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जानें क्या है लहसुन के सेवन के फायदे? - लहसुन के सेवन का सही तरीका

क्या आप अपना पास्ता बिना लहसून के कल्पना कर सकते है. लहसून किसी भी खाने के तड़के में चार-चांद लगा देता है. जरा सा लहसुन सिर्फ भोजन ही नहीं, बल्कि स्वास्थ पर भी जादुई असर डालता है. प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी कहा जाता है की रोज सुबह खाली पेट लहसुन की कली चबा कर खाने के शरीर की बहुत सी व्याधियां दूर होती हैं.

Benefits Of Garlic
लहसुन के फायदे
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Published : Dec 15, 2020, 1:38 PM IST

भोजन चाहे भारतीय हो या चाइनीज या फिर यूरोपियन, लहसुन उसके जायके को और भी अधिक स्वादिष्ट बना देता है. लेकिन लहसुन सिर्फ भोजन का जायका ही नहीं बढ़ाता, बल्कि प्राचीन काल से ही इसका उपयोग एक दवा के रूप में भी किया जाता रहा है. प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा में पेट संबंधी समस्याओं के अलावा गठिया, विभिन्न प्रकार के संक्रमण, उच्च रक्तचाप, सर्दी, खांसी तथा दांत दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्‍याओं से बचाव और उनके निस्तारण के लिए लहसुन का सेवन करने की सलाह दी जाती है. अब यहां यह जानना जरूरी है की लहसुन के सेवन का सही तरीका क्या है? हम आपके साथ साझा कर रहे हैं की लहसुन के सेवन का सही तरीका क्या है? और कैसे हम उसके सभी गुणों का लाभ ले सकते है.

कैसे करें लहसुन का सेवन?
कैसे करें लहसुन का सेवन?

कैसे करें लहसुन का सेवन?

जानकार बताते है की प्रतिदिन सुबह दो या चार लहसुन की कली को छील कर और कूट कर या फिर चबा-चबा कर खाने तथा उसके बाद एक ग्लास पानी का सेवन करने से शरीर कई रोगों से दूर रहता है. इसके अलावा नियमित तौर पर भोजन में लहसुन डालकर खाना से भी सेहत को फायदा पहुंचता है, क्योंकि लहसुन में मिलने वाले रस भोजन को सही तरह से पचाने में मदद करते है. कच्चे लहसुन की बात करें तो गर्भवती महिलाओं, या ऐसे लोग जो रक्त संबंधी विकार या बीमारी का शिकार हो, निम्न रक्तचाप और मधुमेह के रोगियों तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.

लहसुन के फायदे

कच्चे लहसुन के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इसमें कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है और यह विटामिन सी, विटामिन बी 6 और मैंगनीज का समृद्ध स्त्रोत होता है. पाचन प्रक्रिया के चलते लहसुन जब हमारे पाचन तंत्र में पहुंचता है, तो विशेषकर आंतों में बनने वाले विभिन्न रसों तथा द्रव्यों के साथ यौगिक क्रिया कर ऐसे रस उत्पन्न करता है, जो कई बीमारियों से राहत दिलाते हैं.

इसके अतिरिक्त लहसुन के हमारे शरीर पर कुछ सकारात्मक प्रभाव इस प्रकार हैं;

  • सुबह खाली पेट लहसुन खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मुक्त कणों और बीमारी पैदा करने वाले बाहरी रोगजनकों से लड़ने में मदद करते हैं. 'एलिसिन' लहसुन का मुख्य सक्रिय तत्व होता है, जो शरीर की आंतरिक रक्षा प्रणाली को बेहतर बनाता है.
  • लहसुन का सेवन आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या में सुधार लाता है, वजन घटाने की प्रक्रिया को गति देता है और पेट से संबंधित रोगों से मुक्ति दिलाता है.
  • लहसुन में मौजूद सल्फहाइड्रील यौगिक शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है और टाइफस, मधुमेह, अवसाद और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी बीमारियों से रोकथाम में मदद करता है.
  • त्वचा से संबंधित बीमारियों से बचाव करता है और त्वचा को साफ और कोमल बनाता है.
  • नियमित तौर पर कच्चे लहसुन का सेवन उच्च रक्तचाप से रोकथाम में मदद करता है. लहसुन में मौजूद एलिसिन, डायलील डाइसल्फाइड, डायलील ट्राई सल्फाइड जैसे सल्फर युक्त यौगिक रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते है.

भोजन चाहे भारतीय हो या चाइनीज या फिर यूरोपियन, लहसुन उसके जायके को और भी अधिक स्वादिष्ट बना देता है. लेकिन लहसुन सिर्फ भोजन का जायका ही नहीं बढ़ाता, बल्कि प्राचीन काल से ही इसका उपयोग एक दवा के रूप में भी किया जाता रहा है. प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा में पेट संबंधी समस्याओं के अलावा गठिया, विभिन्न प्रकार के संक्रमण, उच्च रक्तचाप, सर्दी, खांसी तथा दांत दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्‍याओं से बचाव और उनके निस्तारण के लिए लहसुन का सेवन करने की सलाह दी जाती है. अब यहां यह जानना जरूरी है की लहसुन के सेवन का सही तरीका क्या है? हम आपके साथ साझा कर रहे हैं की लहसुन के सेवन का सही तरीका क्या है? और कैसे हम उसके सभी गुणों का लाभ ले सकते है.

कैसे करें लहसुन का सेवन?
कैसे करें लहसुन का सेवन?

कैसे करें लहसुन का सेवन?

जानकार बताते है की प्रतिदिन सुबह दो या चार लहसुन की कली को छील कर और कूट कर या फिर चबा-चबा कर खाने तथा उसके बाद एक ग्लास पानी का सेवन करने से शरीर कई रोगों से दूर रहता है. इसके अलावा नियमित तौर पर भोजन में लहसुन डालकर खाना से भी सेहत को फायदा पहुंचता है, क्योंकि लहसुन में मिलने वाले रस भोजन को सही तरह से पचाने में मदद करते है. कच्चे लहसुन की बात करें तो गर्भवती महिलाओं, या ऐसे लोग जो रक्त संबंधी विकार या बीमारी का शिकार हो, निम्न रक्तचाप और मधुमेह के रोगियों तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.

लहसुन के फायदे

कच्चे लहसुन के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इसमें कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है और यह विटामिन सी, विटामिन बी 6 और मैंगनीज का समृद्ध स्त्रोत होता है. पाचन प्रक्रिया के चलते लहसुन जब हमारे पाचन तंत्र में पहुंचता है, तो विशेषकर आंतों में बनने वाले विभिन्न रसों तथा द्रव्यों के साथ यौगिक क्रिया कर ऐसे रस उत्पन्न करता है, जो कई बीमारियों से राहत दिलाते हैं.

इसके अतिरिक्त लहसुन के हमारे शरीर पर कुछ सकारात्मक प्रभाव इस प्रकार हैं;

  • सुबह खाली पेट लहसुन खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मुक्त कणों और बीमारी पैदा करने वाले बाहरी रोगजनकों से लड़ने में मदद करते हैं. 'एलिसिन' लहसुन का मुख्य सक्रिय तत्व होता है, जो शरीर की आंतरिक रक्षा प्रणाली को बेहतर बनाता है.
  • लहसुन का सेवन आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या में सुधार लाता है, वजन घटाने की प्रक्रिया को गति देता है और पेट से संबंधित रोगों से मुक्ति दिलाता है.
  • लहसुन में मौजूद सल्फहाइड्रील यौगिक शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है और टाइफस, मधुमेह, अवसाद और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी बीमारियों से रोकथाम में मदद करता है.
  • त्वचा से संबंधित बीमारियों से बचाव करता है और त्वचा को साफ और कोमल बनाता है.
  • नियमित तौर पर कच्चे लहसुन का सेवन उच्च रक्तचाप से रोकथाम में मदद करता है. लहसुन में मौजूद एलिसिन, डायलील डाइसल्फाइड, डायलील ट्राई सल्फाइड जैसे सल्फर युक्त यौगिक रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते है.
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