त्योहारों में लोग ईश्वर की भक्ति स्वरूप व्रत रखते हैं. इसे अंग्रेजी में फास्टिंग भी कहते हैं. माना जाता है कि व्रत रखने से स्वास्थ्य को भी फायदे होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, त्वचा के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए लोग स्किन फास्टिंग भी करते हैं ! सौन्दर्य विशेषज्ञ मानते हैं कि स्किन फास्टिंग आपके चेहरे पर प्राकृतिक निखार लाती है. युवाओं के बीच आजकल स्किन फास्टिंग काफी ट्रेंड में है.
क्या है स्किन फास्टिंग?
सौन्दर्य विशेषज्ञ मीनू वर्मा बताती हैं कि प्रदूषण, अस्वस्थ भोजन की आदतें, बेतरतीब जीवनशैली और कई बार जरूरत से ज्यादा मेकअप उत्पाद, विशेषकर केमिकल युक्त उत्पादों का इस्तेमाल जैसे बहुत से कारण हैं जो हमारी त्वचा को प्रभावित करते हैं. ऐसे में कभी-कभी स्किन फास्टिंग, यानी त्वचा को स्वाभाविक रूप से ठीक होने के लिए छोड़ देने से मदद मिलती है. यहां तक कि अपने रोजाना के स्किन केयर रूटीन के तहत किसी भी प्रकार के उत्पाद जैसे क्लीन्जर, टोनर, सनस्क्रीन, मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल ना करना या कम मात्रा में इस्तेमाल करना भी फायदेमंद हो सकता है.
मीनू बताती हैं कि वतर्मान समय में लोगों में अपनी त्वचा को लेकर जागरूकता बढ़ी है. न सिर्फ महिलाएं बल्कि पुरुष भी अपनी त्वचा की देखभाल के लिए तमाम तरह के उत्पाद इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, इन उत्पादों का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल त्वचा के प्राकृतिक स्वरूप को प्रभावित करता है. इससे त्वचा में मिलने वाले प्राकृतिक तेल सूखने लगते हैं. इस कारण हमारी त्वचा रूखी-सूखी, बेजान और अनाकर्षक हो जाती है.
स्किन फास्टिंग के तहत नियमित अंतराल पर एक या दो दिन के लिए तमाम प्रकार के मेकअप या स्किन केयर (कैमिकल) का इस्तेमाल नहीं या कम मात्रा में किया जाता है.
डेली स्किन केयर रुटीन फॉलो करना है जरूरी
मीनू वर्मा बताती हैं कि वैसे तो महिलाओं और पुरुषों को सामान्य और रोजाना इस्तेमाल के लिए अपनी त्वचा के अनुरूप कम से कम कैमिकल वाले स्किन केयर उत्पादों का ही इस्तेमाल करना चाहिए. यदि संभव हो तो हर्बल या प्राकृतिक उत्पादों के इस्तेमाल को प्राथमिकता देनी चाहिए. ऐसा इसलिए, क्योंकि हर्बल उत्पाद त्वचा के प्राकृतिक स्वरूप को ज्यादा प्रभावित नहीं करते हैं. इसके साथ ही जरूरी है त्वचा के अनुरूप संतुलित तरीके से स्किन केयर रुटीन को फॉलो करना. कई लोग स्किन केयर के नाम पर बहुत ज्यादा मात्रा में उत्पादों का इस्तेमाल करने लगते हैं. इससे त्वचा को फायदा होने की बजाय उसे नुकसान होने लगता है. बेहतर स्किन केयर के लिए क्लिन्जर, सनस्क्रीन, डे क्रीम और नाइट क्रीम का इस्तेमाल काफी होता है.
कैसे करें स्किन फास्टिंग
स्किन फास्टिंग की प्रक्रिया से त्वचा में प्रकृतिक ग्लो आता है और इससे स्किन अंदर से डिटॉक्स होती है. स्किन फास्टिंग करने का तरीका इस प्रकार है.
- स्किन फास्टिंग की शुरुआत रात में सोने से पहले त्वचा को अच्छी तरह से पानी से धोकर करें.
- बिना कोई स्किन केयर प्रोडक्ट लगाए सोएं.
- अगली सुबह उठकर चेहरे को गुनगुने पानी से धोएं.
- जब तक त्वचा में नमी महसूस हो, किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल ना करें.
- स्किन फास्टिंग अवधि आप इस आधार पर तय कर सकते हैं कि त्वचा पर प्राकृतिक रूप से नमी का असर कितनी देर रहता है. ऐसे लोग जिनकी त्वचा हद से ज्यादा सूखी है, वे पानी से मुंह धोने के उपरांत कोई हल्का तेल या पानी आधारित मॉइश्चराइजर बहुत कम मात्रा में लगा सकते हैं.
स्किन फास्टिंग के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
- त्वचा में कोई रोग या समस्या होने पर स्किन फास्टिंग न करें.
- भरपूर मात्रा में पानी पीएं. अगर शरीर में पानी की कमी होगी तो त्वचा पर उसका असर नजर आता है.
- एक सप्ताह से अधिक अवधि की स्किन फास्टिंग न करें.
- स्किन पर किसी तरह का ट्रीटमेंट चला रहा हो तो स्किन फास्टिंग बिल्कुल न करें.
- हमेशा हल्का, संतुलित और सुपाच्य भोजन ही खाएं.
- तनाव या चिंता से दूर रहने का प्रयास करें.
मीनू वर्मा बताती हैं कि स्किन फास्टिंग बेहतर परिणाम तभी दे सकता है जब हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वास्थ हों. इसलिए हमेशा पौष्टिक भोजन ही खाएं, खुश रहें, व्यायाम करें और अच्छी जीवनशैली अपनाएं.
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