क्या कभी अपने सोचा है कि उल्टा चलना भी सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है? हम जानते हैं कि सेहत के लिए अधिकांश फिटनेस एक्सपर्ट वॉक करने की सलाह देते हैं, वैसे ही रिवर्स वाकिंग भी फायदेमंद मानी जाती है. रिवर्स वॉकिंग के फायदों को फिजिकल ट्रेनर्स, खिलाड़ी तथा फिजियोंथेरेपिस्ट सभी मानते हैं. इस खास अभ्यास के फायदों की कई शोधों में भी पुष्टि ही चुकी है.
बीएमसी मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर (BMC Musculoskeletal Disorders journal) में प्रकाशित एक शोध के अनुसार ऐसे लोग जिनके घुटनों में चोट या किसी समस्या के चलते दर्द हो उनके लिये नियमित तौर पर रिवर्स वॉकिंग यानी उल्टा चलना काफी लाभकारी हो सकता है. इस बात की पुष्टि जर्नल ऑफ बायोमैकेनिक्स में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में भी की गई है. वहीं जर्नल ऑफ कायरोप्रैक्टिक मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बताया गया है कि नियमित तौर पर 15 मिनट की रिवर्स वॉकिंग कमर दर्द में भी राहत दिलाती है. लेकिन उलटे चलने के फायदें सिर्फ घुटनों और कमरदर्द में आराम तक ही सीमित नही है.
यूनिवर्सिटी ऑफ रोहैम्पटन के एक शोध में यह भी बताया गया है कि उलटे चलने से यारदाश्त बेहतर होती है क्योंकि इससे एकाग्रता बढ़ती है. शोध में 114 लोगों की वॉक करने की आदत और उनकी याददाश्त पर अध्ययन किया गया था.
रिवर्स वॉकिंग के फायदे
दिल्ली के फिजियोंथेरेपिस्ट डॉ राहुल क्षत्रिय बताते हैं कि उल्टे चलने का नियमित अभ्यास शरीर को कई तरह से फायदे पहुंचाता है. रिवर्स वॉकिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जो दिमाग और शरीर दोनों को फायदे पहुंचाता है. साथ ही रोजाना 20-30 मिनट रिवर्स वॉक करने से रक्तचाप तथा मांसपेशियों व हड्डियों की समस्या सहित कई समस्याओं में राहत मिलती है. जर्नल ऑफ फिजिकल थेरेपी साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन में भी बताया गया है रिवर्स वॉकिंग शरीर के संतुलन में सुधार करती है साथ ही मानसिक स्वास्थ्य में भी फायदा पहुँचती है.
डॉ राहुल क्षत्रिय बताते हैं कि रिवर्स वॉकिंग के कई अन्य फायदें भी हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- उल्टा चलने से घुटनों व जोड़ों में दर्द, अकड़न, तनाव और सूजन में राहत मिलती है. साथ ही ऐसे लोग जिनके हैम्स्ट्रिंग में लचीलेपन में कमी आने लगे या जिन्हें गठिया की समस्या हो उनके लिए भी रिवर्स वॉकिंग एक अच्छा उपाय माना जाता है.
- रिवर्स वॉकिंग से पीठ की मांसपेशियों में लचीलापन आता है तथा रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं और कमर दर्द में भी राहत मिलती है.
- रिवर्स वॉकिंग से पैरों के पीछे की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है और पैर मजबूत होते हैं. इसके अलावा रिवर्स वॉकिंग शरीर और दिमाग के बीच के संतुलन बनाए रखने में भी मदद करती है.
- रिवर्स वॉकिंग से एकाग्रता बढ़ाने, एंग्जाइटी, दिमाग को शांत रखने तथा मानसिक समस्याओं में राहत मिलती है.
- उल्टा चलना उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो अपना वजन घटाना चाहते हैं. रिवर्स वॉकिंग से कैलोरी भी ज्यादा बर्न होती है , जिससे वजन भी नियंत्रित रहता है. जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में भी बताया गया है कि उल्टा चलने से वजन कम होता है.
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