तीखी धूप का कहर आजकल देश के कई हिस्सों में लोगों को परेशान कर रहा है. गर्मी का तेज धूप वाला मौसम हमारी त्वचा पर काफी भारी पड़ता है. आमतौर पर ऐसे महिला या पुरुष जिन्हे काम या पढ़ाई के सिलसिले में लगातार धूप में घर से बाहर रहना पड़ता है उनके लिए यह मौसम कई तरह की त्वचा से जुड़ी समस्याओं का कारण बन जाता है, जैसे टैनिंग, सनबर्न, ड्राई स्किन,डार्क पैच, एग्जिमा, छाले, रैश तथा फंगल इन्फेक्शन आदि. हालांकि इन समस्याओं के प्रभाव से इस मौसम में पूरी तरह से बचना काफी मुश्किल होता है लेकिन डर्मेटोलॉजिस्ट मानते हैं की त्वचा को लेकर थोड़ा ध्यान रखने से तथा कुछ सावधानी बरतने से तेज धूप के कारण त्वचा पर पड़ने वाले खराब प्रभाव से काफी हद तक बचा जा सकता है.
कौन सी समस्याएं कर सकती हैं परेशान
रोशन डर्मा केयर एंड क्लिनिक नई दिल्ली की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ लवीना बावा बताती हैं कि गर्मी के मौसम में चिलचिलाती धूप तथा उसकी यूवी रेज त्वचा को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है. खास तौर पर ऐसे लोग जिनकी त्वचा ज्यादा संवेदनशील होती है, उनके लिए इस मौसम में समस्याएं और भी ज्यादा गंभीर हो सकती है. Summer Tips . Heat Wave Tips . sunburn . sweltering heat side effects
वह बताती हैं कि हालांकि कई लोग इस मौसम में त्वचा का विशेष ध्यान रखने की कोशिश करते हैं. लेकिन ज्यादातर सही जानकारी के अभाव में, तो कभी लापरवाही के चलते उनकी देखभाल त्वचा को धूप के प्रभाव से पूरी तरह से सुरक्षा नहीं दे पाती हैं. उस पर यदि त्वचा पर एलर्जी, सनबर्न या अन्य समस्याओं के कारण छाले , घाव या एग्जिमा जैसी समस्या हो जाए और पीड़ित दूसरों से सुनकर या पढ़कर खुद से ही अपना इलाज करने की कोशिश करने लगे तो कई बार समस्या ज्यादा परेशानी का कारण भी बन जाती है. यहां तक कई बार इसके कारण समस्या के बढ़ने व त्वचा पर निशान बनने का खतरा भी बढ़ जाता है. वह बताती हैं कि चिलचिलाती धूप तथा यूवी रेडिएशन के प्रभाव के कारण यदि त्वचा क्षतिग्रस्त हो रही है तो उसके इलाज के लिए चिकित्सक से परामर्श बेहद जरूरी हो जाता है.
डॉ लवीना बताती हैं कि इस समय आमतौर पर जो समस्याएं सबसे ज्यादा नजर आती हैं उनमें सबसे आम हैं त्वचा में नमी की कमी. यह समस्या कई बार कई अन्य समस्याओं के होने का कारण भी बन जाती है, जैसे रूखी, मुरझाई तथा बेजान त्वचा आदि. इसके अलावा इस मौसम में त्वचा पर गहरे रंग के पैच बनना जैसे डार्क स्पॉट्स व काले दाग, ड्राई स्किन, एक्ने, एग्जिमा, पिम्पल तथा पसीने की अधिकता व प्रदूषण के कारण फंगल इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है.
कैसे करें देखभाल
डॉ लवीना बताती हैं कि सही स्किन केयर रूटीन के साथ इस मौसम में त्वचा को स्वस्थ व समस्याओं के दूर रखने के लिए बहुत जरूरी है कि शरीर में नमी बनाए रखने तथा त्वचा को सीधे धूप के संपर्क में आने से बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए. इसके लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना व सावधानियों को अपनाना काफी लाभकारी हो सकता है. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- इस मौसम में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. जिससे शरीर विशेषकर त्वचा में नमी बनी रहे. साथ ही शरीर से टॉक्सिन्स भी निकलते रहें. शरीर में जरूरी नमी बनाए रखने के लिए पानी के साथ आहार में तरल पदार्थों तथा ऐसे फलों व सब्जियों की मात्रा बढ़ानी चाहिए जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा हो.
- घर से बाहर निकलते समय चेहरे, हाथों तथा शरीर का कोई भी हिस्सा जो धूप के सीधे संपर्क में आ रहा हो, वहां साफ त्वचा पर 30+ SPF वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए.
- भले ही घर से निकलते समय अच्छे से सनस्क्रीन लगाया गया हो लेकिन धूप में निकलते उसके सीधे संपर्क में आने से बचने के लिए छाता, टोपी, धूप का चश्मा तथा स्कार्फ का इस्तेमाल करें.
- चेहरे को दिन में कम से कम दो से तीन बार ठंडे पानी से धोएं और अगर घर से बाहर हैं तो हर बार चेहरा धोने का बाद सनस्क्रीन लगाएं.
- तेज धूप के नीचे स्विमिंग करने से बचे , यह त्वचा को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. स्विमिंग के लिए इस मौसम में सुबह या शाम का समय आदर्श रहता है. लेकिन इस दौरान भी वाटर प्रूफ सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें.
- त्वचा को सप्ताह में कम से कम एक बार एक्सफोलिएट जरूर करें तथा रोजाना मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें.
- जहां तक संभव हो घर से बाहर निकलते समय पूरी बाजू तथा पूरे पांव वाले कपड़े पहनें और हाथों-पैरों के साथ बालों को भी सूती कपड़े से कवर करके रखें. क्योंकि तीखी धूप बालों को भी काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं.
सही इलाज जरूरी
वह बताती हैं कि कई बार त्वचा के धूप के कारण समस्याग्रस्त या क्षतिग्रस्त होने पर या किसी संक्रमण के प्रभाव में आने पर बहुत से लोग बिना चिकित्सक से परामर्श कोई भी दवा इस्तेमाल कर लेते हैं. दरअसल बाजार में कई तरह की स्किन क्रीम मिलती है, लेकिन सभी क्रीम सभी समस्याओं के इलाज में कारगर नहीं होती है.
अलग-अलग प्रकार की क्रीम (दवा) अलग-अलग समस्याओं के उपचार में काम आती है.कई क्रीम में स्टेरॉइड, कुछ खास एंटीफंगल या अन्य कॉम्बिनेशन भी होते हैं. ऐसे में आमतौर पर समस्या के अनुसार ही उनके इस्तेमाल की सलाह दी जाती है, ऐसा ना करने पर ना सिर्फ समस्या के ठीक होने में समय लग सकता है बल्कि कभी-कभी परेशानियां ज्यादा बढ़ भी सकती है. ऐसे में बहुत जरूरी है कि मेडिकल यूज में आने वाली किसी भी क्रीम यानी दवा का इस्तेमाल चिकित्सक से एक बार पूछ कर ही करना चाहिए. इसके अलावा धूप के हल्के फुल्के प्रभावों में कुछ होम रेमेडी भी काफी मदद करती हैं. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- तीखी धूप के बाद शेड में आने पर कुछ मिनट रुके और फिर ठंडे पानी से चेहरे को धोएं.
- त्वचा पर बर्फ के टुकड़े से मसाज करने पर भी प्रभावित त्वचा पर राहत महसूस हो सकती है , लेकिन यहां ध्यान रहे धूप से आने के बाद तत्काल ऐसा ना करें तथा फंगल संक्रमण की अवस्था में ऐसा ना करें.
- त्वचा पर गुलाब जल या एलोवेरा जेल लगाने से भी राहत मिल सकती है. सनबर्न वाले स्थान पर रूई से ठंडा दूध लगाने पर भी राहत मिलती है.
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