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कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन अब 'ऑक्सीबस' में होगी उपलब्ध - Oxybus service in Bengaluru

बृहत बेंगलुरु महानगरपालिका ने कुछ संगठनों के सहयोग से, आपात स्थिति में कोरोना मरीजों की सहायता के लिए बेंगलुरु में ऑक्सीबस सेवा शुरू की है.

'ऑक्सीबस' सेवा
'ऑक्सीबस' सेवा
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Published : May 12, 2021, 2:36 PM IST

Updated : May 12, 2021, 4:03 PM IST

बेंगलुरु : कोरोना की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन की किल्लत के मद्देनजर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ऑक्सीबस (OxyBus) चलेंगी. इन बसों में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध होंगे. बृहत बेंगलुरु महानगरपालिका (बीबीएमपी) ने आपात स्थिति में कोरोना मरीजों की सहायता के लिए यह सेवा शुरू की है.

इसकी जानकारी देते हुए बीबीएमपी मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने बताया कि एक बस में 6-8 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. हम फिलहाल 20 ऑक्सीबस शुरू करने जा रहे हैं. इन्हें बेंगलुरु में ट्राइएज सेंटर (Triage Centers) और सरकारी अस्पतालों के पास स्थापित किया जाएगा. प्रत्येक ऑक्सीबस में एक बार में आठ रोगियों का इलाज संभव हो सकेगा.

बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता का कहना है कि शहर में केवल 40 हजार वैक्सीन की खुराक उपलब्ध हैं और आज वह समाप्त हो जाएगीं. उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार कल आपूर्ति करती है, तो टीकाकरण जारी रहेगा.

उन्होंने कहा कि टीके की आपूर्ति के बिना अपार्टमेंट, संघों, नागरिक कल्याण संघ और कार्यस्थलों में टीका वितरण कार्यक्रम रोक दिए गए हैं.

शहर में दूसरी खुराक पाने वाले 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. यदि दूसरी खुराक सही समय पर उपलब्ध नहीं है, तो पहली खुराक का लाभ उपयोगी नहीं हो सकता है.

आयुक्त ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु वालों को बाद वरीयता दी जाएगी. उन्हें आपूर्ति के बाद टीका प्रदान किया जाएगा.

भले ही 400-500 लोग प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में आएं, लेकिन केवल 200 लोगों को ही टीका लग सकता है. शहर में वैक्सीन स्टोरेज सिस्टम है, लेकिन आपूर्ति कम है. इस प्रकार सभी को पहले से पंजीकृत होना चाहिए और निर्धारित तिथि के बाद ही वैक्सीन केंद्रों पर आना चाहिए.

पढ़ें - “ वॉइस टू लीड, अ विज़न फॉर फ्यूचर”: अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2021

निजी वैक्सीन केंद्रों में टीका का अभाव है. पूरे राज्य में 3 करोड़ वैक्सीन की जरूरत है और इसकी मांग की गई है. शहर में टेस्टिंग किट और लैब की कमी है.

उन्होंने कहा कि शहर में 600 एंबुलेंस हैं और 441 एम्बुलेंस एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट हैं.

गौरव गुप्ता ने कहा कि इंदिरा कैंटीन में गरीब, प्रवासी और भाड़े के श्रमिकों को नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात के खाने के पैकेट मुफ्त में वितरित किए जाएंगे. 15 रसोई से भोजन की आपूर्ति की जा रही है.

बेंगलुरु : कोरोना की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन की किल्लत के मद्देनजर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ऑक्सीबस (OxyBus) चलेंगी. इन बसों में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध होंगे. बृहत बेंगलुरु महानगरपालिका (बीबीएमपी) ने आपात स्थिति में कोरोना मरीजों की सहायता के लिए यह सेवा शुरू की है.

इसकी जानकारी देते हुए बीबीएमपी मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने बताया कि एक बस में 6-8 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. हम फिलहाल 20 ऑक्सीबस शुरू करने जा रहे हैं. इन्हें बेंगलुरु में ट्राइएज सेंटर (Triage Centers) और सरकारी अस्पतालों के पास स्थापित किया जाएगा. प्रत्येक ऑक्सीबस में एक बार में आठ रोगियों का इलाज संभव हो सकेगा.

बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता का कहना है कि शहर में केवल 40 हजार वैक्सीन की खुराक उपलब्ध हैं और आज वह समाप्त हो जाएगीं. उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार कल आपूर्ति करती है, तो टीकाकरण जारी रहेगा.

उन्होंने कहा कि टीके की आपूर्ति के बिना अपार्टमेंट, संघों, नागरिक कल्याण संघ और कार्यस्थलों में टीका वितरण कार्यक्रम रोक दिए गए हैं.

शहर में दूसरी खुराक पाने वाले 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. यदि दूसरी खुराक सही समय पर उपलब्ध नहीं है, तो पहली खुराक का लाभ उपयोगी नहीं हो सकता है.

आयुक्त ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु वालों को बाद वरीयता दी जाएगी. उन्हें आपूर्ति के बाद टीका प्रदान किया जाएगा.

भले ही 400-500 लोग प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में आएं, लेकिन केवल 200 लोगों को ही टीका लग सकता है. शहर में वैक्सीन स्टोरेज सिस्टम है, लेकिन आपूर्ति कम है. इस प्रकार सभी को पहले से पंजीकृत होना चाहिए और निर्धारित तिथि के बाद ही वैक्सीन केंद्रों पर आना चाहिए.

पढ़ें - “ वॉइस टू लीड, अ विज़न फॉर फ्यूचर”: अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2021

निजी वैक्सीन केंद्रों में टीका का अभाव है. पूरे राज्य में 3 करोड़ वैक्सीन की जरूरत है और इसकी मांग की गई है. शहर में टेस्टिंग किट और लैब की कमी है.

उन्होंने कहा कि शहर में 600 एंबुलेंस हैं और 441 एम्बुलेंस एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट हैं.

गौरव गुप्ता ने कहा कि इंदिरा कैंटीन में गरीब, प्रवासी और भाड़े के श्रमिकों को नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात के खाने के पैकेट मुफ्त में वितरित किए जाएंगे. 15 रसोई से भोजन की आपूर्ति की जा रही है.

Last Updated : May 12, 2021, 4:03 PM IST
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