कांग्रेस ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि देकर उन्हें नमन किया है....
Last Updated : Sep 27, 2019, 11:16 PM IST
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