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लंबे और निरोगी जीवन के लिए जरूरी है धूम्रपान से दूरी : धूम्रपान निषेध दिवस - स्वास्थ्य

धूम्रपान एक ऐसी लत है, जो सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि कई गंभीर रोगों का कारण बनती है, जिसके चलते हर साल बड़ी संख्या में लोग मृत्यु का शिकार बन जाते हैं। दुनिया भर में लोगों को इस लत की गंभीरता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 'धूम्रपान निषेध दिवस' मनाया जाता है।

Quit smoking
धूम्रपान से छुटकारा
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Published : Mar 10, 2021, 11:08 AM IST

धूम्रपान एक ऐसा धीमा जहर है, जो धीमे-धीमे हमें मृत्यु के दरवाजे तक ले जा सकता है। पूरी दुनिया में हर साल बड़ी संख्या में लोग धूम्रपान के चलते कैंसर जैसे गंभीर रोग का शिकार बनते हैं और अपनी जान गवां बैठते हैं। यह ना सिर्फ उस व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जो स्वयं धूम्रपान करता है बल्कि उसके आसपास रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। पूरी दुनिया में लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से मार्च के दूसरे बुधवार को 'धूम्रपान निषेध दिवस' मनाया जाता है। इस वर्ष यह दिवस 10 मार्च को मनाया जा रहा है।

धूम्रपान निषेध दिवस का इतिहास

धूम्रपान निषेध दिवस की शुरुआत एक जागरूकता अभियान के तौर पर वर्ष 1984 में यूनाइटेड किंगडम में बुधवार के दिन हुई थी। जिसके उपरांत प्रतिवर्ष धूम्रपान करने वालों को इस लत को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाने लगा। इस वार्षिक आयोजन के पीछे का एक उद्देश्य लोगों को धूम्रपान छोड़ने के तरीकों के प्रति जागरूक करना भी है। धूम्रपान निषेध दिवस की सफलता के बारे में जानने के लिए किए गए एक रिसर्च के आंकड़े बताते हैं कि धूम्रपान करने वाले हर 10 में से एक व्यक्ति इस दिन इस लत को अलविदा कह देता है।

धूम्रपान से जुड़े तथ्य

आंकड़े बताते हैं कि कैंसर, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) तथा दिल के रोगों के कारण जान गंवाने वाले अधिकांश लोगों में इन बीमारियों की शुरुआत तथा रोग के गंभीर होने का कारण धूम्रपान था। जानकार तथा चिकित्सक बताते हैं कि सिगरेट में लगभग 4000 टॉक्सिक रसायनों का उपयोग होता है, जो कैंसर का कारण तो बनते ही हैं, साथ ही शरीर के अलग-अलग तंत्रों को नुकसान पहुंचाने के साथ बीमारियों का कारण भी बनते हैं।

धूम्रपान का स्वास्थ्य पर असर

धूम्रपान एक ऐसी लत है, जो लगभग सभी रोगों की गंभीरता को बढ़ा देती है। धूम्रपान के चलते होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर तथा कुछ अन्य रोग इस प्रकार हैं;

  • हार्ट अटैक यानी हृदयघात
  • कोरोनरी हार्ट डिजीज
  • क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी)
  • श्वसन संबंधी रोग/ लंग कैंसर
  • मुंह, नाक, गला, पैंक्रियास, ब्लैडर, सरविक्स, किडनी, रक्त तथा अन्य प्रणाली से जुड़े कैंसर का एक मुख्य कारण धूम्रपान भी होता है
  • तंत्रिका तंत्र संबंधी रोग( परिधीय संवाहिनी रोग)
  • रूमेटाइड अर्थराइटिस

धूम्रपान से जुड़े आंकड़े

  1. मेडिकल जर्नल द लेनचेट में प्रकाशित ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज शोध के अनुसार दुनिया भर में 2015 में होने वाली लगभग 6.4 मिलियन मृत्यु में से 11 फीसदी का कारण धूम्रपान था। जिनमें से 52.2 प्रतिशत मृत्यु चीन, भारत, यूएसए तथा रशिया में हुई थी।
  2. शोध के मुताबिक दुनिया भर में धूम्रपान करने वालों में 51.4 प्रतिशत केवल चीन, भारत और इंडोनेशिया में पाए जाते हैं।
  3. आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में धूम्रपान करने वाले कुल लोगों का 11.2 प्रतिशत सिर्फ भारत में पाया जाता है।
  4. वर्ष 2015 में प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 10 प्रमुख देश जहां सबसे ज्यादा मात्रा में धूम्रपान करने वाले लोग पाए जाते हैं वह है चीन,भारत, इंडोनेशिया, यूएसए, रशिया, बांग्लादेश, जापान, ब्राजील, जर्मनी तथा फिलिपिंस।

पढ़े : युवाओं में कैंसर के मामले बढ़ा रही है आसीन जीवनशैली

कैसे पाएं धूम्रपान से छुटकारा

  • एक बार में धूम्रपान छोड़ना जरा भी आसान नहीं है। इसलिए धीरे- धीरे धूम्रपान छोड़ने का प्रयास करें। जैसे यदि आप दिन में 6 सिगरेट पीते हैं, तो पहले इसे घटाकर 3 कर दें। फिर 2 कर दे, उसके बाद सिर्फ 1 सिगरेट पर आ जाएं। फिर 1-1 दिन के अंतराल पर सिगरेट का सेवन करें। धीरे-धीरे इस गैप को बढ़ाते जाये। फिर उसे भी छोड़ दें।
  • ऐसे दोस्तों के पास जाना बंद कर दें, जो आपको सिगरेट, बीड़ी जैसी चीजें ऑफर करते हैं। कई बार दोस्तों की बात मानकर लोग धूम्रपान फिर से शुरू कर देते हैं।
  • खुद को व्यस्त रखने का प्रयास करें।
  • अपने परिजनों और दोस्तों से सहयोग मांगे।
  • मुंह को व्यस्त रखें, इसके लिए शुगर रहित च्यूइंगम, इलायची या लौंग चबाया जा सकता है।
  • धूम्रपान करने की तलब लोगों को तनाव के वक्त सबसे अधिक लगती है, इसलिए आप प्रतिदिन योगा, व्यायाम, जोगिंग या कोई खेल खेल कर अपने तनाव को कम कर सकते हैं. इससे आपको शांति तो मिलेगी ही साथ ही आपकी यह गंभीर समस्या भी आपसे दूर हो जाएगी।
  • आजकल बाजार में बहुत सी दवाइयां उपलब्ध हैं, जिनको खाकर आप धूम्रपान की लत छोड़ सकते हैं। बूप्रोपिन, चांटीक्स तथा निकोटेक्स जैसे कई ब्रांड बाजार में उपलब्ध है। ये दवाई काफी लाभकारी होती है, जिससे आपको धूम्रपान छोड़ने में आसानी हो जाती है और इन दवाई का आपको कोई नुकसान भी नहीं होता।
  • शराब से दूरी बनाएं।

धूम्रपान एक ऐसा धीमा जहर है, जो धीमे-धीमे हमें मृत्यु के दरवाजे तक ले जा सकता है। पूरी दुनिया में हर साल बड़ी संख्या में लोग धूम्रपान के चलते कैंसर जैसे गंभीर रोग का शिकार बनते हैं और अपनी जान गवां बैठते हैं। यह ना सिर्फ उस व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जो स्वयं धूम्रपान करता है बल्कि उसके आसपास रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। पूरी दुनिया में लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से मार्च के दूसरे बुधवार को 'धूम्रपान निषेध दिवस' मनाया जाता है। इस वर्ष यह दिवस 10 मार्च को मनाया जा रहा है।

धूम्रपान निषेध दिवस का इतिहास

धूम्रपान निषेध दिवस की शुरुआत एक जागरूकता अभियान के तौर पर वर्ष 1984 में यूनाइटेड किंगडम में बुधवार के दिन हुई थी। जिसके उपरांत प्रतिवर्ष धूम्रपान करने वालों को इस लत को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाने लगा। इस वार्षिक आयोजन के पीछे का एक उद्देश्य लोगों को धूम्रपान छोड़ने के तरीकों के प्रति जागरूक करना भी है। धूम्रपान निषेध दिवस की सफलता के बारे में जानने के लिए किए गए एक रिसर्च के आंकड़े बताते हैं कि धूम्रपान करने वाले हर 10 में से एक व्यक्ति इस दिन इस लत को अलविदा कह देता है।

धूम्रपान से जुड़े तथ्य

आंकड़े बताते हैं कि कैंसर, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) तथा दिल के रोगों के कारण जान गंवाने वाले अधिकांश लोगों में इन बीमारियों की शुरुआत तथा रोग के गंभीर होने का कारण धूम्रपान था। जानकार तथा चिकित्सक बताते हैं कि सिगरेट में लगभग 4000 टॉक्सिक रसायनों का उपयोग होता है, जो कैंसर का कारण तो बनते ही हैं, साथ ही शरीर के अलग-अलग तंत्रों को नुकसान पहुंचाने के साथ बीमारियों का कारण भी बनते हैं।

धूम्रपान का स्वास्थ्य पर असर

धूम्रपान एक ऐसी लत है, जो लगभग सभी रोगों की गंभीरता को बढ़ा देती है। धूम्रपान के चलते होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर तथा कुछ अन्य रोग इस प्रकार हैं;

  • हार्ट अटैक यानी हृदयघात
  • कोरोनरी हार्ट डिजीज
  • क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी)
  • श्वसन संबंधी रोग/ लंग कैंसर
  • मुंह, नाक, गला, पैंक्रियास, ब्लैडर, सरविक्स, किडनी, रक्त तथा अन्य प्रणाली से जुड़े कैंसर का एक मुख्य कारण धूम्रपान भी होता है
  • तंत्रिका तंत्र संबंधी रोग( परिधीय संवाहिनी रोग)
  • रूमेटाइड अर्थराइटिस

धूम्रपान से जुड़े आंकड़े

  1. मेडिकल जर्नल द लेनचेट में प्रकाशित ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज शोध के अनुसार दुनिया भर में 2015 में होने वाली लगभग 6.4 मिलियन मृत्यु में से 11 फीसदी का कारण धूम्रपान था। जिनमें से 52.2 प्रतिशत मृत्यु चीन, भारत, यूएसए तथा रशिया में हुई थी।
  2. शोध के मुताबिक दुनिया भर में धूम्रपान करने वालों में 51.4 प्रतिशत केवल चीन, भारत और इंडोनेशिया में पाए जाते हैं।
  3. आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में धूम्रपान करने वाले कुल लोगों का 11.2 प्रतिशत सिर्फ भारत में पाया जाता है।
  4. वर्ष 2015 में प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 10 प्रमुख देश जहां सबसे ज्यादा मात्रा में धूम्रपान करने वाले लोग पाए जाते हैं वह है चीन,भारत, इंडोनेशिया, यूएसए, रशिया, बांग्लादेश, जापान, ब्राजील, जर्मनी तथा फिलिपिंस।

पढ़े : युवाओं में कैंसर के मामले बढ़ा रही है आसीन जीवनशैली

कैसे पाएं धूम्रपान से छुटकारा

  • एक बार में धूम्रपान छोड़ना जरा भी आसान नहीं है। इसलिए धीरे- धीरे धूम्रपान छोड़ने का प्रयास करें। जैसे यदि आप दिन में 6 सिगरेट पीते हैं, तो पहले इसे घटाकर 3 कर दें। फिर 2 कर दे, उसके बाद सिर्फ 1 सिगरेट पर आ जाएं। फिर 1-1 दिन के अंतराल पर सिगरेट का सेवन करें। धीरे-धीरे इस गैप को बढ़ाते जाये। फिर उसे भी छोड़ दें।
  • ऐसे दोस्तों के पास जाना बंद कर दें, जो आपको सिगरेट, बीड़ी जैसी चीजें ऑफर करते हैं। कई बार दोस्तों की बात मानकर लोग धूम्रपान फिर से शुरू कर देते हैं।
  • खुद को व्यस्त रखने का प्रयास करें।
  • अपने परिजनों और दोस्तों से सहयोग मांगे।
  • मुंह को व्यस्त रखें, इसके लिए शुगर रहित च्यूइंगम, इलायची या लौंग चबाया जा सकता है।
  • धूम्रपान करने की तलब लोगों को तनाव के वक्त सबसे अधिक लगती है, इसलिए आप प्रतिदिन योगा, व्यायाम, जोगिंग या कोई खेल खेल कर अपने तनाव को कम कर सकते हैं. इससे आपको शांति तो मिलेगी ही साथ ही आपकी यह गंभीर समस्या भी आपसे दूर हो जाएगी।
  • आजकल बाजार में बहुत सी दवाइयां उपलब्ध हैं, जिनको खाकर आप धूम्रपान की लत छोड़ सकते हैं। बूप्रोपिन, चांटीक्स तथा निकोटेक्स जैसे कई ब्रांड बाजार में उपलब्ध है। ये दवाई काफी लाभकारी होती है, जिससे आपको धूम्रपान छोड़ने में आसानी हो जाती है और इन दवाई का आपको कोई नुकसान भी नहीं होता।
  • शराब से दूरी बनाएं।
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