जेएनयू इंट्रेस के इंटरव्यू में भेदभाव के आरोप, संसद में उठी आवाज
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उत्तर प्रदेश से निर्वाचित बसपा सांसद रामजी ने आज संसद में जेएनयू में नामांकन के दौरान भेदभाव का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जेएनयू में पीएचडी का इंट्रेंस हुआ. इसमें लिखित के लिए 70 और मौखिक इंटरव्यू के लिए 30 अंक निर्धारित किए गए. उन्होंने कहा कि इंटरव्यू में एससी-एसटी और ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों को 30 में 2-3 अंक देना तार्किक और न्यायपूर्ण नहीं है. उन्होंने कहा कि जेएनयू में वंचित तबके के लोग कम फीस के कारण पढ़ने आते हैं, लेकिन देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. एससी-एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति को लेकर भी सांसद रामजी ने आवाज उठाई. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के दौरान पूरे देश में एससी-एसटी के छात्रों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार हो रहा है. इनकी छात्रवृत्ति रोक दी गई है.