नई दिल्ली: सर्दियों का मौसम बीमारियों का मौसम कहलाता है. इस मौसम में लगभग हर उम्र के लोगों में सर्दी जुखाम जैसे संक्रमण के लक्षण नजर आना आम बात है. उस पर इस बार तो कोरोना संक्रमण भी लोगों को काफी परेशान कर रहा है, जिसके लक्षणों में सर्दी जुखाम के लक्षण मुख्य माने जाते हैं. इन अवस्थाओं में आमतौर पर स्टीम या भाप लेना काफी फायदेमंद (steam beneficial for body) माना जाता है, क्योंकि जानकार और चिकित्सक मानते हैं कि स्टीम लेना एक ऐसी थेरेपी (steam therapy) है संक्रमणों को दूर रखने तथा उनके असर को कम करने में काफी कारगर होती है. यही नही यह त्वचा की सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है.
संक्रमण में फायदे
देहरादून के जनरल फिजीशियन डॉ सुरजीत सिंह बताते हैं कि सर्दी, खांसी और जुकाम में गर्म पानी की भाप काफी फायदेमंद (hot water steam therapy) हो सकती है. गर्म पानी की भाप सर्दी में काफी राहत देती है. इससे बंद नाक के खुलने में तो मदद मिलती ही है साथ ही सांस लेने में भी आराम मिलता है. वे बताते हैं कि स्टीम इनहेलेशन नाक के मार्ग की रूकावट को दूर रखने के साथ ही साइनस जैसी समस्याओं में भी फायदेमंद होता है. गर्म पानी की भाप, साइनस कंजेशन और अक्सर इसके साथ होने वाले सिरदर्द को दूर करने में मदद कर सकती है. इसके अलावा भाप में सांस लेने से गले की मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे खांसी में भी राहत मिलती है. भाप नैसल कंजेशन को कम करती ही है साथ ही फेफड़ों की सेहत को दुरुस्त बनाए रखने में मदद कर सकती है. इसलिए ब्रॉनकाइटीस तथा अस्थमा के रोगियों को भी विशेषतौर पर सर्दियों के मौसम में साप्ताहिक तौर पर या नियमित अंतराल पर भाप लेने की सलाह दी जाती है.
दरअसल, भांप लेने की प्रक्रिया में गर्म हवा नाक के मार्ग से होते हुए फेफड़ों तक पहुंचती है तथा गले और फेफड़ों में बलगम को ढीला करती है, जिससे उसे बाहर निकलने में मदद मिलती है. इसके अलावा यह मौसमी एलर्जी के असर को कम करने में भी काफी मददगार होती है.
त्वचा के लिए फायदे
सिर्फ संक्रमणों से बचाव और उससे संबंधित समस्याओं में ही नहीं, बल्कि भाप त्वचा की सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है. डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ आशा सकलानी बताती हैं कि स्टीम हमारी त्वचा के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है क्योंकि इससे त्वचा के रोम छिद्र खुल जाते हैं और त्वचा की गहराई से सफाई हो जाती है. यही नही भाप लेने से चेहरे के आसपास रक्तसंचार बढ़ जाता है जिससे त्वचा को ज्यादा पोषण मिलता है. भाप के कारण त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते हैं, जिससे उस पर मौजूद मृत त्वचा कोशिकाओं, बैक्टीरिया और अन्य अशुद्धियों से मुक्ति मिलती है और मुंहासे जैसी समस्याओं में राहत मिलती है.
यही नहीं, भाप त्वचा के प्राकृतिक तेल के उत्पादन को बढ़ाने में भी मदद करती है और त्वचा में नमी बनाए रखती है. जिससे चेहरा प्राकृतिक रूप से मॉइस्चराइज़्ड रहता है. इसके अलावा रोमछिद्र खुलने से त्वचा में मौजूद ब्लैकहेड्स भी नरम हो जाते हैं, जिससे उन्हें निकालने में आसानी हो जाती है.
भाप लेते समय सावधानियां
निसंदेह भाप लेना सेहत को कई फायदे पहुंचाता है, लेकिन बहुत जरूरी है कि उसे सही तरीके से लिया जाए, अन्यथा ये नुकसान भी पहुंच सकता है. यूं तो बाजार में भाप के लिए कई प्रकार के उपकरण मिलते हैं जिनका उपयोग काफी सरल होता है. लेकिन यदि गर्म बर्तन में भाप ली जा रही हो तो ध्यान रखना चाहिए की उस बर्तन से थोड़ी दूरी बना कर रखें अन्यथा जलने का खतरा हो सकता है. विशेषकर बच्चों के साथ ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है. इसके अलावा भाप लेने वाले बर्तन या उपकरण से बिल्कुल करीब होकर भाप नहीं लेनी चाहिए क्योंकि ऐसे में जरूरत से ज्यादा गर्म भाप त्वचा को नुकसान भी पहुंच सकती है. भाप लेना तभी ज्यादा फायदेमंद होता है, जब उसे कम से कम पांच मिनट लिया जाए. हालांकि बच्चों और वयस्कों में चिकित्सक की सलाह पर इस समय को कम या ज्यादा किया जा सकता है.