डेट्रोइट (अमेरिका) : विटामिन बी12 की कमी स्वास्थ्य से जुड़ी एक आम समस्या है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. लेकिन चिकित्सक अक्सर इसे नजरअंदाज कर देते हैं. वेन स्टेट यूनिवर्सिटी के डायने क्रेस ने अपने अनुभव के आधार पर यह जानकारी दी है. वर्ष 2022 की गर्मियों के दौरान कई महीनों तक उसके मादा कुत्ते (स्काउट) को लेकर अपने अनुभव को शेयर किया है. उसने कहा कि स्काउट को लगभग हर दिन तड़के तीन बजे उल्टी हुई. और हर बार, उसके पहुंचने से पहले ही उसने उल्टी को निगल लिया, जिससे कारण उसका निदान मुश्किल हो गया.
इसके बाद पशु चिकित्सक और डायने क्रेस ने समस्या की जड़ को जानना चाहा. फिर एक दिन स्काउट ने ‘हेयरबॉल’ उल्टी कर दी. एक बार जब यह ‘हेयरबॉल’ हटा दी गई, तो उल्टी बंद हो गई. स्काउट को अभी भी उपचार की आवश्यकता थी, हालांकि इसके शरीर में विटामिन बी12 को बनने में बाधा उत्पन्न हो रही थी.
डायने क्रेस ने कहा कि बी12 एक आवश्यक पोषक तत्व है जो शरीर में रक्त कोशिकाओं, तंत्रिकाओं और कई अन्य महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के समुचित कार्य के लिए जरूरी होता है. वह खुद एक आहार विशेषज्ञ है और कॉलेज के छात्रों को पोषण और खाद्य विज्ञान पढ़ाते हैं, लेकिन फिर भी वह बी-12 की कमी का पता लगाने से चूक गये. इसकी कमी के कारण ही उनके कुत्ते में थकान दिखती थी. विटामिन बी12 की कमी स्वास्थ्य को लेकर एक आम समस्या है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, लेकिन चिकित्सक अक्सर इसे नजरअंदाज कर देते हैं. इसकी कमी से अमेरिका की लगभग छह प्रतिशत से 20 प्रतिशत आबादी प्रभावित होती है.
बी12 आहार में दुर्लभ है, और यह केवल पशु स्रोतों से खाद्य पदार्थों में पाया जाता है. सौभाग्य से, मनुष्यों को प्रतिदिन केवल 2.4 माइक्रोग्राम बी12 की आवश्यकता होती है. शरीर में बी12 की पर्याप्त मात्रा के बिना, समग्र स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है.
विटामिन B12 की कमी से शरीर में तमाम तरह की परेशानियां होती हैं. विटामिन बी12 की कमी के लक्षण शरीर के 4 अगों यानी हाथ, बांह, टागों और पैरों में देखे जा सकते हैं. शरीर के इन अंगों में एक अजीब सी झुनझुनी महसूस होना शुरू होने लगती. हमेशा थकान जैसी महसूस होती रहती है.
विटामिन बी12 की कमी के संकेत और लक्षण
बी 12 की कमी का एक प्राथमिक लक्षण थकान है - थकान या थकावट का स्तर इतना अधिक होता है कि यह दैनिक जीवन की गतिविधियों को प्रभावित करता है.
अन्य लक्षण तंत्रिका संबंधी होते हैं, जिसमें भ्रम, अवसाद और व्यवहार में संतुलन बनाए रखने में कठिनाई जैसी बातें शामिल हो सकती हैं.
बी12 की कमी के जोखिम कारक
सैकड़ों अलग-अलग दवाएं हैं, जो शुष्क मुंह का कारण बन सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप बहुत कम लार बनती है.
बी12 की कमी का एक अन्य संभावित कारण पेट में अम्ल का कम स्तर है. अगर आप अल्सर-रोधी दवाएं लेते हैं, जो अल्सर पैदा करने वाले पेट के एसिड को कम करती हैं.
बी 12 की कमी का एक अन्य आम कारण अग्न्याशय का ठीक से काम नहीं करना है. खराब अग्न्याशय वाले लगभग एक तिहाई रोगियों में बी12 की कमी होती है.
बी12 की कमी का इलाज
दूध और दूध से बने चीजों में भी विटामिन बी12 पाया जाता है. इसके सेवन से शरीर में विटामिन और कैल्शियम की कमी दूर होती है. इसके लिए डाइट में डेयरी उत्पादों को जरूर शामिल करें. इसके अलावा, डाइट में सीफूड जैसे साल्मन मछली, टूना मछली, रेड मीट, बीन्स, सूखे मेवे और शेलफिश आदि चीजों को जरूर शामिल करें.
कुछ स्वास्थ्य कर्मी नियमित रूप से बी 12 और अन्य विटामिन स्तरों को मापते हैं. यदि आप बी 12 की कमी के संभावित लक्षणों का अनुभव करते हैं तो आपको जांच के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
साथ ही खून की जांच करानी चाहिए ताकि इसकी कमी का पता तल सके.
बी 12 की खुराक लेने के कुछ महीनों के बाद थरीर में थकान व अन्य लक्षण दूर होने लगते हैं.
लोग इस तरह के इलाज का प्रकार निष्क्रिय रहते हैं. बी12 की कमी के कारण आपका बाकी बीमारियों का उपचार भी प्रभावित होता है. इसकी कमी से निकलने में या पूरी तरह से ठीक होने में एक वर्ष तक का समय लग सकता है, लेकिन उचित उपचार के बाद आप की स्थिति सामान्य हो सकती है.
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