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नए कोविड वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन में 6-9 महीनों का समय लग सकता है : एस्ट्राजेनेका - Effective against new variants of viruses

कोरोनावायरस के नए वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन के उत्पादन में समय लग सकता है. इसके लिए महीनों पहले काम शुरू हो चुका है, जो अगली पीढ़ी के नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी होगा. ऑक्सफोर्ड द्वारा निर्मित मूल वैक्सीन नए वेरिएंट के लिए प्रभावी नहीं है.

Vaccine delayed against new COVID variants
नए कोविड वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन में देरी
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Published : Feb 13, 2021, 9:06 AM IST

फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन का उत्पादन करने में छह से नौ महीने का समय लग सकता है, जो वायरस के नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी होगी. द गार्जियन द्वारा गुरुवार को एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अपडेटेड वैक्सीन का छह महीने का टर्नअराउंड पारंपरिक वैक्सीन विकास की समयसीमा को देखते हुए भारी सुधार का प्रतिनिधित्व करेगा.

एस्ट्राजेनेका में बायोफार्मास्यूटिकल्स आरएंडडी के कार्यकारी उपाध्यक्ष सर मेने पंगलोस ने कहा, वेरिएंट पर काम आज शुरू नहीं हुआ है, यह हफ्तों और महीनों पहले शुरू हुआ था.

उन्होंने पुष्टि की कि वह अगली पीढ़ी की नए वेरिएंट पर पूरी तरह से कारगर वैक्सीन के लिए लगातार काम कर रहे हैं और इसके लिए उनका बसंत का मौसम लैब में ही गुजरने वाला है.

मेने ने कहा कि वैक्सीन शरद ऋतु तक जनता के लिए उपलब्ध हो सकती हैं. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त रूप से विकसित कंपनी का टीका, मूल वायरस और एक नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है, जो कि सबसे पहले ब्रिटेन के केंट इलाके में पाया गया था.

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाए गए हैं और ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि यह वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ ज्यादा प्रभावी नहीं दिख रही है.

इस पर रिपोर्ट में कहा गया है कि एक छोटे पैमाने पर परीक्षण के बाद निकाले गए प्रारंभिक निष्कर्ष हो सकते हैं. मौजूदा वैरिएंट के खिलाफ भी वैक्सीन को प्रभावकारी बताया गया है.

रिपोर्ट है कि वैक्सीन स्पष्ट रूप से हल्की और मध्यम बीमारी के लिए इस वैरिएंट के खिलाफ काम नहीं करती है. दक्षिण अफ्रीका में नया वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है.

फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन का उत्पादन करने में छह से नौ महीने का समय लग सकता है, जो वायरस के नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी होगी. द गार्जियन द्वारा गुरुवार को एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अपडेटेड वैक्सीन का छह महीने का टर्नअराउंड पारंपरिक वैक्सीन विकास की समयसीमा को देखते हुए भारी सुधार का प्रतिनिधित्व करेगा.

एस्ट्राजेनेका में बायोफार्मास्यूटिकल्स आरएंडडी के कार्यकारी उपाध्यक्ष सर मेने पंगलोस ने कहा, वेरिएंट पर काम आज शुरू नहीं हुआ है, यह हफ्तों और महीनों पहले शुरू हुआ था.

उन्होंने पुष्टि की कि वह अगली पीढ़ी की नए वेरिएंट पर पूरी तरह से कारगर वैक्सीन के लिए लगातार काम कर रहे हैं और इसके लिए उनका बसंत का मौसम लैब में ही गुजरने वाला है.

मेने ने कहा कि वैक्सीन शरद ऋतु तक जनता के लिए उपलब्ध हो सकती हैं. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त रूप से विकसित कंपनी का टीका, मूल वायरस और एक नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है, जो कि सबसे पहले ब्रिटेन के केंट इलाके में पाया गया था.

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाए गए हैं और ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि यह वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ ज्यादा प्रभावी नहीं दिख रही है.

इस पर रिपोर्ट में कहा गया है कि एक छोटे पैमाने पर परीक्षण के बाद निकाले गए प्रारंभिक निष्कर्ष हो सकते हैं. मौजूदा वैरिएंट के खिलाफ भी वैक्सीन को प्रभावकारी बताया गया है.

रिपोर्ट है कि वैक्सीन स्पष्ट रूप से हल्की और मध्यम बीमारी के लिए इस वैरिएंट के खिलाफ काम नहीं करती है. दक्षिण अफ्रीका में नया वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है.

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