दिल्ली का एंबुलेंस मैन : लॉकडाउन में आमजन को दे रहा निःशुल्क सेवा - Delhi corona ambulance service
🎬 Watch Now: Feature Video

कोरोना संकट के दौरान देश-दुनिया में हजारों-लाखों लोग अपने-अपने तरीके से पीड़ितों की मदद कर रहे हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं हिमांशु कालिया, जो अपनी सदाशयता के चलते 'दिल्ली का एंबुलेंस मैन' नाम से मशहूर हो चुके हैं. हिमांशु ने 18 साल के दौरान दो लाख से ज्यादा लोगों को अपनी एंबुलेंस से अस्पताल तक पहुंचाने में मदद की है. इन्होंने लॉकडाउन के दौरान करीब 200 लोगों को अस्पताल तक पहुंचाया. जिनमें 35 से 40 कोरोना संक्रमित भी थे. हिमांशु की इस सेवा के पीछे उनके पिताजी के सड़क हादसे में घायल होने की एक घटना है. ईटीवी भारत की टीम से हिमांशु ने बताया कि घायल पिता को लेकर कई घंटों तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में दौड़ते रहे, लेकिन कहीं भी इलाज नहीं मिला और मिन्नतों के बाद भी उन्हें एंबुलेंस नहीं मिल पाई, नतीजा इलाज में देर हुई और पिता दो साल के लिए कोमा में चले गए. इस घटना के बाद हिमांशु ने प्रण लिया कि दिल्ली में किसी भी गरीब या जरूरतमंद को एम्बुलेंस के लिए दर-दर भटकने नहीं देंगे. यही वजह थी कि हिमांशु ने अपनी शादी में ससुराल वालों से गाड़ी की बजाय एम्बुलेंस मांगी और तभी से वह जरूरतमंदों की सेवा में लगे हुए हैं.